84 दंगों से पीड़ित था विक्रमजीत का परिवार, टी-20 विश्व कप में नीदरलैंड का ओपनर बनकर बटोर रहा चर्चा

punjabkesari.in Friday, Oct 28, 2022 - 09:06 PM (IST)

खेल डैस्क : टी-20 विश्व कप 2022 में नीदरलैंड की ओर से खेल रहे विक्रमजीत सिंह के पूर्वज जालन्धर के गांव चीमा खुर्द से हैं। 80 के दशक में जब पंजाब में विद्रोह चरम पर था तब विक्रमजीत के दादा खुशी चीमा  अपने परिवार को लेकर दिल्ली पहुंच गए थे। यहीं से वह नीदरलैंड पहुंच गए। हालांकि नीदरलैंड जाकर भी खुशी चीमा अपने पैतृक गांव नहीं भूले। वह नीदरलैंड में बसने के बावजूद अपनी फैमिली के साथ जालन्धर आते रहे। विक्रमजीत ने जालन्धर में ही पावरप्ले अकादमी में क्रिकेट प्रशिक्षण लिया है। यहां वह पूर्व अंडर-19 विश्व कप विजेता टीम के मेंबर तरुवर कोहली के साथ प्रैक्टिस करते थे।

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विक्रमजीत का क्रिकेट करियर
वनडे : 12 मैच, 367 रन
टी-20 : 8 मैच, 76 रन
लिस्ट ए : 14 मैच, 368 रन
ट्वंटी-20 : 8 मैच, 76 रन

 

84 के पीड़ित परिवारों में से एक है विक्रमजीत का परिवार
विक्रमजीत के पिता हरप्रीत ने बताया कि जब वह 5 साल के थे तो पिता दिसंबर 1984 की एक रात को अचानक जालंधर से दिल्ली आ गए थे। हरप्रीत के अनुसार- मैं उस रात और अगली सुबह को नहीं भूल सकता। हम दिल्ली में कुछ समय रहे उसके बाद नीदरलैंड पहुंच गए। हालांकि नीदरलैंड में एडजस्टमैंट बैठाना आसान नहीं था। वहां की भाषा और कल्चर अलग था। ऐसे में इसके साथ सामंजस्य बिठाने के लिए मुझे कई साल लग गए। अपने रंग और दाढ़ी के कारण कई ताने सुने लेकिन धीरे-धीरे स्थिति ठीक हो गई। 

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नीदरलैंड में शुरू किया टैक्सी का कारोबार
हरप्रीत ने बताया कि उनके पिता ने नीदरलैंड में अपनी मेहनत के साथ टैक्सी चलाने का काम शुरू किया। धीरे-धीरे उन्होंने अपनी ट्रांसपोर्ट बना ली। साल 2000 में खुशी चीमा बेटे हरप्रीत को अपनी कंपनी सौंपकर वापस पंजाब आ गए। 

 

विक्रमजीत का जन्म पंजाब में ही हुआ
नीदरलैंड में काम सैट होने के बाद हरप्रीत भी अपने पैतृक गांव चीमा खुर्द आते रहे। इसी दौरान उनकी शादी हुई। गांव में ही उनके बेटे विक्रमजीत का जन्म हुआ। विक्रमजीत जब सात साल का हुआ तो उन्हें हरप्रीत अपने साथ नीदरलैंड ले गए। विक्रमजीत 11 साल की उम्र में नीदरलैंड्स के अंडर-12 टूर्नामेंट में हिस्सा लेने लगे। तत्कालीन डच कप्तान पीटर बोरेन ने उनकी प्रतिभा को पहचाना था। 15 साल की उम्र में वह नीदरलैंड-ए टीम में शामिल हो गए थे।

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पावरप्ले अकादमी में निखारी प्रतिभा
विक्रमजीत नीदरलैंड से कई बार भारत आए जहां वह नकोदर रोड स्थित पावरप्ले अकादमी में क्रिकेट प्रशिक्षण लेते रहे। विक्रमजीत ने यहां भारत की अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप विजेता टीम के मेंबर रहे तरुवर कोहली के साथ प्रैक्टिस जारी रखी। 2021 में विशेष सत्र के लिए जालन्धर आए विक्रमजीत ने बताया कि उनकी दिल्ली तमन्ना दादा खुशी चीमा के साथ रहने की थी। इसी दौरान उन्होंने पावरप्ले अकादमी में एंट्री ली जहां माहिरों के साथ क्रिकेट प्रैक्टिस जारी रखी।

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दादा को गिफ्ट की नीदरलैंड की जर्सी
विक्रमजीत ने बताया कि उनके दादा क्रिकेट के बड़े फैन हैं। वह जब पिछले साल पंजाब आए तो उनके लिए नीदरलैंड की जर्सी भी लेकर आए थे। यह उनके लिए बड़ा भावुक लम्हा था क्योंकि हमारे परिवार में से कोई भी प्लेयर नहीं बना था। 


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Content Writer

Jasmeet

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