सूर्यकुमार ने दिखाया कि वे अलग शैली में भी खेल सकते है, अमेरिका पर जीत के बाद बोले रोहित शर्मा
punjabkesari.in Thursday, Jun 13, 2024 - 11:57 AM (IST)
न्यूयॉर्क : भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि सूर्यकुमार यादव ने अमेरिका के खिलाफ मुकाबले में अनुभवी खिलाड़ी की तरह एक अलग शैली का खेल दिखाया है। भारत ने अमेरिका के खिलाफ 7 विकेट से जीत दर्ज करते हुए टी20 विश्व कप के सुपर 8 में जगह बनाई।
मैच के बाद पत्रकारों से बातचीत में रोहित ने सूर्यकुमार की बल्लेबाजी को लेकर कहा, ‘उन्होंने दिखाया कि वह एक अलग तरह की शैली के साथ भी बल्लेबाजी कर सकते हैं। आप अनुभवी खिलाड़ियों से यही उम्मीद करते हैं। मैदान पर उतरने के बाद अक्सर आप परिस्थितियों के हिसाब से बल्लेबाजी करने का प्रयास करते हैं। सूर्यकुमार ने आज कुछ वैसा ही किया। सूर्यकुमार और शिवम दुबे के बीच हुई, 67 रनों की साझेदारी हमारे लिए अहम थी। अंत में वह हमें जीत तक लेकर गए और यह एक शानदार प्रयास था।'
उन्होंने कहा, ‘हम जानते थे कि ये 111 रन हमारे लिए मुश्किल चुनौती है, लेकिन इसका श्रेय हमें जाता है। अंत में हमनें संयम बरता और साझेदारी भी की। शुरुआत में हमने विकेट खोए लेकिन इसका श्रेय सूर्यकुमार और शिवम को जाता है जिन्होंने परिपक्वता दिखाई और हमें जीत तक लेकर गए।'
रोहित ने दुबे के ऑलराउंड प्रदर्शन पर कहा, ‘हम चाहते हैं कि हमारे पास इसी तरह के विकल्प मौजूद हों। हालांकि एक बात यह भी है कि हमें पता होना चाहिए कि हमें कहां उनका प्रयोग कर सकते हैं। आज मुझे लगा कि हम उनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि पिच उस तरह की ही थी।' उन्होंने कहा, ‘हम जानते थे कि गेंदबाजो को सामने से हमारी टीम को नेतृत्व करना होगा। हम पता था कि इस पिच पर रन बनाना मुश्किल है। दोबारा कहूंगा कि हमारे गेंदबाजों ने शानदार काम किया। जिस तरह से उन्हें रन बनाने से रोका वह देखना शानदार था। यहां पर क्रिकेट खेलना आसान नहीं है। यह किसी भी मैच में किसी के साथ भी हो सकता है।'
उन्होंने कहा, ‘तीनों ही मैचों में यहां पर हमें अंत तक डटे रहना था और खेल को गहराई तक लेकर जाना था। हम खु़शकिस्मत रहे कि तीनों ही मैच जीते, जिससे हमें बहुत आत्मविश्वास मिला है।' उन्होंने कहा, ‘कई लड़के हैं जिनके साथ हमने काफी क्रिकेट खेला है। लेकिन मैं उनको देखकर काफी खुश हूं। पिछले साल हमने उनको मेजर क्रिकेट लीग में भी देखा, वह ताकत के साथ आगे बढ़े हैं और मैं उम्मीद कर सकता हूं कि इससे बेहतर उनके लिए कुछ नहीं है। वे कड़ी मेहनत करके ही अमेरिका में अपनी पहचान बना पाए हैं।'