IND vs AUS : जसप्रीत बुमराह का दावा- 12 गेंदों में 6 बार कोंस्टास का विकेट लेने से चूका
punjabkesari.in Saturday, Dec 28, 2024 - 03:10 PM (IST)
मेलबर्न : आस्ट्रेलिया के 19 वर्ष के नए बल्लेबाज सैम कोंस्टास ने भले ही उनके स्पैल में दो छक्के लगाए लेकिन भारत के चैम्पियन तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने शनिवार को कहा कि उन्हें कभी लगा नहीं कि वह विकेट से दूर हैं। बुमराह ने कहा कि चौथे टेस्ट के पहले दिन कोंस्टास से रोचक मुकाबला रहा। उन्होंने कहा कि वह पहले 2 ओवर में छह सात बार ऐसे मौके बने जब वह उसे आउट कर सकते थे। कोंस्टास ने 65 गेंद में 62 रन बनाए और बुमराह को 2 छक्के भी जड़े। टेस्ट क्रिकेट में तीन साल में पहली बार किसी बल्लेबाज ने बुमराह की गेंद पर छक्का लगाया।
बुमराह ने कहा कि मैं चीजों को उस तरह से नहीं देखता। मैं अच्छी गेंदबाजी कर रहा हूं और नतीजे मेरे पक्ष में है लेकिन अलग अलग जगहों पर मैंने बेहतर गेंदबाजी की है। क्रिकेट में यही होता है कि कई बार आपको विकेट मिलते हैं लेकिन कई बार अच्छी गेंदबाजी करने पर भी विकेट नहीं मिलते। सब कुछ बराबर चलता है। उन्होंने कहा कि मैंने 12 साल से अधिक टी20 क्रिकेट खेला है और इसका अच्छा खासा अनुभव है।
The best fast bowler in the world joins us. Jasprit Bumrah chats about:
— 7Cricket (@7Cricket) December 27, 2024
- Whether this is the best he's ever bowled
- How he felt bowling to Sam Konstas on Boxing Day
- Why he feels like playing in Australia brings the best out of him
- The current state of the Test#AUSvIND pic.twitter.com/vlchRCwXjl
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में इस साल अब तक 24 विकेट ले चुके बुमराह ने कहा कि रोचक बल्लेबाज (कोंस्टास)। मुझे लगा नहीं कि मैं विकेट से दूर हूं। शुरू में मुझे लगा कि पहले दो ओवर में छह सात बार उसे आउट कर सकता हूं लेकिन क्रिकेट में ऐसा ही होता है। कई बार विकेट मिल जाती है और जब नहीं मिलती तो आप उसी व्यक्ति की आलोचना करते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे नई चुनौतियों का सामना करना पसंद है।
आस्ट्रेलिया में वनडे क्रिकेट में पदार्पण करने वाले बुमराह ने कहा कि यहां उन्होंने हमेशा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि आस्ट्रेलिया में हमेशा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करता रहा हूं। मैंने पहली बार 2018 में यहां टेस्ट खेला था और 2016 में वनडे में पदार्पण किया। यहां काफी चुनौतियां मिलती है क्योंकि विकेट सपाट हैं और नई गेंद से कूकाबूरा से मदद मिलती है लेकिन बाद में नहीं। उन्होंने कहा- इसलिए आपकी सटीकता की जांच होती है। मौसम आपकी फिटनेस और धैर्य की परख करता है। एक बार इन चुनौतियों से उबरने के बाद आप बेहतर क्रिकेटर बनते हैं।