वनडे क्रिकेट के लिए शास्त्री की सूर्यकुमार को नसीहत, बोले- यह प्रारूप टी20 के आकार का ढाई गुना है
punjabkesari.in Thursday, Dec 01, 2022 - 07:24 PM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क: भारतीय धुरंधर बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव का टी20 क्रिकेट में बल्ला खूब चलता है और वह हाल ही में टी20 विश्व रैंकिंग में नंबर-1 बल्लेबाज बन गए हैं। सूर्यकुमार ने टी20 विश्व कप में अपने बल्ले से सभी गेंदबाजों की शामत ला दी और वह इसी फॉर्म के साथ न्यूजीलैंड दौरे के लिए भी रवाना हुए। उन्होंने न्यूजीलैंड खिलाफ पहले ही टी20 में 51 गेंदों में 111 रनों कि अविश्वसनीय पारी खेली, लेकिन इसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में सूर्यकुमार का बल्ला जैसे खामोश सा हो गया।
न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे में सूर्यकुमार ने 4 रन , दूसरे वनडे में 34 नाबाद और आखिरी मुकाबले में 6 रन की पारी खेली। उनकी 34 नाबाद रनों की पारी भी तब आई जब मैच को प्रति पक्ष 29 ओवर तक घटा दिया गया था। इसमें कोई दोराहे नहीं है कि वनडे प्रारूप में सूर्यकुमार का टी20 जैसा प्रभाव नहीं रहा है। वहीं, अब सूर्यकुमार यादव को भारत के दिग्गज क्रिकेटर और पूर्व भारतीय कोच ने वनडे क्रिकेट के लिए नसीहत दी है।
रवि शास्त्री का कहा है कि वनडे मैचों में सूर्यकुमार के दृष्टिकोण के बारे में चिंता करने की कोई बात नहीं है, लेकिन कुछ चीजें हैं जिसमें बल्लेबाज को सुधार करना चाहिए। शास्त्री ने कहा,"सूर्यकुमार जो सीख सकते हैं वह यह है कि वनडे क्रिकेट टी20 के आकार का ढाई गुना है। उनके पास शॉट खेलने के लिए कई और गेंदें हैं। वह इस प्रारूप में बल्लेबाजी करते वक्त थोड़ी देर और इंतजार कर सकते हैं और पारी के अंत में तबाही मचा सकते हैं। इसलिए, उनके मामले में, यह खुद को अतिरिक्त समय देने के बारे में है। वह वनडे में गुणवत्ता वाली पारी खेलने के लिए जिस चीज की आवश्यकता है, वो यह है कि वह थोड़ा इंतजार कर सकते हैं क्योंकि यह खेल थोड़ा लंबा है और फिर परिस्थितियां भी अलग हो सकती हैं। कभी-कभी, आप अपने जीवन के सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हो सकते हैं लेकिन आपको स्थिति का सम्मान करना होगा। आप परिस्थितियों का सम्मान नहीं करते, देर-सवेर आप इसका सम्मान करने के लिए वापस आएंगे।"
सूर्यकुमार यादव बांग्लादेश दौरे के लिए वनडे सीरीज का हिस्सा नहीं हैं। शास्त्री का मानना है कि सूर्यकुमार को इस ब्रेक में अपने वनडे क्रिकेट के बारे में विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा,"यह कुछ भी बड़ा नहीं है। यह खेल की लंबाई और उसे खेलने के लिए मिली गेंदों की संख्या की मानसिकता में बदलाव है। जब आप उप-महाद्वीप में खेलते हैं, तो आम तौर पर अगर वह बल्लेबाजी करने जाता है, तो वह ऐसा करेंगे। नंबर 5 पर जब स्कोर अच्छा और अक्सर अधिक होगा और फिर वह सीधे प्रभाव डाल सकते हैं। उनकी बल्लेबाजी के अनुकूल परिस्थितियों में, गेंदबाजों के पास बहुत कुछ नहीं होता है। इसलिए आप इसे बदल सकते हैं, लेकिन यहां समायोजन करने की जरूरत है और वह इससे सीखेंगे। वह एक स्मार्ट क्रिकेटर है। हमने देखा है कि जिस तरह से वह सुधार करते हैंय़ इसलिए यह उनके लिए मुश्किल नहीं है।"