धोनी ने 2007 के बाद विकेटकीपिंग का अभ्यास क्यों बंद किया, पूर्व भारतीय फील्डिंग कोच का खुलासा
punjabkesari.in Sunday, Aug 24, 2025 - 07:21 PM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क : महान विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी विकेटकीपिंग का अभ्यास नहीं करते थे और ऐसा उन्होंने 2007 के बाद से करना शुरू किया था। अगस्त 2014 से नवंबर 2021 तक भारत के फील्डिंग कोच रहे आर श्रीधर ने इस बात का खुलासा किया है।
श्रीधर ने बताया, 'एमएस धोनी ने 8 या 9 साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के बाद विकेटकीपिंग का अभ्यास नहीं किया। जब वह बड़े हो रहे थे और 2007 या 2005 से पहले उन्होंने अपनी कोई खास पहचान नहीं बनाई थी, तब उन्होंने अपने विकेटकीपिंग कौशल पर काफी काम किया। उनकी अपनी एक बहुत अच्छी तकनीक थी। यह बहुत कारगर थी, और उन्होंने इसका खूब अभ्यास भी किया था।'
इस प्रतिष्ठित कोच ने बताया कि धोनी ने खुद इस बात को स्वीकार किया है। हालांकि ऐसा नहीं था कि उन्होंने बिल्कुल भी अभ्यास नहीं किया। वह नियमित रूप से प्रतिक्रिया अभ्यास करते थे जिसका मतलब था कि वह हर समय स्टंप के पीछे, खासकर स्पिनरों के सामने, चुस्त-दुरुस्त रहते थे।
श्रीधर ने आगे कहा, 'उन्होंने खुद स्वीकार किया कि एक बार जब उन्होंने भारत के लिए तीनों प्रारूपों में खेलना शुरू किया, तो काम का बोझ इतना ज्यादा था कि उन्हें ज्यादा अभ्यास करने की जरूरत नहीं थी, क्योंकि उनकी उंगलियां चोटिल हो रही थीं। तभी उन्होंने बड़ी ही चतुराई से विकेटकीपर के रूप में अपना काम का बोझ कम कर दिया। इसके बजाय, उन्होंने कुछ प्रतिक्रिया अभ्यास किए, जिससे वह चुस्त-दुरुस्त रहे और उनके दस्तानों की गति बिजली की तरह तेज़ रही। अभ्यास न करना' सही शब्द नहीं है, लेकिन उन्होंने इसे कम कर दिया क्योंकि उन्हें पता था कि काम का बोझ बहुत ज्यादा है।'