जन्मदिन स्पेशल : न्यूजीलैंड में जन्मे स्टोक्स ने ऐसे बनाई इंग्लैंड टीम में जगह, रिकाॅर्ड्स भी देखें

punjabkesari.in Friday, Jun 04, 2021 - 12:45 PM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क : इंग्लैंड के ऑलराउंडर और टेस्ट टीम के कप्तान बेन स्टोक्स आज अपना 30वां जन्मदिन मना रहे हैं। स्टोक्स का जन्म 4 जून 1991 को न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में हुआ था। इंग्लैंड की विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा रहे स्टोक्स को 2019 वर्ल्ड कप फाइनल के दौरान प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब भी मिला था। स्टोक्स उन 6 ऑलराउंडरों में शामिल हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 4000 से ज्यादा रन और 150 विकेट्स अपने नाम किए हैं। आइए जानते हैं स्टोक्स से जुड़ी कुछ खास बातें -

शुरूआती जीवन 

स्टोक्स का जन्म न्यूजीलैंड में हुआ था। उनके पिता रग्बी लीग खिलाड़ी और दिवंगत कोच जेरार्ड स्टोक्स हैं जिन्हें 'गेड स्टोक्स' के नाम से जाना जाता है। उनकी मां ब्रिटिश थी। अपने पिता के वर्किंगटन टाउन रग्बी लीग क्लब का मुख्य कोच नियुक्त किए जाने के बाद वह 12 साल की उम्र में इंग्लैंड चले गए और कॉकरमाउथ के छोटे से वेस्ट कुम्ब्रियन शहर में पले-बढ़े। उन्होंने कॉकरमाउथ स्कूल में पढ़ाई लिया और इस दौरान कॉकरमाउथ क्रिकेट क्लब के लिए क्रिकेट खेला। उन्होंने 2006 में 15 वर्षीय में क्लब के साथ नॉर्थ लंकाशायर और कुम्ब्रिया क्रिकेट लीग प्रीमियर डिवीजन का खिताब जीता। 

घरेलू करियर 

स्टोक्स ने 2009 में द ओवल में डरहम के लिए वनडे में डेब्यू किया और पेशेवर क्रिकेट में तीसरी गेंद पर अत्यधिक अनुभवी बल्लेबाज मार्क रामप्रकाश का विकेट लेने में सफल रहे। उन्होंने 2009 के दौरान बांग्लादेश अंडर19 के खिलाफ 2 टेस्ट खेले जिसमें उन्होंने अर्धशतक बनाया और कुछ विकेट लिए। इसके बाद वह 2010 में अंडर-19 विश्व कप में खेलने गए जिसके दौरान उन्होंने भारत अंडर-19 टीम के खिलाफ शतक बनाकर सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा।  

उन्होंने डरहम के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) के खिलाफ पारंपरिक सीज़न ओपनर के दौरान पदार्पण किया जो 2010 के लिए अबू धाबी के शेख जायद स्टेडियम में हो रहा था। उस मैच में स्टोक्स ने अर्धशतक लगाया और एक विकेट भी लिया। 2010 काउंटी क्रिकेट सीज़न की शुरुआत में उन्होंने डरहम के लिए चैंपियनशिप में भी पदार्पण किया और एसेक्स के खिलाफ एक मैच में खेले। उन्होंने 13 मई को ट्रेंट ब्रिज में नॉटिंघमशायर के खिलाफ अपना पहला प्रथम श्रेणी शतक बनाया। स्टोक्स ने डरहम के लिए खेल के सभी रूपों में खेलना जारी रखा। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में एक सफल पदार्पण सत्र के बाद उन्हें इंग्लैंड के प्रदर्शन कार्यक्रम में जगह दी गई और 2010-11 की एशेज के दौरान ऑस्ट्रेलिया की यात्रा की। 

अंतर्राष्ट्रीय करियर

स्टोक्स ने अगस्त 2011 में आयरलैंड के खिलाफ एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय (वनडे) में इंग्लैंड की तरफ से डेब्यू किया। इस मैच में वह पॉल स्टर्लिंग के हाथों 3 रन पर आउट हो गए थे और उन्हें गेंदबाजी करने का मौका नहीं मिला। लेकिन उन्होंने एक कैच लपका। 

