''रोहित को 2027 वनडे विश्व कप का हिस्सा होना चाहिए, उनमें अभी भी भूख और दृढ़ संकल्प है''
punjabkesari.in Monday, Aug 11, 2025 - 05:29 PM (IST)
 
            
            नई दिल्ली : रोहित शर्मा के बचपन के कोच दिनेश लाड ने कहा कि सलामी बल्लेबाज को 2027 वनडे विश्व कप में खेलना चाहिए जो अक्टूबर और नवंबर 2027 में दक्षिण अफ्रीका, जिम्बाब्वे और नामीबिया में खेला जाना है। रोहित ने इस साल की शुरुआत में भारत को चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब दिलाया था।
एकदिवसीय विश्व कप में दो साल से अधिक का समय बचा है और आने वाले महीनों में भारत के लिए 50 ओवर के मैच सीमित हैं, ऐसे में एकदिवसीय प्रारूप में रोहित के भविष्य को लेकर अफवाहें तेज हो गई हैं। अनुभवी कोच ने रोहित को 2011 वनडे विश्व कप से बाहर किए जाने की ओर इशारा किया और कहा कि इस दाएं हाथ के बल्लेबाज में अभी भी देश के लिए योगदान देने की 'भूख और दृढ़ संकल्प' है।
लाड ने कहा, 'रोहित शर्मा को 2027 वनडे विश्व कप में जरूर खेलना चाहिए। ट्रॉफी जीतना हमेशा से उनका सपना रहा है, और वह 2011 की विजयी टीम का हिस्सा बनने से चूक गए।' लाड रोहित के नेतृत्व के भविष्य को लेकर संशय में रहे, लेकिन अगले वनडे विश्व कप में उनके शामिल होने का समर्थन किया। उन्होंने कहा, 'वह टीम का नेतृत्व करेंगे या नहीं, यह बीसीसीआई और चयनकर्ताओं को तय करना है, लेकिन उनमें अभी भी भूख और दृढ़ संकल्प है, उन्हें 2027 विश्व कप टीम का हिस्सा होना चाहिए।'
रोहित ने 273 वनडे मैचों में 48.76 की औसत से 11,168 रन बनाए हैं जिसमें 32 शतक और 58 अर्द्धशतक शामिल हैं। उनके नाम इस प्रारूप में तीन दोहरे शतक लगाने का अनोखा रिकॉर्ड भी है। इस महीने की शुरुआत में रोहित इंग्लैंड के खिलाफ 5वें और अंतिम टेस्ट मैच को देखने के लिए द ओवल में मौजूद थे जिसे भारत ने छह रनों से जीतकर एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2-2 से बराबर कर ली थी।
रोहित ने 67 टेस्ट मैचों में 40.57 की औसत से 4,301 रन बनाए जिसमें 12 शतक और 18 अर्द्धशतक शामिल हैं। रोहित ने 24 टेस्ट मैचों में भारत का नेतृत्व भी किया, जिसमें से 12 में जीत मिली और 9 में हार का सामना करना पड़ा। रोहित ने टेस्ट मैचों में सलामी बल्लेबाज के रूप में 66 पारियों में 42.81 की शानदार औसत से रन बनाए, जिसमें 9 शतक और आठ अर्द्धशतक शामिल हैं। उन्होंने द ओवल में ऑस्ट्रेलिया से हारने के बाद 2023 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में भारत को उपविजेता बनाने में भी अहम भूमिका निभाई।


 
                     
                             
                             
                             
                             
                             
                             
                             
                             
                            