शुभमन गिल के साथ फोटो आने पर Sara Tendulkar ने तोड़ी चुपी, पोस्ट डाल कही यह बातें
punjabkesari.in Wednesday, Nov 22, 2023 - 05:08 PM (IST)
खेल डैस्क : महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर की बेटी सारा तेंदुलकर भी बीते दिनों डीपफेक का शिकार हुई थी जब उनकी फोटो से छेड़छाड़ कर उसे गलत तरीके से सोशल मीडिया पर पेश किया था। उक्त फोटो सारा तेंदुलकर ने अपने भाई अर्जुन के साथ खिंचवाई थीं लेकिन सोशल मीडिया पर इसमें किसी ने अर्जुन का चेहरा हटाकर शुभमन गिल का लगा दिया था। इसके बाद से अफवाहों का बाजार गर्म हो गया था कि शुभमन गिल और सारा तेंदुलकर डेट कर रहे हैं। अब इन्हीं मुद्दों पर सारा तेंदुलकर ने अपनी चुप्पी तोड़ दी है।
यह है असली फोटो
सारा ने इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा- हमारे सुख, दुख और दैनिक गतिविधियों को साझा करने के लिए सोशल मीडिया हम सभी के लिए एक अद्भुत स्थान है। हालांकि, तकनीक का इस्तेमाल कर दुरुपयोग देखना चिंताजनक है। यह सच्चाई से दूर ले जाता है। सारा ने आगे लिखा कि मेरी कुछ डीपफेक तस्वीरें हैं जो हकीकत से कोसों दूर हैं। एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर सारा तेंदुलकर नाम का अकाउंट खुद को पैरोडी घोषित करता है लेकिन जाहिर तौर पर मेरे नाम पर लोगों को गुमराह करता है। मेरा एक्स पर कोई अकाउंट नहीं है। मुझे उम्मीद है कि एक्स इन अकाउंट पर गौर करेगा और उन्हें निलंबित करेगा।
क्या है डीपफेक
डीपफेक एक ऐसी तकनीक है जिसमे आप एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से तस्वीरों, वीडियो और ऑडियो में हेरफेर कर सकते है। इस तकनीक की मदद से आप किसी दूसरे व्यक्ति की फ़ोटो या वीडियो पर किसी और का चेहरा लगाकर उसे पूरी तरह से बदल भी सकते है।
रश्मिका मंधाना ने भी जताया था विरोध
साऊथ अभिनेत्री रश्मिका मंधाना की डीपफेक वीडियो आने के बाद यह मुद्दा गर्माया था। उक्त वीडियो असल में गुजरात की एक लड़की जारा पटेल की थी जिसे किसी ने एडिट कर वहां जारा की जगह रश्मिका का चेहरा लगा दिया। रश्मिका ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर इसका विरोध किया था और भारत सरकार से इसपर कार्रवाई करने को कहा था।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी जताया था दुख
एआई का इस्तेमाल करने वालों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक को नहीं छोड़ा। उन्होंने मोदी की गरबा खेलते की एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दी थी। पीएम मोदी ने एक कार्यक्रम के दौरान इस पर चिंता भी जताई थी। उन्होंने कहा कि डीपफेक समाज में बड़ी अशांति पैदा कर सकता है। लाइन से हटकर एक लाइन भी हंगामा खड़ा कर सकती है। जेनरेटिव एआई के माध्यम से तैयार तस्वीरों या वीडियोज में एक स्पष्ट डिस्क्लेमर होना चाहिए जिसमें लिखा हो कि यह डीपफेक का उपयोग करके बनाया गया है।