'खामोशी अनुपस्थिति नहीं, शोक था' : बेंगलुरु भगदड़ के 3 महीने बाद RCB ने तोड़ी चुप्पी
punjabkesari.in Thursday, Aug 28, 2025 - 12:43 PM (IST)

बेंगलुरु (कर्नाटक) : बेंगलुरु भगदड़ के तीन महीने बाद पहली बार इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) फ्रैंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने गुरुवार को अपने प्रशंसकों के लिए एक भावुक संदेश साझा किया जिसमें कहा गया कि 'खामोशी अनुपस्थित नहीं, बल्कि शोक था'। 4 जून को बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा लोग उस समय घायल हो गए जब वह RCB की पहली IPL जीत का जश्न मनाने इकट्ठा हुए थे। लगभग 3 लाख लोगों की भारी भीड़ इस जश्न को देखने के लिए इकट्ठा हुई थी।
केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण (कैट) की दो सदस्यीय पीठ ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) को अपने घरेलू मैदान एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर 'लगभग 3 से 5 लाख लोगों' की भीड़ के जमा होने के लिए 'जिम्मेदार' ठहराया। RCB ने एक्स पर लिखा, 'यह खामोशी अनुपस्थिति नहीं थी। यह शोक था। यह जगह कभी ऊर्जा, यादों और उन पलों से भरी थी जिनका आपने सबसे ज्यादा आनंद लिया था... लेकिन 4 जून ने सब कुछ बदल दिया। उस दिन ने हमारा दिल तोड़ दिया, और तब से यह खामोशी हमारे लिए जगह बनाने का तरीका बन गई है।'
Dear 12th Man Army, this is our heartfelt letter to you!
— Royal Challengers Bengaluru (@RCBTweets) August 28, 2025
𝗜𝘁’𝘀 𝗯𝗲𝗲𝗻 𝗰𝗹𝗼𝘀𝗲 𝘁𝗼 𝘁𝗵𝗿𝗲𝗲 𝗺𝗼𝗻𝘁𝗵𝘀 𝘀𝗶𝗻𝗰𝗲 𝘄𝗲 𝗹𝗮𝘀𝘁 𝗽𝗼𝘀𝘁𝗲𝗱 𝗵𝗲𝗿𝗲.
The Silence wasn’t Absence. It was Grief.
This space was once filled with energy, memories and moments that you… pic.twitter.com/g0lOXAuYbd
फ्रेंचाइजी ने कहा, 'उस खामोशी में हम शोक मना रहे हैं। सुन रहे हैं। सीख रहे हैं। और धीरे-धीरे हमने सिर्फ एक प्रतिक्रिया से बढ़कर कुछ बनाना शुरू कर दिया है। कुछ ऐसा जिस पर हम सचमुच विश्वास करते हैं। इस तरह आरसी अस्तित्व में आया। यह सम्मान देने, मरहम लगाने और अपने प्रशंसकों के साथ खड़े होने की जरूरत से विकसित हुआ। हमारे समुदाय और प्रशंसकों द्वारा आकार दिया गया सार्थक कार्रवाई का एक मंच। हम आज इस जगह पर वापस आ रहे हैं, जश्न मनाने के लिए नहीं, बल्कि देखभाल के साथ। आपके साथ खड़े होने के लिए। साथ मिलकर आगे बढ़ने के लिए। कर्नाटक का गौरव बने रहने के लिए।'
पिछले महीने कैट ने पुलिस की 'अनुमति' लिए बिना या उनकी 'सहमति' के बिना समारोहों की जानकारी 'एकतरफा' रूप से डालने के लिए RCB की खिंचाई की थी। कैट के आदेश में कहा गया है कि न तो फ्रैंचाइजी और न ही उसकी इवेंट मैनेजमेंट फर्म, एस डीएनए एंटरटेनमेंट नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड ने स्टेडियम में खिताबी जश्न परेड आयोजित करने के लिए कोई अनुमति मांगी थी।
यह आदेश पुलिसकर्मियों के बचाव में आया जिसमें कहा गया कि वे 'इंसान' हैं, 'न तो भगवान हैं और न ही जादूगर और उनके पास 'अलादिन के चिराग' जैसी जादुई शक्तियां नहीं हैं जो केवल उंगली रगड़ने से इच्छा पूरी कर सकें।' कर्नाटक सरकार ने एम चिन्नास्वामी स्टेडियम भगदड़ के बाद निलंबित किए गए चार पुलिस अधिकारियों का निलंबन रद्द कर दिया है। 28 जुलाई के एक आदेश में कर्नाटक सरकार ने दो आईपीएस अधिकारियों और दो कर्नाटक राज्य पुलिस सेवा अधिकारियों सहित चार शीर्ष अधिकारियों को सभी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही लंबित रहने तक ड्यूटी पर बहाल कर दिया।
राज्य सरकार ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक बी दयानंद, आईपीएस शेखर एच टेक्कन्नावर, पुलिस उपाधीक्षक सी बालकृष्ण और पुलिस निरीक्षक एके गिरीश का निलंबन रद्द कर दिया। इसके अतिरिक्त 4 जुलाई की भगदड़ की जांच के लिए कर्नाटक सरकार द्वारा नियुक्त न्यायमूर्ति जॉन माइकल कुन्हा आयोग के निष्कर्षों के अनुसार, बेंगलुरु स्थित एम चिन्नास्वामी स्टेडियम को बड़े पैमाने के आयोजनों के लिए 'अनुपयुक्त और असुरक्षित' माना गया है।