भारतीय टीम में 46 साल बाद मिली पारसी को जगह, साथी खिलाड़ी ने खोले कई राज

punjabkesari.in Saturday, May 08, 2021 - 11:08 AM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क : भारतीय वरिष्ठ चयन समिति ने शुक्रवार को आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए टीम इंडिया की ऐलान किया। इस टीम में स्टैंड बाय खिलाड़ियों में अर्जन नागवासवाला का भी नाम शामिल है। नागवासवाला 46 साल बाद भारतीय टीम में जगह पाने वाले पारसी बन गए हैं। इससे पहले सन् 1975 में फारुख इंजीनियर भारतीय पुरुष टीम का हिस्सा बने थे।

गुजरात के युवा तेज गेंदबाज अर्जन नागवासवाला वलसाड जिले के नारगोल गांव के रहने वाले हैं और साल 2018 में बड़ौदा के खिलाफ फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया था। नागवासवाला उस समय चर्जा में आए थे जब उन्होंने मुंबई के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम में पारी में 5 विकेट चटकाए थे। उन्होंने 2019-20 रणजी ट्रॉफी सीज़न के दौरान 18.36 पर 8 मैचों में 41 विकेट लिए थे।

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जहीर खान ने कहा था- मैं उनकी तरह गेंदबाजी करता हूं

मुंबई इंडियंस के साथ नेट गेंदबाज के रूप में चुने जाने के बाद नागवासवाला को जहीर खान से मिलने का मौका मिला था। एक मीडिया हाउस से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, वह (जहीर) आए और कहा कि मैं उनकी तरह गेंदबाजी करता हूं। यह दौरा मेरे लिए सीखने का एक शानदार अनुभव होगा और मैं इसके लिए तत्पर हूं। उन्होंने कहा, यह निश्चित रूप से हमारे समुदाय के लिए गर्व का क्षण होगा। जब से मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया, मैं हमेशा क्रिकेटर बनना चाहता था। मुझे पता है कि मेरे समुदाय की विरासत क्या रही है। आगे भी ऐसा ही करने की कोशिश करूंगा। 

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गुजरात टीम के साथी खिलाड़ी ने कही ये बात

उनकी गुजरात टीम के साथी प्रियांक पांचाल ने नागवास्वला की प्रमुख विशेषताओं के बारे में बताया। उन्होंने कहा, सबसे अच्छी बात यह है कि वह गेंद को दोनों तरह से स्विंग करवा सकता है। उसी समय, वह लगातार 135 से उपर की गति से भी गेंद फैंक सकता है। वह घरेलू सर्किट के उन गेंदबाजों में से एक हैं जो घातक बाउंसर फेंकते हैं। तेज गेंदबाज आधे रास्ते के आसपास पिच को छोटा करके गेंदबाजी करते हैं, लेकिन अर्जन को आधे रास्ते और अच्छी लंबाई वाले क्षेत्र के बीच पिच करके उछाल मिल सकता है। 

उन्होंने कहा, जिस तरह से उन्होंने सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी में गेंदबाजी की, मुझे लगा कि कोई उन्हें इंडियन प्रीमियर लीग के लिए चुनेगा लेकिन वह मुंबई इंडियंस के लिए एक नेट गेंदबाज के रूप में चले गए। अच्छी बात यह है कि अब अर्जन यहां से बढ़ेगा। प्रारंभ में, उसके पास गति थी, लेकिन लाइन पर नियंत्रण नहीं था। यहां तक कि भारतीय टीम के साथ नेट गेंदबाज के रूप में भी उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा। वह दौरे के बाद बेहतर गेंदबाज बनकर आएंगे। 

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भारतीय टीम के लिए चुने गए पारसी क्रिकेटर

फिरोज एडुलजी पलिया
सोराबजी होर्मासजी मुंचरेश कोलाह
रुस्तमजी जमशेदजी
खेरशेद रुस्तमजी मेहरोमजी
रुसितोमजी शेरियार मोदी
जमशेद खुदाद ईरानी
केकी खुर्शेदजी तारापोर
पहलन रतनजी उमरीगर
नरीमन जमशेदजी ठेकेदार
रुसी फ्रामरोज सुरती
फारूख इंजीनियर 
डायना एडुल्जी
रुसी जीवनभोई - रिजर्व विकेटकीपर - भारत का वेस्टइंडीज दौरा 1971 
अर्जन नागवासवाला - स्टैंडबाय

गौर हो कि नागवासवाला ने गुजरात के लिए 16 फर्स्ट क्लास मैचों में 62, 20 लिस्ट ए मैचों में 39 और 15 टी20 मैच खेलते हुए 21 विकेट अपने नाम किए हैं। 


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Content Writer

Sanjeev

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