धोनी को घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए कभी नहीं कहा, विराट-रोहित को परेशान करने पर भड़के पूर्व चीफ सिलेक्टर
punjabkesari.in Wednesday, Dec 03, 2025 - 12:58 PM (IST)
स्पोर्ट्स डेस्क : BCCI ने हाल ही में अपने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट वाले खिलाड़ियों के लिए नियम लागू किया है कि वे घरेलू क्रिकेट खेलेंगे, जब तक कि वे चोटिल न हों, नेशनल ड्यूटी पर न हों या उन्हें विशेष छूट न मिली हो। इसी के चलते विराट कोहली और रोहित शर्मा जल्द ही विजय हज़ारे ट्रॉफी में दिखाई दे सकते हैं। हालांकि पूर्व चीफ सिलेक्टर MSK प्रसाद का मानना है कि बोर्ड को इन दिग्गज खिलाड़ियों पर घरेलू मैच खेलने का दबाव नहीं डालना चाहिए। उन्होंने कहा कि रोहित और कोहली न सिर्फ टीम के अनुभवी खिलाड़ी हैं बल्कि युवा खिलाड़ियों से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।
BCCI का नया नियम और कोहली-रोहित की संभावित भागीदारी
BCCI ने साफ कर दिया है कि सभी कॉन्ट्रैक्टेड खिलाड़ी अवसर मिलने पर घरेलू क्रिकेट खेलें, ताकि उनकी फिटनेस और मैच प्रैक्टिस का संतुलन बना रहे। इसी नीति के आधार पर दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (DDCA) ने घोषणा की कि विराट कोहली आगामी विजय हज़ारे ट्रॉफी में हिस्सा लेंगे। उम्मीद है कि रोहित शर्मा भी 50 ओवर के इस घरेलू टूर्नामेंट में मैदान पर उतरेंगे। इस नियम का उद्देश्य घरेलू स्तर पर स्टार खिलाड़ियों की मौजूदगी बढ़ाना है, जिससे युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा और अनुभव मिल सके।
MSK प्रसाद की चेतावनी—“रोहित और कोहली पर दबाव न डालें”
पूर्व भारतीय चयनकर्ता MSK प्रसाद ने मौजूदा चीफ सिलेक्टर अजीत अगरकर को सलाह दी है कि कोहली और रोहित जैसे बड़े खिलाड़ियों पर घरेलू क्रिकेट खेलने का दबाव न बनाया जाए। प्रसाद के अनुसार, रोहित और कोहली वर्तमान में टीम के सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी हैं। उनकी मानसिक स्थिति और निर्णय क्षमता से खिलवाड़ करना गलत होगा। घरेलू क्रिकेट खेलना अच्छा है, लेकिन इसे जबरदस्ती की तरह पेश नहीं करना चाहिए।' प्रसाद ने कहा, “पहले यह सुनिश्चित होना चाहिए कि इन बड़े खिलाड़ियों के दिमाग से नहीं खेला जा रहा है। वे ही बेहतर खेल रहे हैं, युवा नहीं।”
MS धोनी का उदाहरण – प्रसाद की सोच का आधार
प्रसाद ने याद दिलाया कि अपने सिलेक्टर कार्यकाल में उन्होंने कभी भी MS धोनी को घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए मजबूर नहीं किया। उन्होंने कहा, "यह अच्छा होगा अगर वे नेशनल ड्यूटी पर न होने पर डोमेस्टिक क्रिकेट खेलें, क्योंकि इससे स्टेट टीमों के युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरणा मिलेगी। लेकिन ध्यान रखना चाहिए कि यह मुद्दा हर समय न उठाया जाए। हमारी धोनी से डोमेस्टिक क्रिकेट खेलने के बारे में कभी कोई बात नहीं हुई। उन्होंने तब खेला जब उन्हें लगा कि यह जरूरी है। शुरू में साफ बातचीत होनी चाहिए। या फिर, 'परफॉर्म करो या हार जाओ' पॉलिसी पर टिके रहें। कन्फ्यूजन की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए।"
रोहित और कोहली की हालिया फॉर्म
रोहित शर्मा शानदार लय में हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने प्लेयर ऑफ द सीरीज अवार्ड जीता। उनकी गेंदबाज़ों पर लगातार आक्रामक बल्लेबाजी जारी है। वहीं, विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के शुरुआती दो वनडे में शून्य पर आउट होने के बाद शानदार वापसी की। उन्होंने तीसरे मुकाबले में नाबाद अर्धशतक जड़ा। रांची में साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले ODI में उन्होंने 120 गेंदों पर 135 रन की बेहतरीन पारी खेली। रोहित शर्मा ने भी उसी मैच में 51 गेंदों पर 57 रन बनाए।

