भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम ने दो बड़े अंतरराष्ट्रीय पदक जीतकर किया वर्ष 2025 का सफल समापन

punjabkesari.in Sunday, Dec 28, 2025 - 04:56 PM (IST)

नई दिल्ली : भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम ने दो बड़े अंतरराष्ट्रीय पदक सुल्तान ऑफ जोहोर कप में रजत और एफआईएच हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कप तमिलनाडु में कांस्य जीतकर वर्ष 2025 का समापन एक बहुत ही सफल साल के तौर पर किया। पूरे साल पीआर श्रीजेश के मार्गदर्शन में कई गहन राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविरों के माध्यम से कोच ने एक टीम बनाई और खिलाड़ियों को दिसंबर में जूनियर विश्व कप के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए तैयार किया। 

भारत की प्रतिस्पर्धी तैयारी जून में चार देशों के टूर्नामेंट से शुरू हुई, जो अच्छी यूरोपीय टीमों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण तैयारी का अवसर था। मेजबान जर्मनी के साथ-साथ स्पेन और ऑस्ट्रेलिया का सामना करते हुए, भारतीय जूनियर टीम ने बड़ी टीमों के खिलाफ अपनी योजना परीक्षण किया और टूर्नामेंट में तीसरे स्थान पर रही।       

उन्होंने अक्टूबर में 2025 सुल्तान ऑफ जोहोर कप में उसी लय और सीख को आगे बढ़ाया, जहां भारत ने रजत पदक जीतने के लिए एक मजबूत और लगातार प्रदर्शन किया। टीम ने ग्रेट ब्रिटेन, न्यूजीलैंड और मलेशिया पर महत्वपूर्ण जीत दर्ज की और पाकिस्तान के साथ 3-3 से ड्रॉ भी खेला और लीग चरण में शानदार प्रदर्शन के बाद फाइनल में पहुंची। 

खिताबी मुकाबले में भारत ने 59वें मिनट में एक दुर्भाग्यपूर्ण गोल खाया और ऑस्ट्रेलिया से 1-2 से हार गई और रजत पदक से संतोष करना पड़ा। यह सारी तैयारी टीम को FIH हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कप तमिलनाडु 2025 तक ले गई, जो सीजन का सबसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंट था, जहाँ भारत ने घरेलू धरती पर एक यादगार अभियान चलाया। 

भारत ने पूल चरण में क्रमश: चिली, ओमान और स्विट्जरलैंड पर तीन आसान जीत के साथ अपने अभियान की शुरुआत की और नॉकआउट राउंड में प्रवेश किया। क्वाटर्र-फ़ाइनल एक निर्णायक पल साबित हुआ, क्योंकि भारतीय टीम ने अपना संयम बनाए रखा और शूटआउट में बेल्जियम को 4-3 से हराकर सेमी- फाइनल में जगह बनाई। गोलकीपर प्रिंस दीप सिंह ने शूटआउट में दो अहम बचाव करके शानदार क्लास और हिम्मत दिखाई, जिससे भारत टूर्नामेंट में आगे बढ़ सका। 

दुर्भाग्य से भारत सेमी-फाइनल में चैंपियन जर्मनी से 1-5 से हार गया, लेकिन तीसरे/चौथे स्थान के प्लेऑफ में टीम ने शानदार वापसी करते हुए अर्जेंटीना के खिलाफ अविश्वसनीय प्रदर्शन किया और कांस्य पदक हासिल किया। चौथे क्वाटर्र तक दो गोल से पीछे होने के बावजूद, भारत ने मैच के आखिरी 15 मिनट में अपना सब कुछ लगा दिया और लगातार चार गोल करके मैच को अपने नाम किया और साल का दूसरा अंतरराष्ट्रीय पदक जीता। 

मनमीत सिंह छह गोल के साथ भारत के सबसे अधिक गोल करने वाले खिलाड़ी रहे, जबकि शरदानंद तिवारी और दिलराज सिंह ने पांच-पांच गोल किए। जैसे-जैसे साल आगे बढ़ा, भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम एक स्थिर और आत्मविश्वासी टीम के रूप में सामने आई। कई खिलाड़यिों ने अहम पलों पर शानदार प्रदर्शन किया। 

कप्तान रोहित पूरे सीजन में एक प्रभावशाली कप्तान के रूप में उभरे और साथ ही उन्होंने अपनी ड्रैगफ्लिकिंग स्किल्स को भी बेहतर बनाया, जो अहम मैचों में एक मुख्य हथियार बन गया। आक्रमण में, दिलराज सिंह और अर्शदीप सिंह ने लगातार गोल किए, जिससे भारत को फॉरवडर् लाइन में बढ़त मिली। डिफेंस में, प्रिंस दीप सिंह एक भरोसेमंद खिलाड़ी के रूप में परिपक्व हुए, उन्होंने ज़्यादा दबाव वाली स्थितियों में भी शांत प्रदर्शन किया, जबकि अनमोल एक्का टीम के इंजन के रूप में उभरे, उन्होंने मिडफील्ड से खेल को नियंत्रित किया और डिफेंस को आक्रमण से जोड़ा। 

FIH हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कप तमिलनाडु 2025 में कांस्य पदक और 2025 सुल्तान ऑफा जोहोर कप में रजत पदक के साथ, इस सीजन में न केवल नतीजे मिले, बल्कि हॉकी इंडिया के विजन के तहत भारतीय हॉकी के भविष्य के लिए एक मजबूत नींव भी रखी गई है। 


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Content Writer

Sanjeev

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