क्या है समित द्रविड़ की उपलब्धियां ! बनाने जा रहे भारतीय पिता-पुत्र क्रिकेटरों की 12वीं जोड़ी
punjabkesari.in Saturday, Aug 31, 2024 - 02:35 PM (IST)
नई दिल्ली : क्रिकेट इतिहास में हम बहुत सारे पिता-पुत्र की जोड़ियों को घरेलू या अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन करते देखा जा सकताहै। भारतीय क्रिकेट भी इससे अछूता नहीं रहा है। सचिन तेंदुलकर और अर्जुन तेंदुलकर, इफ्तिखार अली खान पटौदी और मंसूर अली खान पटौदी, लाला अमरनाथ और मोहिंदर, सुरिंदर, राजिंदर अमरनाथ, दत्ता गायकवाड़ और अंशुमन गायकवाड़, पंकज रॉय और प्रणब रॉय, विजय मांजरेकर और संजय मांजरेकर, सुनील गावस्कर और रोहन गावस्कर, योगराज सिंह और युवराज सिंह, रोजर बिन्नी और स्टुअर्ट बिन्नी, वीनू और अशोक मांकड़, और हेमंत और हृषिकेश कानिटकर।
अब इस सूची में एक और नाम शामिल होने जा रहा है। भारत के पूर्व कप्तान और कोच राहुल द्रविड़ और उनके बड़े बेटे समित द्रविड़ अब यह रिकॉर्ड बनाने जा रहे हैं। दाएं हाथ के मध्यक्रम के बल्लेबाज समित को भारत अंडर 19 टीम में चुना गया है जोकि ऑस्ट्रेलिया के खिलफ तीन 50 ओवर के खेल और दो 4 दिवसीय मैच खेलेंगे। उक्त मैच सितंबर-अक्टूबर में क्रमशः पुडुचेरी और चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया टीम के खिलाफ मैच खेले जाएंगे।
समित पहली बार चर्चा में साल 2015 में आए थे जब उन्होंने अपनी टीम माल्या अदिति इंटरनेशनल स्कूल के लिए खेलते हुए अमेरिका के न्यू होराइजन पब्लिक स्कूल के खिलाफ 77 रन बनाए थे। बेंगलुरु में उन्होंने बैंगलोर यूनाइटेड क्रिकेट क्लब के लिए खेलते हुए फ्रैंक एंथोनी पब्लिक स्कूल के खिलाफ 125 रन बनाए। 2019 में उन्होंने अंडर-14 कर्नाटक इंटर-जोनल लेवल क्रिकेट टूर्नामेंट खेल की पहली पारी में 201 और दूसरी पारी में नाबाद 94 रन बनाकर सबका ध्यान खींचा।
समित 2019-20 सीजन में बी.टी. के लिए डिवीजन II के अंडर-14 इंटर-स्कूल टूर्नामेंट में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। इस कारण उन्हें रमैया शील्ड भी मिली थी। समित बाद में कर्नाटक अंडर-19 टीम का हिस्सा बने जिसने 2023/24 कूच बिहार ट्रॉफी जीती, जहां उन्होंने आठ मैचों में 362 रन बनाए। उन्होंने गेंदबाजी करते हुए 16 विकेट भी लिए। समित ने बाद में इस साल अलूर में मेहमान लंकाशायर टीम के खिलाफ तीन दिवसीय मैच में केएससीए इलेवन के लिए खेला। इसके बाद वह महाराजा टी20 ट्रॉफी के लिए मैसूर वॉरियर्स द्वारा चुना गया। वह 7 पारियों में 82 रन ही बना पाए हैं क्योंकि उन्हें ज्यादा गेंदें खेलने का मौका नहीं मिला है। लेकिन आशा है कि भारत के लिए अंडर 19 फार्मेट में वह जरूर धूम मचाएंगे।