Year Ender 2025: महिला टीम की चमक, पुरुषों की जद्दोजहद, ऐसा रहा भारतीय फुटबॉल का यह साल
punjabkesari.in Tuesday, Dec 30, 2025 - 01:17 PM (IST)
स्पोर्ट्स डेस्क: भारतीय फुटबॉल के लिए साल 2025 विरोधाभासों से भरा रहा। एक तरफ महिला टीम ने ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल कर देश को गर्व का मौका दिया, तो दूसरी ओर पुरुष फुटबॉल लगातार संकटों में फंसा नजर आया। रैंकिंग में गिरावट, अहम टूर्नामेंट से बाहर होना और घरेलू लीग की अनिश्चितता ने फैंस को निराश किया। हालांकि इन सबके बीच भी भारतीय दर्शकों का फुटबॉल के प्रति जुनून कम नहीं हुआ और यही उम्मीद की सबसे बड़ी किरण बनी रही।
महिला फुटबॉल का सुनहरा साल
भारतीय महिला फुटबॉल टीम ने 2025 में इतिहास रचते हुए पहली बार AFC महिला एशियन कप 2026 के लिए क्वालिफाई किया। चियांग माई में खेले गए फाइनल क्वालिफायर में संगीता बालासोर के दो गोल की बदौलत भारत ने मेजबान थाईलैंड को 2-1 से हराकर यह कारनामा किया।
क्लब स्तर पर भी कमाल
महिला फुटबॉल की सफलता क्लब स्तर पर भी देखने को मिली। मौजूदा चैंपियन ईस्ट बंगाल ने AFC महिला चैंपियंस लीग में ईरान की बाम खातून एफसी को 3-1 से हराकर इतिहास रच दिया। हालांकि टीम नॉकआउट में नहीं पहुंच सकी, लेकिन उनके प्रदर्शन को देशभर में सराहना मिली।
अंडर-17 टीम से मिली राहत
पुरुष फुटबॉल में एकमात्र सकारात्मक खबर अंडर-17 टीम से आई। भारत ने सातवीं बार SAFF U-17 चैंपियनशिप का खिताब जीता। इसके बाद ईरान को 2-1 से हराकर भारतीय टीम ने दसवीं बार AFC U-17 एशियन कप के लिए क्वालिफिकेशन भी हासिल किया।
सीनियर पुरुष टीम की गिरती साख
जहां महिलाएं सफलता की नई कहानी लिख रही थीं, वहीं सीनियर पुरुष टीम के लिए 2025 बेहद निराशाजनक रहा।
FIFA रैंकिंग में भारत 126वें से फिसलकर 142वें स्थान पर पहुंच गया, AFC एशियन कप 2027 के क्वालिफायर में बांग्लादेश से 0-1 की हार, 2003 के बाद पहली बार बांग्लादेश से हार का सामना, हांगकांग और सिंगापुर से भी पराजय। हालांकि CAFA नेशंस कप में कांस्य पदक जीतना एक छोटी राहत रहा, लेकिन बड़े मैचों में टीम नाकाम रही।
ISL संकट और AIFF पर सवाल
मैदान के बाहर हालात और भी खराब रहे। इंडियन सुपर लीग (ISL) का आयोजन अब तक शुरू नहीं हो सका। AIFF और उसके पूर्व कमर्शियल पार्टनर FSDL के बीच मास्टर राइट्स एग्रीमेंट को लेकर विवाद ने लीग को ठप कर दिया।
AIFF को नया कमर्शियल पार्टनर नहीं मिला, क्लब आर्थिक संकट में, खिलाड़ियों के कॉन्ट्रैक्ट और सैलरी पर खतरा, होम-एंड-अवे फॉर्मेट खत्म होने की आशंका, सुप्रीम कोर्ट और अधूरी सुधार प्रक्रिया। AIFF से जुड़े मामलों की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में जारी रही। पूर्व जज एल नागेश्वर राव द्वारा नया संविधान ड्राफ्ट सौंपे जाने के बावजूद, सुधार प्रक्रिया अब तक अधर में लटकी हुई है।
मेसी ने फिर दिखाया फैंस का जुनून
नकारात्मक माहौल के बीच फुटबॉल की लोकप्रियता एक बार फिर साबित हुई, जब लियोनेल मेसी भारत के चार शहरों—कोलकाता, हैदराबाद, मुंबई और दिल्ली के दौरे पर पहुंचे। हालांकि कोलकाता में अव्यवस्था और हिंसा की घटना ने सुर्खियां बटोरीं, लेकिन बाकी शहरों में फैंस का उत्साह देखने लायक रहा।
आगे की राह
2025 के अंत में भारतीय फुटबॉल एक चौराहे पर खड़ा है। महिला टीम ने दिखा दिया है कि सही समर्थन और योजना से क्या हासिल किया जा सकता है। अब जरूरत है कि पुरुष फुटबॉल भी प्रशासनिक सुधार, मजबूत ढांचे और दीर्घकालिक सोच के साथ आगे बढ़े।

