राफेल नडाल ने 14वीं बार जीता फ्रेंच ओपन, ग्रैंड स्लैम की संख्या हुई 22
punjabkesari.in Sunday, Jun 05, 2022 - 10:00 PM (IST)

पेरिस : राफेल नडाल ने रविवार को फ्रेंच ओपन फाइनल में कैस्पर रुड को 6-3, 6-3, 6-0 से हराकर रोलां गैरो में अपनी बादशाहत कायम रखते हुए 14वीं चैंपियनशिप और कुल मिलाकर 22वां ग्रैंड स्लैम खिताब अपने नाम किया। ये दोनों रिकॉर्ड पहले से ही नडाल के नाम है। नडाल ने यह जीत अपने 36वें जन्मदिन के दो दिन बाद दर्ज की जिससे लाल बाजरी पर खेले जाने वाले इस टूर्नामेंट के इतिहास में खिताब जीतने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बने।
Rafa-Garros 🇪🇸🏆 pic.twitter.com/0iC9GYREvt
— Roland-Garros (@rolandgarros) June 5, 2022
यूं जीता फइनल मुकाबला
फिलिप चैटरियर कोर्ट पर पांचवीं सीड नडाल ने पहले दो सेट आसानी से 6-3,6-3 से जीते और तीसरे सेट में उन्होंने आठवीं सीड रुड को एक भी गेम जीतने का मौका दिए बिना इसे 6-0 से निपटा दिया।
जोकोविच-फेडरर से निकले आगे
स्पेन के इस खिलाड़ी ने 2005 में 19 साल के उम्र में पहली बार यहां खिताब जीता था और इस टूर्नामेंट में तभी से उनका दबदबा कायम है। सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने के मामले में भी उन्होंने दिग्गज रोजर फेडरर और नोवाक जोकोविच पर दो खिताब की बढ़त बना ली है। फेडरर चोटिल होने के कारण पिछले काफी समय से खेल से दूर हैं तो वहीं जोकोविच कोविड-19 टीकाकरण विवाद के कारण ऑस्ट्रेलियाई ओपन में नहीं खेल सके थे।
उच्च रैंकिंग के प्लेयरों को हराया
नडाल ने हाल के दिनों में बार-बार कहा है कि उनकी उम्र और पैर के पुराने दर्द को देखते हुए यह सुनिश्चित नहीं है कि कौन सा मैच उनका आखिरी होगा। कोर्ट फिलिप चैट्रियर में उनकी लय को देखकर हालांकि ऐसा नहीं लगा। उन्होंने अपने अभियान के दौरान शीर्ष 10 रैंकिंग में शामिल चार खिलाडिय़ों (चौथे दौर में नंबर नौ फेलिक्स ऑगर-अलियासिमे, क्वार्टर फाइनल में नंबर एक जोकोविच, सेमीफाइनल में नंबर 3 अलेक्जेंडर ज्वेरेव और फाइनल में रैंकिंग में नंबर 8 रुड) को शिकस्त दी।
फ्रेंच ओपन में नडाल का रिकॉर्ड
नडाल ने 2005, 2006, 2007, 2008, 2010, 2011, 2012, 2013, 2014, 2017, 2018, 2019, 2020, 2022 में कुल 14 बार फ्रेंच ओपन जीता। इसके अलावा 2009 और 2022 में ऑस्ट्रेलियन ओपन, 2008 और 2010 में विम्बलडन तथा 2010, 2013, 2017, 2019 में यूएस ओपन के खिताब जीते। नडाल जब भी फ्रेंच ओपन के फाइनल में पहुंचे, हमेशा जीते ही हैं।