36 के युवराज का 20 साल के प्लेयर्स जैसा चाहिए फिटनेस लेवल, तभी खेल पाएंगे

punjabkesari.in Saturday, Dec 30, 2017 - 08:01 PM (IST)

जालंधर (जसमीत सिंह) भारतीय क्रिकेट टीम से लंबे समय से बाहर चल रहे युवराज सिंह और रैना के लिए बीसीसीआई ने रिटायरमेंट का राह खो दिया है। ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि बीसीसीआई के फिटनेस संबंधी बनाए नए मापदंडों को देखकर ऐसा लग रहा है। बीसीसीआई ने नए फिटनेस टैस्ट को पाने के लिए युवराज और रैना को 20 साल के लड़के जितना तेज और फुर्तीला बनना होगा। हालांकि बीते दिनों ही युवराज और रैना ने फिटनेस टैस्ट पास कर लिया था लेकिन दोनों को उनके खराब प्रदर्शन के कारण दक्षिण अफ्रीका जाने वाली टीम में नहीं रखा गया था। युवराज जहां सबसे जरूरी रणजी मैचों में नहीं खेले तो वहीं रैना का घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन स्तरीय नहीं रहा। इसी कारण उन्हें साउथ अफ्रीका जाने वाली टीम में नहीं चुना गया।
अब बीसीसीआई के नए मापदंड से न सिर्फ युवराज सिंह और सुरेश रैना बल्कि टीम इंडिया के हरेक मेंबर को 16.5 या 17 का फिटनेस लेवल प्राप्त करना होगा। युवराज और रैना ने जो बीते दिनों टैस्ट पास किया था उसमें उन्होंने 16.1 का लेवल प्राप्त किया था। ऐसे में अब उन्हें 16.5 से ऊपर पहुंचने के लिए और भी मेहनत करनी होगी। ऐसा मुश्किल लग रहा है क्योंकि युवराज अभी 36 साल के हो चुके हैं तो रैना 31 साल के।

बीसीसीआई ने इसलिए बदले नियम 

बीसीसीआई जल्द ही सीनियर खिलाडिय़ों के लिए फिटनेस टैस्ट के लिए नए मानदंड (स्कोर) निर्धारित करने जा रहा है। वरिष्ठ खिलाडिय़ों को जहां पहले यो-यो फिटनेस टैस्ट में न्यूनतम 16.1 स्कोर लाने होते थे वहीं अब उन्हें न्यूनतम 16.5 से 17 तक का स्कोर करना होगा। यह तब ही मुश्किल लग रहा है जब युवी और रैना जैसे खिलाड़ी 16.1 का स्कोर पाने के लिए कितनी बार टैस्ट में फेल हुए। हालांकि टीम इंडिया में पहली बार खेलने वाले प्लेयर्स के लिए न्यूनतम स्कोर 16.1 ही बना रहेगा। यह फैसला मौजूदा भारतीय क्रिकेट एकादश में खेल रहे प्लेयर्स को भी मुश्किल में डाल सकता है। 

क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के स्टीव ओ कीफ है सबसे फिट 

क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के स्टीव ओ कीफ 20.6 लेवल के साथ यो यो टैस्ट में बेस्ट स्कोर वाले क्रिकेटर हैं। इसके अलावा माइकल क्लार्क भी 20.1 लेवल हासिल कर चुके हैं। साउथ अफ्रीका के प्लेयर कागीसो रबादा 19.1 का बैस्ट स्कोर ला चुके हैं। ऐसा कर उन्होंने एबी डिविलयर्स और डेल स्टेन को पीछे छोड़ा था। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज डग्ग बोलिंजर भी यो यो टैस्ट में 19.2 का स्कोर हासिल कर चुके हैं। बता दें कि यो यो टैस्ट में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर सबसे आगे माने जाते हैं। इस टेस्ट में उनका औसतन स्कोर 21 के आसपास रहता है।

यह है यो यो टैस्ट 

खेलों में ‘यो-यो टैस्ट’ से किसी खिलाड़ी के दमखम को परखा जाता है। दुनिया भर में खेल जगत से जुड़ी कई टीमों ने इसे अनिवार्य कर रखा है।  इस टेस्ट में कई ‘कोन्स’ की मदद से 20 मीटर की दूरी पर दो पंक्तियां बनाई जाती हैं। खिलाड़ी रेखा के पीछे अपना पांव रखकर शुरुआत करता है, उसे 20 मीटर की दूरी पर बनी दो पंक्तियों के बीच लगातार दौडऩा होता है और जब बीप बजती है तो मुडऩा होता है। भारत की ओर से अब तक मोहम्मद अजहरुद्दीन, रॉबिन सिंह और अजय जडेजा को छोड़कर कोई भी अन्य भारतीय खिलाड़ी इस टैस्ट में 16.5 से बेहतर का स्कोर नहीं बना पाया है। 
हर एक मिनट या तय किए गए समय में खिलाड़ी को अपने दौडऩे की गति को तेज करना होता है। अगर वह समय पर रेखा तक नहीं पहुंचे तो दो और ‘बीप’ के बाद उसे तेजी पकडऩी पड़ती है। अगर इसके बाद भी खिलाड़ी दो छोरों पर मानकों के मुताबिक तेजी हासिल नहीं कर पाता तो उसका परीक्षण रोक दिया जाता है। पूरी प्रक्रिया सॉफ्टवेयर पर आधारित होती है जिसमें नतीजे रिकॉर्ड किए जाते हैं।