भारत और न्यूजीलैंड मैच में बारिश हो गई तो कौन होगा विजेता? जानें ICC के नए रूल
punjabkesari.in Thursday, Mar 06, 2025 - 03:57 PM (IST)

खेल डैस्क : चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल मुकाबला भारत और न्यूजीलैंड में दुबई के मैदान पर 9 मार्च को निश्चित है। भारतीय टीम ग्रुप स्टेज में न्यूजीलैंड को हरा चुकी है। लेकिन न्यूजीलैंड ने टूर्नामेंट में जिस तरह प्रदर्शन किया है उससे फाइनल और भी रोमांचक हो गया है। न्यूजीलैंड ने बीते दिन ही चैंपियंस ट्रॉफी के दूसरे सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 50 रन से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। लेकिन क्या हो अगर फाइनल का दिन बारिश की भेंट चढ़ जाए तो। अगर बारिश से मैच प्रभावित हुआ तो आईसीसी का नियम क्या होगा। आइए जानते हैं-
क्रिकेट मैच में बारिश का आना स्वभाविक है। लेकिन यह बड़े मुकाबले धो दे। ऐसा बहुत कम हुआ है। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए आईसीसी ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए विशेष नियमों का ध्यान रखा है। आईसीसी ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भी एक दिन रिजर्व रखा है। यदि 9 मार्च की निर्धारित तिथि पर बारिश के कारण खेल बाधित होता है, तो मैच अगले दिन फिर से शुरू किया जाएगा।
वैसे भी अगर वेदर रिपोर्ट देखी जाए तो 9 मार्च को दुबई में हलके बादल छाए रहने की उम्मीद है। अधिकतम तापमान 32 तो न्यूनतम 23 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है।
क्रिकेट फैंस को याद है कि चैंपियंस ट्रॉफी 2002 का फाइनल मुकाबला दो बार बारिश के कारण प्रभावित रहा था। उक्त मुकाबला भारत और श्रीलंका की टीमों के बीच खेला गया था। उस समय रिजर्व डे का इतना प्रचलन नहीं था लेकिन जब फाइनल में रिजर्व डे लेकर मैच करवाया गया तो उस दिन इंद्र देवता को आईसीसी मना नहीं सकी। लगातार दूसरे दिन बारिश हुई जिससे फाइनल पूरा नहीं करवाया जा सका।
पहले दिन श्रीलंका ने खेलते हुए 50 ओवरों में 5 विकेट खोकर 244 रन बनाए थे। जवाब में खेलने उतरी भारतीय टीम ने जब 2 ओवरों में बिना विकेट गंवाए 14 रन बना लिए थे तो बारिश आ गई। क्योंकि 15 ओवर पूरे नहीं हो पाए थे इसलिए मैच का नतीजा नहीं निकला।
दूसरे दिन दोबारा फाइनल मुकाबला करवाया गया। श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी की ओर 7 विकेट पर 222 रन बनाए। जवाब में खेलने उतरी टीम इंडिया ने 84 ओवर में जब 1 विकेट खोकर 38 रन बना लिए थे तो फिर से बारिश आ गई। इसके बाद मैच शुरू नहीं हो पाया। आईसीसी ने इसके बाद दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित कर दिया। ऐसा आईसीसी के इतिहास में पहली बार हुआ था।