हार्दिक के कप्तान नहीं बनाए जाने से निराश हुए बचपन के कोच जितेंद्र सिंह, जानें क्या कहा
punjabkesari.in Wednesday, Jul 14, 2021 - 04:15 PM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क : हार्दिक पांड्या ने 2016 में अपनी शुरुआत की और तब से उन्होंने भारत के बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक के रूप में अपनी जगह बनाई है। उन्होंने वनडे और टी20 में राष्ट्रीय टीम का अभिन्न अंग होने के बावजूद टेस्ट टीम में अपनी जगह पाने के लिए प्रयास किया है। हार्दिक को 2018 में भारत के इंग्लैंड दौरे के बाद से टीम में जगह नहीं मिली जहां उन्होंने नॉटिंघम के ट्रेंट ब्रिज में 5 विकेट लिए। पांड्या ने 11 टेस्ट में 31.29 की औसत से 532 रन बनाए हैं जिसमें 17 विकेट्स भी शामिल हैं।
इस बीच उनके बचपन के कोच जितेंद्र सिंह ने माना कि हार्दिक में टेस्ट क्रिकेट में सफल होने के लिए "स्वभाव" और परिपक्वता है। उन्होंने एक वेबसाइट के साथ एक विशेष साक्षात्कार में कहा, वह योगदान दे सकता है। उसके पास तकनीक, स्वभाव और परिपक्वता है। अगर उसे मौका मिले तो वह खुद को साबित कर सकता है। उनके लिए परिस्थितियां मायने नहीं रखतीं क्योंकि उनकी तकनीक अच्छी और सरल है।
हार्दिक फिलहाल श्रीलंका में वनडे और टी20 सीरीज की तैयारी कर रहे हैं। विराट कोहली की गैरमौजूदगी में शिखर धवन को कप्तान बनाया गया है। हालांकि जितेंद्र ने कहा कि 18 जुलाई से शुरू हो रही है इस सीरीज की अगुआई का मौका हार्दिक को दिया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा, 'निश्चित रूप से, मैं था। वह एक अच्छा विकल्प हो सकता था क्योंकि वह 5 से 7 साल तक खेला है। उसके पास नए विचार हैं और उसमें बहुत ऊर्जा है। वह (कप्तानी में) एक अच्छा निवेश हो सकता था, खासकर सफेद गेंद के प्रारूप के लिए।
हार्दिक के बचपन के कोच ने कहा, पिछले 5 वर्षों में स्टारडम ने हार्दिक को एक व्यक्ति या खिलाड़ी के रूप में नहीं बदला है। उन्होंने कहा, नहीं, वह बिल्कुल नहीं बदला है। वह क्लब के दिनों से वही अंडर-16 वाला लड़का है। सच कहूं तो हाल ही में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सक्रिय कई खिलाड़ियों और कोचों के साथ अपने प्रदर्शन और बातचीत के कारण मुझे बहुत कुछ सिखाया है। यदि आप एक अच्छे इंसान हैं तो आप एक अच्छे क्रिकेटर भी होंगे। क्रिकेट आपके व्यक्तित्व का उपोत्पाद है।