रिटायरमेंट पर पहली बार बोले MS Dhoni- मैंने सोचा था कि मुझे और समय मिलेगा
punjabkesari.in Tuesday, Dec 31, 2024 - 10:21 PM (IST)
खेल डैस्क : भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक माने जाने वाले धोनी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की कमी नहीं खलती है क्योंकि उन्हें लगता है कि उन्होंने इस खेल से देश को गौरवान्वित करने अपनी भूमिका निभा ली है। उन्होंने कहा कि पहले मैंने सोचा था कि मुझे और समय मिलेगा, लेकिन यह थोड़ी निराशा की बात है कि मुझे ज्यादा समय नहीं मिला। मुझे अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की कमी महसूस नहीं होती है क्योंकि मैं हमेशा मानता हूं कि आप कुछ सोच समझ कर अपने फैसले लेते हैं। उन्होंने कहा कि एक बार जब आपने निर्णय ले लिया तो उसके बारे में सोचने का कोई मतलब नहीं है। इसलिए मैं अपने देश के लिए जो कुछ भी कर पाया, भगवान की कृपा से बहुत खुश हूं।
इस विकेटकीपर-बल्लेबाज ने कहा कि इसके अलावा यह मजेदार रहा है। मैं दोस्तों के साथ काफी समय बिता पाता हूं। मैं काफी अधिक मोटरसाइकिल सवारी कर सकता हूं। यह हालांकि लंबी यात्रा नहीं होती है। यह मेरे दिल के बहुत करीब है। धोनी ने कहा कि यह अच्छा रहा, परिवार के साथ समय बिता पा रहा हूं। धोनी ने 60 टेस्ट मैचों में भारत का नेतृत्व किया, जिनमें से उन्होंने 27 बार जीत हासिल की, 18 हारे और 15 ड्रा रहे। 45.00 के जीत प्रतिशत के साथ, वह सभी युगों में भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं।
धोनी जब कप्तान थे तो भारत आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष स्थान तक पहुंचा था। वह इतिहास में एकमात्र कप्तान है जिन्होंने आईसीसी के सभी तीन सीमित ओवरों के खिताब 2007 में टी20 विश्व कप, 2011 में एकदिवसीय विश्व कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीते हैं। धोनी ने जीवन में अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और करीबी दोस्तों को दिया। उन्होंने कहा कि मेरे माता-पिता... क्योंकि उन्हें बहुत त्याग करना पड़ा और मुझे लगता है कि आज मेरे पास जो बहुत अनुशासन है, वह मेरे माता-पिता के कारण है। दोस्त हमेशा महत्वपूर्ण होते हैं। मैदान पर अपने शांत स्वभाव के लिए जाने जाने वाले धोनी ने 200 एकदिवसीय मैचों में भारत की कप्तानी की। भारतीय टीम ने इसमें 110 मैच जीते, 74 हारे और पांच मैच ड्रा रहे। टी20 अंतरराष्ट्रीय में उन्होंने 74 मैचों में भारत का नेतृत्व किया और टीम को 41 जीत दिलाई।