B''Day Special : फिल्मों में एक्टिंग से लेकर सफल क्रिकेटर तक, जानें युवराज सिंह से जुड़े रोचक फैक्ट्स
punjabkesari.in Tuesday, Dec 12, 2023 - 01:21 PM (IST)
स्पोर्ट्स डेस्क : पूर्व तेजतर्रार भारतीय बल्लेबाज युवराज सिंह सभी भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के लिए एक लिजेंड की तरह हैं। एक ओवर में छह छक्के मारने वाले युवराज ने संन्यास के कुछ साल बाद भी प्रशंसकों के दिलों पर राज किया। युवराज आज अपना 40वां जन्मदिन मना रहे हैं और आइए इस खास मौके पर नके पांच ऐसे तथ्य पेश करते हैं जिनके बारे में शायद ही आप जानते होंगे।
युवराज ने अपने पूरे करियर में 12 नंबर की जर्सी पहनी थी। यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है, यह देखते हुए कि उनका जन्म साल के 12वें महीने और 12वें दिन हुआ था। इतना ही नहीं जिस अस्पताल में उनका जन्म हुआ वह चंडीगढ़ के सेक्टर 12 में था।
युवी छोटी उम्र में रोलर स्केटिंग और टेनिस के बहुत बड़े प्रशंसक थे। वह इन 2 खेलों में आगे बढ़ाना चाहते थे और यहां तक कि राष्ट्रीय अंडर-14 रोलर स्केटिंग चैम्पियनशिप भी जीता। हालांकि जब उनके पिता ने क्रिकेट में उनकी अपार प्रतिभा को देखा, तो उन्होंने उन्हें केवल इस पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा।
युवी ने अपने बचपन के दिनों में फिल्मों में भी अभिनय किया था। वह फिल्मी दुनिया में आने के लिए डैशिंग दिखते हैं लेकिन उन्होंने दावा किया कि वह अभिनय कौशल में खराब थे। विशेष रूप से उनके पिता योगराज सिंह एक प्रसिद्ध पंजाबी अभिनेता हैं जोकि एक पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हैं।
युवराज ने यॉर्कशायर के लिए काउंटी क्रिकेट खेला। वह कुछ उल्लेखनीय भारतीयों में से हैं जिन्होंने काउंटी सर्किट में खेला है। वह सचिन तेंदुलकर के बाद यॉर्कशायर के लिए खेलने वाले केवल दूसरे भारतीय क्रिकेटर हैं। इसके अलावा वह एकमात्र भारतीय ऑलराउंडर हैं जो आज तक इस टीम के लिए खेले हैं।
युवराज टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक ओवर में 6 छक्के लगाने वाले पहले क्रिकेटर होने के साथ ही टी20 विश्व कप में सबसे तेज (12 गेंदों पर) अर्धशतक लगाने वाले क्रिकेटर भी हैं। खास बात यह है कि यह दोनों रिकॉर्ड उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ बनाए थे। इसी के साथ ही युवी दो बार विश्व कप विजेता (टी20 और वनडे) टीम का हिस्सा भी रहे हैं।
यह सभी जानते हैं कि युवराज ने 2011 में फेफड़ों के कैंसर से लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने इस बीमारी से कड़ा मुकाबला किया और इस जंग में जीत हासिल की। इससे प्रेरित होकर उन्होंने जल्द ही अपना चैरिटी 'यूवीकैन' शुरू किया जो उनके जैसे अन्य रोगियों को इस घातक बीमारी से लड़ने में मदद करता है।