RCB बिक्री के लिए आधिकारिक रूप से सूचीबद्ध, खरीदारों की लगी कतार
punjabkesari.in Thursday, Nov 06, 2025 - 12:55 PM (IST)
स्पोर्ट्स डेस्क : भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए बड़ी खबर यह है कि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) को आधिकारिक रूप से बिक्री के लिए रखा गया है। फ्रैंचाइज़ी की मालिक ब्रिटिश कंपनी डियाजियो ने इस प्रक्रिया की पुष्टि करते हुए बताया है कि वे 31 मार्च 2026 तक नए मालिक की तलाश पूरी करना चाहते हैं। यह फैसला कंपनी की सहायक इकाई यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड (USL) की रणनीतिक समीक्षा का हिस्सा है। RCB, जो इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) और महिला प्रीमियर लीग (WPL) दोनों में भाग लेती है, अब भारतीय खेल जगत की सबसे मूल्यवान संपत्तियों में से एक बन चुकी है।
डियाजियो का आधिकारिक बयान और बीएसई को सूचना
डियाजियो और उसकी भारतीय शाखा USL ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) को भेजे गए एक पत्र में पुष्टि की कि उन्होंने अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी रॉयल चैलेंजर्स स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (RCSPL) की रणनीतिक समीक्षा शुरू कर दी है। पत्र में कहा गया है कि यह प्रक्रिया भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के सूचीबद्धता नियमों के अनुरूप है और इसे 31 मार्च 2026 तक पूरा करने की उम्मीद है। डियाजियो ने स्पष्ट किया कि समीक्षा का उद्देश्य यह तय करना है कि RCSPL, जिसमें RCB फ्रैंचाइज़ी का स्वामित्व शामिल है, कंपनी के दीर्घकालिक व्यावसायिक लक्ष्यों के अनुरूप है या नहीं।
USL का रुख: मूल्यवान संपत्ति, लेकिन मुख्य व्यवसाय नहीं
USL के प्रबंध निदेशक और सीईओ प्रवीण सोमेश्वर ने बयान में कहा कि RCB कंपनी के लिए हमेशा एक “मूल्यवान और रणनीतिक संपत्ति” रही है, लेकिन यह उनके मुख्य एल्कोहल और बेवरेज व्यवसाय का हिस्सा नहीं है। उन्होंने आगे कहा, “यह निर्णय यूएसएल और डियाजियो की भारत में अपने निवेश पोर्टफोलियो की नियमित समीक्षा की प्रक्रिया का हिस्सा है। हमारा लक्ष्य सभी हितधारकों के लिए दीर्घकालिक मूल्य बनाना और RCSPL के भविष्य को सर्वोत्तम दिशा देना है।” यह स्पष्ट संकेत है कि डियाजियो अपने मूल व्यवसाय पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहता है और क्रिकेट फ्रैंचाइज़ी से बाहर निकलने की योजना बना रहा है।
संभावित खरीदारों की लंबी कतार
RCB के बिक्री पर जाने की खबर जैसे ही सामने आई, कई बड़े उद्योग समूहों और निवेश फर्मों ने रुचि दिखानी शुरू कर दी है। रिपोर्ट्स के अनुसार अमेरिका की एक प्राइवेट इक्विटी फर्म पहले से ही अधिग्रहण में दिलचस्पी दिखा रही है। इसके अलावा भारतीय कॉर्पोरेट जगत के कई दिग्गज जैसे JSW समूह, जो पहले से ही दिल्ली कैपिटल्स का सह-मालिक है, अडानी समूह, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला और देवयानी इंटरनेशनल के चेयरमैन रवि जयपुरिया, सभी ने RCB खरीदने में रुचि दिखाई है। यह प्रतिस्पर्धा बताती है कि RCB, अपनी मजबूत ब्रांड पहचान, वफादार फैन बेस और ग्लोबल मार्केट वैल्यू के कारण निवेशकों के लिए एक आकर्षक अवसर बनी हुई है।
RCB की स्थिति और संभावनाएं
RCB, भले ही अभी तक IPL ट्रॉफी नहीं जीत पाई है, लेकिन यह सबसे लोकप्रिय और मार्केटेबल फ्रैंचाइज़ी में से एक है।
विराट कोहली, फाफ डुप्लेसिस, और ग्लेन मैक्सवेल जैसे स्टार खिलाड़ियों के साथ, टीम का वैश्विक प्रशंसक आधार विशाल है। इसके अलावा, महिला प्रीमियर लीग (WPL) में RCB महिला टीम की मजबूत शुरुआत ने ब्रांड वैल्यू को और बढ़ाया है। नए मालिक के लिए यह न केवल एक खेल निवेश होगा, बल्कि एक वैश्विक ब्रांड विस्तार का अवसर भी साबित हो सकता है।

