विश्व कप 2011 : फाइनल में युवराज से पहले धोनी को क्यों भेजा? सचिन तेंदुलकर ने तोड़ी चुप्पी
punjabkesari.in Monday, Aug 25, 2025 - 07:31 PM (IST)

नई दिल्ली : क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर ने रेडिट पर 'आस्क मी एनीथिंग' (AMA) सत्र आयोजित करके प्रशंसकों को उनसे जुड़ने का एक खास मौका दिया। पूर्व भारतीय कप्तान ने प्रशंसकों को क्रिकेट और उससे जुड़े अन्य विषयों पर सवाल पूछने के लिए आमंत्रित किया, जिससे जीवंत बातचीत और पुरानी यादें ताजा हुईं।
सवालों के बीच एक प्रशंसक ने वीरेंद्र सहवाग के इस खुलासे का जिक्र किया कि 2011 विश्व कप फाइनल में युवराज सिंह से पहले एमएस धोनी को आगे बढ़ाने का सुझाव तेंदुलकर ने ही दिया था। जब यह पूछा गया कि क्या यह सच है, तो तेंदुलकर ने इसकी पुष्टि की और इस कदम के पीछे की रणनीति बताई। उन्होंने कहा, 'इसके दो कारण थे। बाएं-दाएं बल्लेबाजी का संयोजन दोनों ऑफ स्पिनरों को परेशान कर सकता था। इसके अलावा मुरलीधरन CSK (2008-2010 तक) के लिए खेल चुके थे और एमएस ने उन्हें तीन सीजन तक नेट्स पर खिलाया था।'
यह फैसला कारगर साबित हुआ और धोनी ने मैच विजयी नाबाद 91 रन बनाकर भारत को मुंबई के खचाखच भरे वानखेड़े स्टेडियम में श्रीलंका के खिलाफ ऐतिहासिक खिताबी जीत दिलाई। प्रशंसकों ने तेंदुलकर से उनकी पसंदीदा पारी के बारे में भी पूछा। उन्होंने कई यादगार पारियां खेली हैं, लेकिन इस महान बल्लेबाज ने 2008 में चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई नाबाद 103 रनों की पारी को सबसे यादगार पारी बताया।
तेंदुलकर की इस पारी की बदौलत भारत ने चौथी पारी में 387 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए केविन पीटरसन की कप्तानी में 6 विकेट से जीत हासिल की। भारत ने दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला 1-0 से जीत ली।