कोविड-19 से रूकावट ने ओलंपिक क्वालीफाई करने की कोशिश में लगे पहलवानों की चुनौती बढ़ा दी: बजरंग
punjabkesari.in Friday, Aug 14, 2020 - 05:08 PM (IST)
नयी दिल्ली, 14 अगस्त (भाषा) भारत के शीर्ष पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी ने उन खिलाड़ियों की चुनौतियों को बढ़ा दिया है जो एक साल तक स्थगित हुए तोक्यो ओलंपिक का टिकट हासिल करने की कोशिश में लगे हैं।
बजरंग ने कहा कि ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके उनके जैसे पहलवानों के पास एक ही लक्ष्य है कि इसके लिए सर्वश्रेष्ठ संभावित तरीके से अभ्यास करें।
बजरंग 65 किलोग्राम भार वर्ग में दुनिया के शीर्ष पहलवानों में शामिल है। उन्होंने हाल ही में इंस्पायर इंस्टिट्यूड ऑफ स्पोर्ट्स (आईआईएस) में अभ्यास शुरू किया है जहाँ जॉर्जियाई कोच शाको बेंटिनिडिस भी उनके साथ है।
बजरंग ने आईआईएस की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक वेबिनार में कहा , ‘‘ मेरा एक स्पष्ट लक्ष्य है कि मुझे ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन करना है। यह उन लोगों के लिए अधिक चुनौतीपूर्ण है जिन्होंने अभी तक क्वालीफाई नहीं किया है। मैं नहीं कह सकता कि मेरे प्रदर्शन में सुधार हुआ है या नहीं क्योंकि कोई प्रतियोगिता नहीं हो रही है।’’
भारत के चार पहलवानों- बजरंग, दीपक पूनिया (86 किग्रा), रवि दहिया (57 किग्रा) और विनेश फोगाट (महिला 53 किग्रा) ने अगले साल होने वाले ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है।
बजरंग ने कहा, ‘‘ हम सभी लॉकडाउन में है लेकिन मैंने एक दिन भी अभ्यास नहीं छोड़ा। बहुत कुछ इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपके आस पास कैसे लोग हैं, वो आपको प्रेरित करते हैं या नहीं। मेरे आसपास अच्छे लोग हैं।’’
इस वेबिनार में विश्व चैंपियनशिप की पदक विजेता पूजा ढांडा ने भी कहा कि प्रतिस्पर्धा की कमी ने पहलवानों के हौसले को कम किया है।
पूजा ने कहा, ‘‘ किसी प्रतियोगिता से डेड़ महीने पहले पूरा ध्यान उस पर ही होता है, शरीर से भी उसी मुताबिक प्रतिक्रिया मिलती है। जब प्रतियोगिता होती है तो हम अपने प्रतिद्वंद्वियों का आकलन कर सकते हैं, इसलिए प्रतिस्पर्धा न होना निश्चित रूप से खेल को प्रभावित कर रहा है।’’
दोनों पहलवानों ने यह भी पुष्टि की कि ओलंपिक भार वर्ग के पहलवानों के लिए राष्ट्रीय शिविर सोनीपत (पुरुष) और लखनऊ (महिला) में एक सितंबर से शुरू होगा।
इस वेबिनार में आईआईएस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रुश्दी वारली और जेएसडब्ल्यू ‘स्पोर्ट्स एक्सीलेंस एंड स्काउटिंग’ प्रमुख मनीषा मल्होत्रा ने भी भाग लिया।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
बजरंग ने कहा कि ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके उनके जैसे पहलवानों के पास एक ही लक्ष्य है कि इसके लिए सर्वश्रेष्ठ संभावित तरीके से अभ्यास करें।
बजरंग 65 किलोग्राम भार वर्ग में दुनिया के शीर्ष पहलवानों में शामिल है। उन्होंने हाल ही में इंस्पायर इंस्टिट्यूड ऑफ स्पोर्ट्स (आईआईएस) में अभ्यास शुरू किया है जहाँ जॉर्जियाई कोच शाको बेंटिनिडिस भी उनके साथ है।
बजरंग ने आईआईएस की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक वेबिनार में कहा , ‘‘ मेरा एक स्पष्ट लक्ष्य है कि मुझे ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन करना है। यह उन लोगों के लिए अधिक चुनौतीपूर्ण है जिन्होंने अभी तक क्वालीफाई नहीं किया है। मैं नहीं कह सकता कि मेरे प्रदर्शन में सुधार हुआ है या नहीं क्योंकि कोई प्रतियोगिता नहीं हो रही है।’’
भारत के चार पहलवानों- बजरंग, दीपक पूनिया (86 किग्रा), रवि दहिया (57 किग्रा) और विनेश फोगाट (महिला 53 किग्रा) ने अगले साल होने वाले ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है।
बजरंग ने कहा, ‘‘ हम सभी लॉकडाउन में है लेकिन मैंने एक दिन भी अभ्यास नहीं छोड़ा। बहुत कुछ इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपके आस पास कैसे लोग हैं, वो आपको प्रेरित करते हैं या नहीं। मेरे आसपास अच्छे लोग हैं।’’
इस वेबिनार में विश्व चैंपियनशिप की पदक विजेता पूजा ढांडा ने भी कहा कि प्रतिस्पर्धा की कमी ने पहलवानों के हौसले को कम किया है।
पूजा ने कहा, ‘‘ किसी प्रतियोगिता से डेड़ महीने पहले पूरा ध्यान उस पर ही होता है, शरीर से भी उसी मुताबिक प्रतिक्रिया मिलती है। जब प्रतियोगिता होती है तो हम अपने प्रतिद्वंद्वियों का आकलन कर सकते हैं, इसलिए प्रतिस्पर्धा न होना निश्चित रूप से खेल को प्रभावित कर रहा है।’’
दोनों पहलवानों ने यह भी पुष्टि की कि ओलंपिक भार वर्ग के पहलवानों के लिए राष्ट्रीय शिविर सोनीपत (पुरुष) और लखनऊ (महिला) में एक सितंबर से शुरू होगा।
इस वेबिनार में आईआईएस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रुश्दी वारली और जेएसडब्ल्यू ‘स्पोर्ट्स एक्सीलेंस एंड स्काउटिंग’ प्रमुख मनीषा मल्होत्रा ने भी भाग लिया।
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