प्रैक्टिस के लिए सुबह 4.30 बजे उठती थी झूलन, तभी बनी महिला टीम की कपिल देव
punjabkesari.in Wednesday, Nov 25, 2020 - 03:25 PM (IST)
जालन्धर : भारतीय महिला क्रिकेट टीम की अहम सदस्य तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी अपना 39वां जन्मदिन मना रही हैं। अंतरराष्ट्रीय करियर में 300 से ज्यादा विकेट चटकाने वाले झूलन को महिला टीम इंडिया की कपिलदेव माना जाता है। झूलन वनडे में 225, टी-20 में 56 तो टेस्ट मैचों में 40 विकेट ले चुकी हैं। झूलन के बाद यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया की कैथरिन फिट्जपैट्रिक के नाम है जो टेस्ट और वनडे में कुल 240 विकेट ले चुकी हैं। यानी झूलन से काफी पीछे। झूलन आज जिस मुकाम पर हैं उस तक पहुंचने के लिए उन्हें कड़ा संघर्ष करना पड़ा।
Happy birthday to @BCCIWomen's all-time leading wicket-taker at the World Cup, @JhulanG10! 🙌
— Cricket World Cup (@cricketworldcup) November 25, 2018
To celebrate, watch all 🔟 of her #WWC17 wickets! pic.twitter.com/tL5D9VXxhx
80 मिलोमीटर दूर प्रैक्टिस के लिए जाती थी झूलन
15 साल की उम्र में क्रिकेट झूरू करने वाली झूलन सुबह 4.30 पर उठकर लोकल ट्रेन से प्रेक्टिस सेशन में पहुंचतीं थी जोकि करीब 80 किलोमीटर पड़ता था। पश्चिम बंगाल के नाडिया जिले के एक छोटे से गांव में पैदा हुईं झूलन इससे पहले फुटबॉलर बनना चाहती थी लेकिन ईडन गार्डन, कोलकाता ग्राऊंड में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच मैच दौरान जब झूलन ने बॉल गर्ल के तौर पर काम किया तब बेलिंडा क्लार्क, डेबी हॉकी और कैथरीन फिट्जपैट्रिक जैसेखिलाडिय़ों को देखकर उन्होंने क्रिकेट में करियर बनाने की राह चुनी।
Happy Birthday Legend Jhulan Goswami 🎂@JhulanG10#JhulanGoswami #BCCI #BCCIWomen #TeamIndia #Legend#HappyBirthdayJhulan pic.twitter.com/iysnpmYx6l
— Indian Women Cricket 🇮🇳 (@BCCI_Women) November 25, 2018
2007 में बनी थीं आईसीसी क्रिकेटर ‘ऑफ द ईयर’
25 नवंबर 1982 को कोलकाता में जन्मी झूलन ने अपना पहला वनडे मैच इंग्लैंड के खिलाफ 2002 में खेला था। उन्हें प्यार से सभी कोजी के नाम से हैं गुलाते हैं। 2017 का महिला वल्र्ड कप जीतना कोजी का सबसे बड़ा सपना था जो पूरा नहीं हो पाया। उन्हें 2007 में आईसीसी क्रिकेटर ‘ऑफ द ईयर’ चुना गया। इसके साथ ही उन्हें टीम का कप्तान बना दिया गया। 2010 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार तो 2012 में पद्मश्री से नवाजा गया। झूलन के नाम कई ऐसे रिकॉर्ड हैं जो महिला क्रिकेट में बेमिसाल हैं। वह टी-20 क्रिकेट से संन्यास ले चुकी हैं और अब अपना सारा ध्यान वनडे और टेस्ट पर लगा रही हैं।