कप्तान कोहली ने दिया संकेत, शास्त्री फिर बन सकते हैं भारतीय टीम के कोच

punjabkesari.in Monday, Jul 29, 2019 - 08:38 PM (IST)

मुंबई : आईसीसी विश्व कप के सेमीफाइनल में भारत की हार से हुई आलोचना के बाद भी भारतीय कप्तान विराट कोहली ने सोमवार को कहा कि वह चाहते है कि रवि शास्त्री टीम के कोच बने रहें। टीम के कोचिंग स्टाफ का करार विश्व कप के बाद खत्म हो गया था लेकिन उन्हें 45 दिनों का विस्तार दिया गया है जो वेस्टइंडीज दौरे तक जारी रहेगा। वेस्टइंडीज दौरा तीन अगस्त से तीन सितंबर तक चलेगा।

वेस्टइंडीज रवाना होने से पहले कोहली ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘सीएसी (कपिल देव की अगुवाई वाली क्रिकेट सलाहकार समिति / तदर्थ समिति) ने इस मुद्दे पर अभी तक मुझसे संपर्क नहीं किया है। इस दौरान उन्होंने सीधे तौर पर तो कुछ नहीं कहा लेकिन बातों ही बातों में इस बात की तरफ जरूर इशारा दिया कि शास्त्री फिर से टीम इंडिया के कोच बन सकते हैं। उन्होंने रवि भाई के साथ हम सब का तालमेल काफी अच्छा है और इससे (अगर वह कोच बने रहते है) हम सब काफी खुश होंगे।' भारतीय कप्तान ने कहा, ‘लेकिन मैंने जैसा कहा इसका फैसला सीएसी को करना है।' 

शास्त्री और कोहली की जोड़ी 2016 में टी20 विश्व कप और 2019 एकदिवसीय विश्व कप का खिताब जीतने में नाकाम रही लेकिन इस दौरान भारत ने आस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट श्रृंखला में जीत दर्ज की और टीम टेस्ट रैंकिंग में पहले स्थान पर पहुंची। शास्त्री जून 2016 तक भारतीय टीम के निदेशक थे लेकिन टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में हार के बाद उनका करार खत्म कर दिया गया है। टीम के कोच अनिल कुंबले से कोहली के मतभेद उजागर होने के बाद शास्त्री को मुख्य कोच नियुक्त किया गया। भारतीय टीम के नये मुख्य कोच के लिए साक्षात्कार 13 या 14 अगस्त को होगा। इसके लिए आवेदन करने की अंतिम तारीख 30 जुलाई है।

भारतीय क्रिकेट चलाने वाली प्रशासकों की समिति (सीओए) ने कपिल देव के नेतृत्व वाली तदर्थ समिति को अगला राष्ट्रीय कोच चुनने का काम सौंपा है। पूर्व भारतीय कप्तान कपिल, अंशुमान गायकवाड़ और पूर्व महिला कप्तान शांता रंगास्वामी की तदर्थ समिति ने पिछले साल दिसंबर में डब्ल्यू.वी. रमन को महिला टीम का कोच नियुक्त किया था। उस समय विनोद राय की अध्यक्षता वाली सीओए में दो सदस्य थे और इसकी दूसरी सदस्य भारतीय महिला टीम की पूर्व कप्तान डायना एडुल्जी ने महिला टीम के कोच के चयन को असंवैधानिक बताया था। उन्होंने ने कहा था कि सिर्फ सीएसी को कोच के चयन का अधिकार है। सीएसी के सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण के इसके भविष्य को लेकर गंभीर चिंता जताई थी जिसके बाद सीओए ने कोच चुनने का जिम्मा तदर्थ समिति को सौप दिया। 

Sanjeev