भारत के 20 साल के लक्ष्य सेन इतिहास बनाने से चूके, ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन का फाइनल गंवाया
punjabkesari.in Sunday, Mar 20, 2022 - 11:10 PM (IST)

बर्मिंघम : भारतीय स्टार लक्ष्य सेन ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में रविवार को यहां विश्व के नंबर एक खिलाड़ी और तोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता विक्टर एक्सेलसेन से सीधे गेम में हारने के कारण उप विजेता रहे। प्रकाश पादुकोण (1980) और पुलेला गोपीचंद (2001) के बाद ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप का खिताब जीतने वाला तीसरा भारतीय बनने की कवायद में लगे लक्ष्य को खिताबी मुकाबले में डेनमार्क के एक्सेलसेन से 10-21, 15-21 से हार का सामना करना पड़ा। यह मैच 53 मिनट तक चला।
एक्सेलसेन ने दिखाया कि वह बड़े मैचों का धुरंधर खिलाड़ी है। उन्होंने पहले गेम में शुरू में ही 5-0 की बढ़त बनाकर लक्ष्य को दबाव में ला दिया। इसके बाद दोनों खिलाडिय़ों में 61 शॉट की रैली देखने को मिली जिसमें डेनमार्क के खिलाड़ी ने बाजी मारकर स्कोर 9-2 किया। इसके बाद ब्रेक तक वह 11-2 से आगे हो गए थे। लक्ष्य ने एक दो अवसरों पर अच्छे शॉट लगाए लेकिन पहले गेम में पूरी तरह एक्सेलसेन का दबदबा रहा जिसे उन्होंने 22 मिनट में आसानी से अपने नाम किया। एक्सेलसेन ने दूसरे गेम में भी 4-2 की बढ़त बना रखी थी लेकिन लक्ष्य ने जल्द ही स्कोर 4-4 से बराबर कर दिया।
Did someone say Men’s Singles final? 👀
— 🏆 Yonex All England Badminton Championships 🏆 (@YonexAllEngland) March 20, 2022
It’s Axelsen vs Sen! LET’S GO! #YAE22 pic.twitter.com/LGj5gFNnkH
एक्सेलसेन ने लगातार चार अंक बनाकर 8-4 से बढ़त बनाई और ब्रेक तक वह 11-5 से आगे थे। लक्ष्य ने ब्रेक के बाद लगातार तीन अंक बनाये लेकिन एक्सेलसेन ने उन्हें वापसी का मौका नहीं दिया और जल्द ही स्कोर 17-10 कर दिया। इसके बाद दोनों के बीच 70 शॉट की रैली देखने को मिली जिसमें लक्ष्य ने अंक बनाया। एक्सेलसेन ने करारे स्मैश से 7 मैच प्वाइंट हासिल किए जिनमें से लक्ष्य केवल दो का ही बचाव कर पाए। इससे पहले जापान की अकीनी यामागुची ने कोरिया की अन सियोंग को 21-15, 21-15 से हराकर महिला एकल का खिताब जीता।
इससे पहले विश्व चैम्पियनशिप कांस्य पदक विजेता लक्ष्य सेन ने गत चैम्पियन मलेशिया के ली जि जिया को हराकर आल इंग्लैंड बैडमिंटन चैम्पियनशिप के फाइनल में प्रवेश किया था। उन्होंने एक घंटे और 16 मिनट तक चले मैच में ली को 21-13, 12-21, 21-19 से हराया। पादुकोण ने 1980 में और गोपीचंद ने 2001 में खिताब जीता था जबकि नाथ 1947 में और महिला वर्ग में साइना नेहवाल 2015 में फाइनल हार गई थी।
16 अगस्त 2001 को उत्तराखंड के अल्मोरा में जन्मे लक्ष्य सेन पूर्व विश्व जूनियर नं. 1 प्लेयर हैं। उन्होंने 2018 एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में लड़कों के एकल और ग्रीष्मकालीन युवा ओलिम्पिक में मिश्रित टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीते हैं। उनकी सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि इससे पहले 2021 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतना था। इस मैच में वह श्रीकांत किदांबी से हारे गए थे।
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