मैकस्वीनी को करियर के शुरुआत में करना पड़ा कड़ी चुनौती का सामना
punjabkesari.in Sunday, Dec 22, 2024 - 06:02 PM (IST)
मेलबर्न : इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने भारत के दिग्गज तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के खिलाफ संघर्ष करने वाले नाथन मैकस्वीनी के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए कहा कि वह भविष्य में मध्यक्रम के बल्लेबाज के रूप में वापसी कर सकते हैं। मैकस्वीनी को तीन टेस्ट की छह पारियों में चार बार बुमराह ने आउट किया। ऑस्ट्रेलिया के चयनकर्ताओं ने मेलबर्न और सिडनी टेस्ट के लिए उनकी जगह युवा बल्लेबाज सैम कोन्स्टास को चुना है।
वॉन ने कहा, ‘मैकस्वीनी की बात करूं तो मुझे नहीं लगता कि ऐसा कोई खिलाड़ी है जिसे करियर की शुरुआत में चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना किया हो। पिछले 10 वर्षों में मैंने जितने भी खिलाड़ियों को टेस्ट क्रिकेट में आते देखा है, मुझे नहीं लगता कि किसी को भी इससे कठिन चुनौती मिली है।'
मैकस्वीनी ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पर्थ में खेले गये शुरुआती टेस्ट में पदार्पण किया था। सलामी बल्लेबाज के तौर पर टीम में शामिल हुए 25 साल के इस खिलाड़ी ने छह पारियों में 10, शून्य, 39, 10 नाबाद, नौ और चार रन बनाए। वॉन ने कहा, ‘उसे बुमराह को उन परिस्थितियों में सामना करना पड़ा। पर्थ टेस्ट में गेंद काफी स्विंग हो रही थी। एडिलेड में दूसरे टेस्ट में गुलाबी गेंद और फिर ब्रिस्बेन में भी परिस्थिति बल्लेबाजी के लिए मुश्किल थी।'
श्रृंखला में अब तक संघर्षों के बावजूद वॉन को उम्मीद थी कि मैकस्वीनी मेलबर्न में बॉक्सिंग डे टेस्ट के लिए टीम में शामिल रहेंगे। उन्होंने कहा, ‘मैंने सोचा था कि वे मेलबर्न टेस्ट में मैकस्वीनी को बरकरार रखेंगे और अगर वह फिर से विफल रहे, तो वे सिडनी में अपने घरेलू टेस्ट के लिए सैम (कोन्स्टास) को लाएंगे।'
इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि टीम से बाहर होना मैकस्वीनी के लिए अच्छा साबित हो सकता है क्योंकि वह नैसर्गिक सलामी बल्लेबाज नहीं हैं। उन्होंने ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि लंबे समय में यह मैकस्वीनी के लिए बुरी बात होगी। मुझे लगता है कि वह ऑस्ट्रेलिया टेस्ट क्रिकेट टीम का अहम हिस्सा बनेगा, लेकिन मुझे नहीं लगता कि वह सलामी बल्लेबाज होगा। मैं मुझे लगता है कि यह चौथे या पांचवें क्रम के लिए बेहतर बल्लेबाज है।'