अश्विन ने करुण नायर का किया समर्थन, चौथे टेस्ट में खेलने की बात की, कोहली का दिया उदाहरण

punjabkesari.in Tuesday, Jul 22, 2025 - 12:04 PM (IST)

नई दिल्ली (भारत) : पूर्व स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने करुण नायर के आलोचकों को यह कहकर चुप करा दिया कि विदर्भ के इस बल्लेबाज ने भारत के मौजूदा इंग्लैंड दौरे में तीन टेस्ट मैचों के बाद बड़े स्कोर से चूकने के बावजूद 'अच्छा' प्रदर्शन किया है। घरेलू क्रिकेट में करुण के बल्ले से निकलने वाले रन इंग्लैंड में कम हो गए हैं। इंग्लैंड लायंस के खिलाफ पहले अनौपचारिक टेस्ट में भारत ए के लिए 204 रनों की तूफानी पारी खेलने के बाद उन्होंने उम्मीदों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया था। हालांकि आठ साल के वनवास के बाद टेस्ट टीम में वापसी के बाद से करुण का बल्ला खामोश रहा है और इससे उन्हें कोई मदद नहीं मिली है। तीन टेस्ट मैचों में उन्होंने 21.83 की औसत से 131 रन बनाए हैं, जबकि उनके हमवतन बल्लेबाजों ने रन बनाना आसान बना दिया है। 

पांच मैचों की सीरीज में भारत 1-2 से पिछड़ रहा है और जीत के बेहद मुश्किल दौर से गुजर रहा है, ऐसे में प्रशंसकों और पूर्व क्रिकेटरों ने सवाल उठाया है कि क्या उन्हें बुधवार से मैनचेस्टर में शुरू होने वाले चौथे टेस्ट में करुण को टीम में बनाए रखना चाहिए या नहीं। तमाम शोर-शराबे के बावजूद अश्विन इस बात पर यकीन नहीं कर रहे हैं कि करुण ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है और क्रीज पर अपने सीमित समय के दौरान उन्होंने 'खूबसूरत' रन बनाए हैं। 

अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल 'ऐश की बात' पर कहा, 'लोग कह रहे हैं कि उन्हें टीम से बाहर कर दिया जाएगा, लेकिन उन्होंने वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी की है। उन्होंने शानदार, संतुलित और खूबसूरत रन बनाए हैं। वह पूरी तरह से लय में दिख रहे हैं। ऐसा बिल्कुल नहीं लगा कि वह जल्दबाजी में थे या दबाव में थे।' 

करुण के आउट होने के तरीके की कड़ी आलोचना हुई है। लॉर्ड्स में 40 रन पर बल्लेबाजी करते हुए वह बेफिक्र दिखे, लेकिन इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स की गेंद पर जो रूट को गेंद का बाहरी किनारा दे बैठे। दूसरी पारी में करुण को उनकी गलती के लिए कोई माफी नहीं दी गई। भारत के 193 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए उन्होंने ब्रायडन कार्से की गेंद को गलत समझा और कोई शॉट नहीं खेलने का फैसला किया। गेंद तेजी से उनके पास आई और स्टंप के ठीक सामने जा गिरी। दूसरे टेस्ट में, उन्होंने शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन उसे प्रभावशाली नहीं बना पाए। 

अश्विन ने करुण के खिलाफ साजिश रचने वाले कारकों का विश्लेषण किया और सुझाव दिया कि यह तकनीकी खराबी या असफलता से ज़्यादा मानसिक कारण है। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि वह शायद अपनी एकाग्रता खो रहे हैं, या शायद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में असफलता का डर उनके मन में है। जाहिर है, वह बड़े रन बनाना चाहेंगे।' हालाँकि साई सुदर्शन को तीसरे नंबर पर वापस लाने की मांग उठ रही है, लेकिन पूर्व मुख्य स्पिनर को उम्मीद है कि करुण को बाकी दो टेस्ट खेलने का मौका मिलेगा और फिर उनके प्रदर्शन के आधार पर उनका मूल्यांकन किया जाएगा। उन्होंने अपने दावे के समर्थन में पूर्व कप्तान विराट कोहली का उदाहरण दिया, जिन्हें 2011 में भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चुना गया था। 

उन्होंने आगे कहा, 'मैं चाहता हूं कि वह सभी पांच मैच खेलें। फिर आप तय करें कि वह अच्छा है या नहीं। अगर यह नियम नहीं है, तो साई को तीसरे नंबर पर खेलना चाहिए था। उसे सीरीज दो। 2011 में ऑस्ट्रेलिया में विराट कोहली ने तीन टेस्ट मैचों में रन नहीं बनाए थे। पर्थ में उन्होंने 70 रन बनाए और एडिलेड में शतक बनाया। उस शतक के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।' 

चौथे टेस्ट के लिए भारतीय टीम : 

शुभमन गिल (कप्तान), ऋषभ पंत (उपकप्तान और विकेटकीपर), यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, अभिमन्यु ईश्वरन, करुण नायर, रवींद्र जडेजा, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), वाशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, आकाशदीप, कुलदीप यादव, अंशुल कंबोज। 


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Content Writer

Sanjeev

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