महिला विश्व कप : जेमिमा और हरमनप्रीत नहीं, एलिसा हीली ने सेमीफाइनल हारने का ये कारण बताया

punjabkesari.in Friday, Oct 31, 2025 - 12:34 PM (IST)

नवी मुंबई : ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलिसा हीली ने भारत की स्टार जेमिमा रोड्रिग्स की "शानदार" मानसिक मजबूती की तारीफ की, साथ ही यह भी कहा कि महिला वनडे वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में उनकी टीम का क्लिनिकल न होना काफी "अन-ऑस्ट्रेलियन" था। जेमिमा के तीसरे वनडे शतक (नाबाद 127 रन) की मदद से भारत ने महिला 50 ओवर के खेल में सबसे बड़े सफल चेज का रिकॉर्ड बनाया और 7 बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर फाइनल में जगह बनाई। 

हीली ने कहा, 'चार या पांच ओवर बाकी रहते हुए भी हम मैच में थे। क्रिकेट के खेल में जब मैच इतना टाइट हो जाता है तो अजीब चीजें होती हैं। अगर आप विपक्षी टीम पर काफी दबाव डाल सकते हैं, तो चीजें बदल सकती हैं, तो हां, उसने (जेमिमा) आज रात बहुत अच्छा खेला।' हीली ने गेंद से ऑस्ट्रेलिया के साधारण प्रदर्शन पर दुख जताया, इसे "कचरा" बताया और कहा कि मैदान पर गलतियां करना टीम के लिए असामान्य था। उन्होंने कहा, 'हमने कभी-कभी हिट करने के लिए थोड़ा ज्दाया खराब गेंदें फेंकी और शायद हमने उन मौकों का भी फायदा नहीं उठाया जो हमने बनाए थे। यह थोड़ा अन-ऑस्ट्रेलियन जैसा लगता है कि हम उतने क्लिनिकल नहीं थे जितने हम आम तौर पर होते हैं... यह जानते हुए कि हमने इस वर्ल्ड कप में कितना अच्छा खेला है, यहां बैठकर थोड़ा निराशाजनक लग रहा है।' 

ऑस्ट्रेलिया फील्डिंग में साधारण थी, उसने जेमिमा का कैच 82 और 106 रन पर छोड़ दिया, जिससे भारत 48.3 ओवर में 341/5 रन तक पहुंच गया। हीली ने कहा, 'हमने उसे कुछ मौके दिए जिससे हमें मदद नहीं मिली, लेकिन मुझे लगा कि उसने बहुत अच्छा खेला। मुझे लगता है कि अपनी टीम को जीत दिलाने के लिए उसका मानसिक लचीलापन शानदार था, इसलिए उसे पूरा श्रेय जाता है।' 

हीली ने कहा कि उन छूटे हुए कैचों ने मैच का रुख बदल दिया। उन्होंने कहा, 'उसने निश्चित रूप से मैच का रुख बदल दिया। क्या यह सेमीफाइनल का दबाव था? शायद। क्या यह सिर्फ (एकाग्रता की) कमी थी? क्या यह कुछ और था? मुझे यकीन नहीं है। हम इसे कुछ भी कह सकते हैं, लेकिन एक काफी अच्छी विकेट पर जो रात बढ़ने के साथ-साथ बल्लेबाजी के लिए बेहतर होती जा रही थी, हमने जो मौके बनाए और उनका फायदा नहीं उठा पाए, मुझे लगता है कि यह निराशाजनक था।' 

हीली ने कहा कि वह हरमनप्रीत और जेमिमा की तीसरे विकेट के लिए महत्वपूर्ण 167 रन की साझेदारी से निराश नहीं थीं, बल्कि अपने गेंदबाजों के प्रदर्शन न कर पाने से निराश थीं। उन्होंने कहा, 'वे दो हाई-क्वालिटी क्रिकेटर हैं और लंबे समय से भारत के लिए खेल रही हैं। हम जानते थे कि यह एक अच्छी विकेट है, बल्लेबाजी के लिए अच्छी परिस्थितियां हैं, और हमने गेंद से अपनी ताकत पर लंबे समय तक टिके न रहकर उन्हें खेल में थोड़ा सा आने दिया। यह शायद सबसे निराशाजनक हिस्सा था। ऐसा नहीं था कि वे वहां अपना काम कर रहे थे - क्योंकि हम उन्हें ऐसा करते हुए देखने के आदी हैं - और हम उस विकेट को लेने और उस साझेदारी को तोड़ने के लिए मैदान पर खुद ही समस्या का समाधान करने और उसे सुलझाने के आदी हैं। तो, उन्हें बधाई। उन्होंने बहुत अच्छा खेला, और हरमन उन बड़े पलों में आगे आती हैं, जब भारत को उनकी जरूरत होती है। उन्हें रविवार को फिर से ऐसा करना होगा ताकि वे जीत हासिल कर सकें।' 
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Sanjeev

Related News