स्टोक्स 2011 में भारत के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला के लिए सीमित ओवरों की टीम में बने रहे। श्रृंखला के पहले दो मैचों में स्टोक्स ने बल्लेबाजी व गेंदबाजी नहीं की। स्टोक्स के चोटिल होने का मतलब था कि वह श्रृंखला में गेंदबाजी करने में सक्षम नहीं थे और इसलिए उन्हें केवल एक बल्लेबाज के रूप में चुना गया था। तीसरे मैच में स्टोक्स ने 20 रनों की पारी खेली जिससे इंग्लैंड ने 3 विकेट से मैच जीत लिया। सीरीज के चौथे मैच में स्टोक्स केवल 7 रन ही बना पाए और मैच डकवर्थ-लुईस पद्धति के कारण टाई पर समाप्त हुआ। 

स्टोक्स ने वेस्टइंडीज के खिलाफ ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 23 सितम्बर 2011 डेब्यू किया। उन्होंने दूसरे मैच में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 31 रन बनाए लेकिन इंग्लैंड को 25 रन से हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 2 टी20 मैच खेले, हालांकि फिर से चोटिल होने के कारण गेंदबाजी नहीं कर सकते थे। उन्होंने पहले मैच में नाबाद 9 रन बनाए और इस बार भी इंग्लैंड को हार का मुख देखना पड़ा। बारिश से प्रभावित दूसरे मैच में उन्होंने बल्लेबाजी नहीं की। 

एशेज 2013-14 ने बदली जिंदगी 

स्टोक्स 2012 में चोटों, फॉर्म की कमी और अनुशासनात्मक मुद्दों के कारण इंग्लैंड के लिए नहीं खेले थे। लेकिन इसके बाद दिसम्बर 2013 में उन्होंने टेस्ट में डेब्यू किया और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज सीरीज खेली और शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने दूसरे टेस्ट में पदार्पण किया और इंग्लैंड की पहली पारी में 1 रन का योगदान देने से पहले माइकल क्लार्क और पीटर सिडल के विकेट लिए। दूसरी पारी में उन्होंने इंग्लैंड की हार में 90 गेंदों पर 28 रन बनाए। 

उन्हें तीसरे टेस्ट में चुना गया और उन्होंने ब्रैड हैडिन का विकेट लिया और फिर 57 गेंदों में 18 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में उन्होंने माइकल क्लार्क को बोल्ड कर स्टीव स्मिथ का विकेट लिया। इंग्लैंड की दूसरी पारी में उन्होंने 195 गेंदों में 120 रन बनाकर अपना पहला टेस्ट शतक बनाया और फिर कैच लपका। चौथे टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने 14 रन बनाए और फिर शेन वॉटसन को आउट करने में कामयाब रहे। दूसरी पारी में उन्होंने 19 रन बनाए और इंग्लैंड की हार में डेविड वार्नर का विकेट लिया। स्टोक्स ने 5वें टेस्ट की पहली पारी में 99 रन देकर करियर के सर्वश्रेष्ठ 6 विकेट लिए जिसमें कप्तान क्लार्क का 10 रन पर विकेट और शीर्ष स्कोरर स्टीव स्मिथ (115 रन) का विकेट शामिल था। स्टोक्स ने पहली पारी में इंग्लैंड के लिए सबसे ज्यादा 47 रन बनाए। दूसरी पारी में उन्होंने 32 रन बनाए। इसके बाद वह आगे बढ़ते चले गए और कई उपलब्धियां हासिल की।

रिकॉर्ड और उपलब्धियां

क्रिकेट विश्व कप में मैन ऑफ द फाइनल - 2019
गेंदों के मामले में दूसरा सबसे तेज दोहरा शतक। 
टेस्ट में सबसे तेज 250 जिसके लिए उन्होंने 196 गेंदें खेली।
एक टेस्ट पारी में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले दूसरे नंबर - 11 छक्के 
छठे स्थान पर एक टेस्ट पारी में सर्वाधिक रन – 258 रन  
टेस्ट में एक दिन के पहले सत्र में सर्वाधिक रन - 130 रन 
छठे विकेट के लिए सबसे बड़ी टेस्ट साझेदारी। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जॉनी बेयरस्टो के साथ 399 रनों की साझेदारी करके यह उपलब्धि हासिल की। 
इयान बॉथम के बाद इंग्लैंड के लिए टेस्ट में 4,000 से अधिक रन और 100 से अधिक विकेट लेने वाले दूसरे क्रिकेटर बने। 


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Content Writer

Sanjeev

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