हम खिताब जीतने की मानसिकता से खेल रहे हैं: कोंस्टेनटाइन

punjabkesari.in Thursday, Sep 13, 2018 - 04:33 PM (IST)

नई दिल्लीः चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को हराकर सैफ कप के फाइनल में पहुंची भारतीय फुटबॉल टीम के कोच स्टीफन कोंस्टेनटाइन ने कहा है कि मालदीव के खिलाफ फाइनल चुनौतीपूर्ण होगा लेकिन उनकी टीम केवल खिताब जीतने की मानसिकता से ही खेल रही है। 

ढाका के बंगबंधू स्टेडियम में चल रहे सैफ कप में भारत ने बुधवार को सेमीफाइनल मैच में पाकिस्तान को 3-1 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया जहां वह खिताब के लिए 15 सितंबर को मालदीव से भिड़ेगा। कोंस्टेनटाइन ने कहा ''मालदीव ने नेपाल के खिलाफ सेमीफाइनल में अपनी क्षमता का परिचय दिया है और उनके खिलाफ भारत को भी मेहनत करनी होगी।'' उन्होंने कहा, ''मालदीव के कई खिलाड़ी भारत के खिलाफ कभी खेले नहीं हैं और उन्होंने नेपाल के खिलाफ कमाल का खेल दिखाया था। हम मालदीव के खिलाफ भी कड़े फाइनल की उम्मीद कर रहे हैं। लेकिन यह भी साफ कर देना चाहता हूं कि हम टूर्नामेंट जीतने की मानसिकता के साथ खेल रहे हैं।'' 

पाकिस्तान के खिलाफ सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का अवार्ड जीतने वाले मानवीर सिंह ने भी कहा कि उनकी टीम अब पिछले मैच के बारे में नहीं बल्कि फाइनल के बारे में सोच रही है। उन्होंने कहा, ''मालदीव की टीम में बेहतरीन खिलाड़ियों का समूह है और हमारे लिए फाइनल आसान नहीं होगा। हालांकि हमें खुद पर भरोसा है और इसी सकारात्मकता से हम परिणाम निकालते हैं।''

23 वर्षीय स्ट्राइकर ने कहा, ''हमें अगले तीन दिनों में बड़ा काम करना है और हमारा पूरा ध्यान फाइनल पर लगा है। हम टीम की तरह खेलेंगे और अपना काम करेंगे।'' मानवीर टूर्नामेंट में तीन गोल के साथ भारत के शीर्ष गोल स्कोरर हैं।  कोंस्टेनटाइन ने साथ ही कहा कि सैफ कप में अच्छा प्रदर्शन भारतीय टीम के प्रत्येक खिलाड़ी के लिये एशिया कप की टीम में अपनी जगह पक्की करने के लिहाका से अहम है। 

उन्होंने कहा, ''इन खिलाड़ियों की निगाहें एशिया कप टीम में जगह बनाना है। वे इस बात को जानते हैं और अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिये इनका ध्यान व्यक्तिगत प्रदर्शन पर है।'' कोच ने अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ(एआईएफएफ) की प्रशंसा करते हुये कहा कि उन्हें टीम के साथ अपने हिसाब से काम करने की अनुमति दी गयी है। उन्होंने कहा, ''मैं एआईएफएफ का धन्यवाद करना चाहता हूं जिन्होंने मुझे भारतीय टीम में अपने हिसाब से काम करने की पूरी छूट दी है। मुझे टीम के लिये हर संभव मदद मिलती है और इसी का नतीजा है कि हम 173वीं से अब फीफा की 96वीं रैंकिंग पर हैं।''


 

Rahul