वुमंस डे : भारतीय खेलों का भविष्य इन 10 युवा महिला खिलाडिय़ों के हाथ

punjabkesari.in Friday, Mar 08, 2019 - 06:12 PM (IST)

जालन्धर (जसमीत सिंह): भारतीय संस्कृति में खेलों को हमेशा विशेष स्थान दिया गया है। हम यह भी कह सकते हैं कि हम भारतीय अपने खेलों क्रिकेट, हॉकी, शूटिंग, रैसलिंग और बैडमिंटन आदि के साथ खून और मांस के रिश्ते की तरह जुड़े हैं। पिछले कुछ समय से भारत विभिन्न खेलों में विश्व भर में नाम कमाने में लगा हुआ है। इस क्रम में भारतीय महिला खिलाडिय़ों का योगदान भुलाया नहीं जा सकता। आइए अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर जानें भारत की टॉप-10 महिला खिलाड़ी जिनके हाथों में भारतीय खेलों का भविष्य है। 

हिमा दास (रनर)

आईएएएफ वल्र्ड अंडर-20 एथलेटिक्स चैम्पियनशिप की 400 मीटर दौड़ स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं हिमा दास। उन्होंने 400 मीटर की दौड़ स्पर्धा में 51.46 सेकेंड का समय निकालकर स्वर्ण पदक जीता था।

मनु भाकर (शूटर)

मैक्सिको मेंं आईएसएसएफ विश्व कप 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर मनु भाकर चर्चा में आई थी। भाकर ने 388/400 का स्कोर करके 2018 राष्ट्रमण्डल खेल के 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। इस स्पर्धा के फाइनल में उन्होंने 240.9 अंकों के साथ राष्ट्रमण्डल खेलों का नया कीर्तिमान बनाया तथा स्वर्ण पदक अपने नाम किया। उनसे भारतीय निशानेबाजी संघ को काफी उम्मीदें हैं।

रितु फोगाट (रैसलर)

भारत के लिए कॉमनवैल्थ चैम्पियनशिप में गोल्ड जीतने वाली रितु फोगाट ने अब मिक्स मार्शल आटर््स की ओर रख कर लिया है। वह एमएमए में टाइटल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनना चाहती है। इससे पहले एमएमए में किसी भी भारतीय महिला ने हिस्सा नहीं लिया था। रितु जीती तो वह इतिहास बनाएंगी।

जेमिमा रोड्रिग्ज (क्रिकेट)

युवा जेजिमा टीम इंडिया की ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं। अंडर-17 में वह महाराष्ट्र की हॉकी टीम में भी खेल चुकी हैं। 18 साल की जेमिमा 10 वनडे में 186 तो 24 टी-20 में 597 रन बना चुकी है। उन्हें भारतीय वुमन क्रिकेट टीम का भविष्य का सितारा माना जाता है।

अंकिता रैना (टैनिस)

अंकिता ने आईटीएफ महिला सर्किट में 8 एकल और 14 युगल खिताब जीते हैं। अप्रैल 2018 में, उन्होंने एकल रैंकिंग के शीर्ष 200 में प्रवेश किया। वह यह उपलब्धि हासिल करने वाली भारत की केवल 5वीं खिलाड़ी बन गई। उनके भारतीय टेनिस को काफी उम्मीदें होंगी।

पीवी सिंधु (बैडमिंटन) 

सिंधु भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। भारत की ओर से ओलम्पिक खेलों के महिला एकल में रजत पदक जीतने वाली वे पहली खिलाड़ी हैं। इससे पहले वे भारत की नैशनल चैम्पियन भी रह चुकी हैं। सिंधु ने नवंबर 2016 में चीन ओपन का खिताब अपने नाम किया था।

तान्या सचदेवा (शतरंज)

तान्या सचदेव एक भारतीय शतरंज खिलाड़ी हैं जो अंतर्राष्ट्रीय मास्टर और महिला ग्रैंडमास्टर खिताब रखती हैं। उसने विभिन्न चैंपियनशिप में कई रजत और कांस्य पदक जीते हैं। वह एक शतरंज कमेंटेटर और प्रस्तुतकर्ता भी हैं।

दीपिका पल्लीकल (स्क्वाश)

भारत की पहली स्क्वाश खिलाड़ी है जिसने डब्ल्यूएसए रेटिंग में शीर्ष 20 पदों में स्थान बनाया। दीपिका ने 2011 में 3 बड़े खिताब जीते। उसने 2012 में 10वें स्थान की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग हासिल की। वह ऑस्ट्रेलियन ओपन की सेमीफाइनलिस्ट भी रही थी।

शर्मिला निकोलेट (गोल्फ)

शर्मिला निकोलेट बंगलौर की एक इंडो-फ्रैंच गोल्फर हैं। यह लड़की लाला आयचा टूर स्कूल के अंतिम चरण में लेडीज यूरोपियन टूर में 17 वें स्थान पर रही। उसने 2013 के लिए एक एलईटी कार्ड जीता।

दीपा कारमाकर (जिमनास्टिक)

ओलंपिक में प्रतिभाग करने वाली दीपा कारमाकर पहली भारतीय महिला जिम्नास्ट हैं। पिछले 52 वर्षों में ऐसा करने वाली वे प्रथम भारतीय, पुरुष अथवा महिला, जिम्नास्ट हैं।  2007 से दीपा ने राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कुल 77 पदक जीते हैं जिनमें से 67 स्वर्ण पदक हैं।
 

Jasmeet