आखिर मैंने अहंकार छोड़ा और खेल को सम्मान दिया- पीएम मोदी के सामने विराट ने माना
punjabkesari.in Friday, Jul 05, 2024 - 10:45 PM (IST)
खेल डैस्क : टीम इंडिया टी20 विश्व कप 2024 घर ला चुकी है। विंडीज में हुए विश्व कप के दौरान टीम इंडिया ने बिना मैच गंवाए यह ट्रॉफी जीती। टीम इंडिया जब बारबाडोस से वापस देश पहुंची तो दिल्ली में उनका भव्य स्वागत हुआ। इसी दिन टीम इंडिया के प्लेयर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिले। पीएम मोदी ने इस दौरान सभी प्लेयरों का हालचाल जाना और विश्व कप में हुए तुजुर्ब भी साझे किए। इस दौरान पीएम मोदी की विराट के साथ हुई बातचीत भी चर्चा में रही। मोदी ने जब विराट कोहली से फाइनल मैच की पारी के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि मैं इस टूर्नामेंट में वो योगदान नहीं दे पाया जो मैं देना चाहता था। एक समय मैंने ने राहुल (द्रविड़) भाई से कहा कि मैंने अभी तक खुद और टीम के साथ न्याय नहीं किया।
फाइनल में ‘मैन ऑफ द मैच' रहे कोहली ने कहा कि (फाइनल में) जब हम बल्लेबाजी के लिए उतरे तो मैंने पहली चार गेंदों पर तीन चौके लगाए। फिर मैंने जाकर रोहित से कहा कि यह कैसा खेल है, एक दिन ऐसा लगता है कि एक भी रन नहीं बनेगा और फिर दूसरा दिन आता है और सब कुछ होने लगता है। फाइनल में भारत ने 34 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे। कोहली ने अक्षर पटेल के साथ साझेदारी कर मैच में टीम की वापसी कराई थी।
#WATCH | During his interaction with PM Modi, Virat Kohli said, "Thank you very much for calling us all here and this day will always remain in my mind because in this entire tournament, I was not able to make the contribution that I wanted to and at one time I also told Rahul… pic.twitter.com/g7kRWr3jBN
— ANI (@ANI) July 5, 2024
कोहली ने कहा कि जब विकेट गिरे तो मुझे लगा कि ऐसी स्थिति में मुझे टीम के लिए अपना सब कुछ झोंक देना है। मेरा ध्यान इस पर था कि टीम के लिए इस समय क्या जरूरी है। उन्होंने कहा कि मुझे टीम के लिए अपना अहंकार पीछे छोड़ना पड़ा। मैंने खेल को ‘सम्मान' दिया और उस दिन खेल ने मुझे सम्मान दिलाया। मुझे पता चल गया कि जब कुछ होना होता है तो वो हो जाता है। यह मेरे साथ और टीम के साथ होना ही था।
सूर्यकुमार यादव द्वारा फाइनल में लिए गए यादगार कैच के बारे में मोदी ने जानना चाहा कि क्या खिलाड़ी इस तरह कैच लेने का अभ्यास करते हैं? मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने मोदी को बताया कि सूर्यकुमार ने अभ्यास के दौरान कम से कम 150 ऐसे कैच पकड़े हैं। इस पर सूर्यकुमार यादव ने कहा कि आईपीएल से लेकर टूर्नामेंट (टी20 विश्व कप) की शुरुआत तक, मैंने इस तरह के कई कैच पकड़े हैं। लेकिन नहीं पता था कि भगवान मुझे ऐसी स्थिति में मौका देंगे। मैंने इस तरह की स्थिति के लिए अभ्यास किया। उस पर मोदी ने कहा कि पूरा देश दबाव में था और उस कैच की वजह से मैच का रुख बदल गया। आप भाग्यशाली हैं कि यह कैच आपने लपका।
जीत के बाद रोहित द्वारा बारबाडोस के विकेट की मिट्टी चखने की बात पर मोदी ने कहा कि कोई ‘हिंदुस्तानी' ही ऐसा कर पाएगा। उन्होंने कहा कि क्रिकेटर की जिंदगी पिच पर होती है और आपने क्रिकेट की जिंदगी को चूम लिया, ये सिर्फ एक हिंदुस्तानी ही कर सकता है। इस पर रोहित ने कहा कि जहां हम जीत हासिल करते हैं, पिच और उस एक पल मैं हमेशा याद रखना चाहते है। इसलिए मैंने इसका स्वाद चखा।