यह अनुमान लगाना सुरक्षित था कि अंकिता तोक्यो खेलों में जगह नहीं बना पाएगी: सोमदेव

punjabkesari.in Tuesday, Feb 27, 2018 - 06:50 PM (IST)

नई दिल्लीः टेनिस के राष्ट्रीय पर्यवेक्षक सोमदेव देववर्मन ने जोर देकर कहा है कि अंकिता रैना से उन्हें कोई निजी परेशानी नहीं है और उन्होंने इस खिलाड़ी को टाप्स योजना से बाहर रखने का फैसला इस अनुमान के आधार पर किया कि वह तोक्यो ओलंपिक 2020 के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाएगी। हैरानी भरे फैसले के तहत देश की शीर्ष रैंकिंग वाली एकल खिलाड़ी होने के बावजूद अंकिता को वित्तीय सहायता वाली इस योजना में शामिल नहीं किया गया। खेल मंत्रालय ने 50000 रुपये मासिक भत्ते के लिए भारत की दूसरे नंबर की खिलाड़ी करमन कौर थंडी और प्रार्थना थोंबारे के अलावा अनुभवी सानिया मिर्जा को चुना है। चार पुरुष खिलाडिय़ों को भी इस सूची में जगह दी गई है। गलती समझने के बाद अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) ने अंकिता और दिविज शरण को टाप्स योजना में शामिल करने के लिए खेल मंत्रालय से आग्रह किया।

देश के किसी भी खिलाड़ी से मुझे कोई निजी समस्या नहीं
रोहन बोपन्ना के बाद दिविज भारत के सबसे बेहतर रैंकिंग वाले युगल खिलाड़ी हैं। सोमदेव संभवत: भूल गए कि मंत्रालय द्वारा घोषित यह मासिक भत्ता सिर्फ तोक्यो ओलंपिक खेलों की तैयारी के लिए नहीं है बल्कि इस साल होने वाले एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों में प्रतिस्पर्धा पेश करने वाले खिलाडिय़ों के लिए भी है। इस फैसले के बारे में पूछने पर सोमदेव ने पीटीआई से कहा, ‘‘देश के किसी भी खिलाड़ी से मुझे कोई निजी समस्या नहीं है। किसी भी खिलाड़ी की सरकारी कोष के लिए सिफारिश करते हुए मुझे बेहद सतर्क रहने की जिम्मेदारी का लगातार अहसास होता है क्योंकि यह करदाताओं का कड़ी मेहनत से कमाया गया पैसा है जो संगठन के रूप में हमारी जिम्मेदारी है कि समझदारी से खर्च किया जाए।’’ सोमदेव ने कहा कि अंकिता ने टूर प्रगति नहीं दिखाई है। उन्होंने कहा, ‘‘अंकिता रैना के नाम की सिफारिश नहीं करने के लिए मेरा कारण बेहद समान्य है। अगर आप पिछले कुछ वर्षों में उसके रैंकिंग ग्राफ और नतीजों का अध्ययन करें जो निश्चित तौर पर आपको पता चलेगा कि अंकिता ने किसी भी एकल ग्रैंडस्लैम के क्वालीफाइंग में भी जगह नहीं बनाई है, मुख्य ड्रा में सीधे प्रवेश तो भूल ही जाइए।’’

200 से अधिक खिलाड़ी मेरिट के लिए प्रतियोगिताओं में खेलते हैं
सोमदेव ने कहा, ‘‘आप समझ सकते हैं कि 200 से अधिक खिलाड़ी सिर्फ मेरिट के आधार पर इन प्रतियोगिताओं में खेलते हैं। इसलिए मेरा तर्क यह है कि अगर आप लगातार अपने खेल में शीर्ष 200 में शामिल नहीं हैं तो ओलंपिक में आपके विशेष प्रदर्शन की संभावना नहीं है।’’ सोमदेव को जब यह याद दिलाया गया कि मासिक भत्ते सिर्फ ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले खिलाडिय़ों के लिए नहीं बल्कि एशियाई खेलों के लिए भी हैं तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। एशियाई खेलों में अंकिता के महिला एकल में भारतीय चुनौती की अगुआई करने की उम्मीद है। हाल में यहां हुए फेड कप में अंकिता एकल में एकमात्र अजेय भारतीय खिलाड़ी रही और इस दौरान उन्होंने लिन झू और यूलिया पुतिनत्सेवा जैसी शीर्ष 100 में शामिल खिलाडिय़ों को भी हराया। करमन उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई जबकि प्रार्थना ने भी निराश किया। 

सोमदेव ने कहा कि अंकिता एकमात्र खिलाड़ी नहीं हैं जिन्हें नहीं चुना गया। उन्होंने कहा, ‘‘कृपया करके एकल और युगल में कई अन्य खिलाडिय़ों के प्रदर्शन की अनदेखी मत करिये जिन्हें टेनिस के अंतराष्ट्रीय स्तर पर अंकिता से कहीं बेहतर नतीजे और रैंकिंग के बावजूद योजना में जगह नहीं दी गई। यह व्यक्तिगत खिलाडिय़ों और उनकी राष्ट्रीय रैंकिंग से नहीं जुड़ा है। यह इससे जुड़ा है कि भारत के लिए क्या सर्वश्रेष्ठ है।’’