मैं जब बीसीसीआई अध्यक्ष था तो रोहित शर्मा महान कप्तान थे : सौरव गांगुली
punjabkesari.in Friday, May 09, 2025 - 01:21 AM (IST)

खेल डैस्क : भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान और विश्व क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज रोहित शर्मा ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की, जिसने क्रिकेट जगत में एक युग के अंत की शुरुआत की। रोहित ने 7 मई 2025 को अपने टेस्ट करियर को अलविदा कहा, और उनका आखिरी टेस्ट मैच 26 दिसंबर 2024 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में खेला गया था। बीसीसीआई ने इस अवसर पर रोहित को "हिटमैन" के रूप में सम्मानित करते हुए उनके योगदान की सराहना की और पुष्टि की कि वह वनडे क्रिकेट में भारत का नेतृत्व करना जारी रखेंगे।
इसी बीच पूर्व भारतीय कप्तान और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली ने रोहित शर्मा के टेस्ट संन्यास पर अपनी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने रोहित की उपलब्धियों की प्रशंसा की और उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। गांगुली ने कहा कि वह (रोहित) भारत के लिए एक बेहतरीन खिलाड़ी रहे हैं। उन्हें मेरी शुभकामनाएं। उनका करियर शानदार रहा है, और वह भारत के लिए वनडे और आईपीएल में खेलना जारी रखेंगे। गांगुली ने यह भी उल्लेख किया कि रोहित ने कप्तान के रूप में भारत को कई यादगार जीत दिलाईं, और बीसीसीआई का काम खिलाड़ियों का समर्थन करना है।
गांगुली ने रोहित की कप्तानी की प्रशंसा करते हुए कहा कि जब वह बीसीसीआई अध्यक्ष थे, तब उन्होंने 2021 में रोहित को भारतीय टीम का कप्तान बनाया था। उस समय इस फैसले की काफी आलोचना हुई थी, खासकर जब विराट कोहली ने टी20 कप्तानी छोड़ी थी। गांगुली ने एक साक्षात्कार में कहा कि जब मैंने रोहित को कप्तान बनाया था, तब मुझे बहुत गालियां मिली थीं। लेकिन अब, जब उन्होंने 2024 टी20 विश्व कप जीता, तो लोगों ने मुझे गाली देना बंद कर दिया। गांगुली का मानना था कि रोहित में नेतृत्व की अद्भुत क्षमता थी, जो उन्होंने मुंबई इंडियंस को पांच आईपीएल खिताब जिताकर पहले ही साबित कर दी थी।
हालांकि, गांगुली ने रोहित के टेस्ट फॉर्म पर भी चिंता जताई थी। मार्च 2025 में, उन्होंने कहा कि रोहित का पिछले 4-5 वर्षों में टेस्ट क्रिकेट में प्रदर्शन उनकी क्षमता के अनुरूप नहीं रहा। उन्होंने कहा कि उनके कद और क्षमता वाला खिलाड़ी इससे कहीं बेहतर कर सकता था। उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ आगामी पांच टेस्ट मैचों के लिए अपनी सोच पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि यह एक कठिन सीरीज होगी। गांगुली ने यह भी सुझाव दिया कि रोहित को टेस्ट क्रिकेट में वही आक्रामकता और जुनून दिखाना चाहिए, जो उन्होंने सफेद गेंद क्रिकेट में दिखाया
बता दें कि रोहित ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता के ईडन गार्डन्स में की थी, जहां उन्होंने 177 रनों की शानदार पारी खेली। अपने 12 साल के टेस्ट करियर में, रोहित ने 67 टेस्ट मैचों में 40.57 की औसत से 4,301 रन बनाए, जिसमें 12 शतक और 18 अर्धशतक शामिल हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 212 रन रहा।