हत्या के मामले में गिरफ्तार पहलवान सुशील कुमार से जुड़े इन विवादों पर भी डालें नजर
punjabkesari.in Sunday, May 23, 2021 - 11:50 AM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क : दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में झगड़े के बाद पहलवान सागर धनखड़ की अस्पताल में मौत हो गई थी। इस मामले में फरार ओलंपियन पहलवान सुशील कुमार को 18 दिनों के बाद पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। सुशील के साथ ही उसके एक साथी को भी गिरफ्तार किया गया है। सुशील की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली पुलिस ने लुक आउट नोटिस और उसका पता देने वाले को एक लाख रुपए इनाम देने की घोषणा भी की थी। यह पहला मामला नहीं है जब सुशील कुमार फंसे हैं, उनका विवादों से पुराना नाता रहा है। आइए जानते हैं सुशील से जुड़े कुछ बड़े विवादों के बारे में -
- साल 2016 में रियो ओलंपिक से पहले 74 किलो वर्ग केटेगरी में पहलवान नरसिंह यादव डोपिंग मामले में फंसे थे। नरसिंह ने सुशील पर डोपिंग में फंसवाने का आरोप लगाया था क्योंकि इस वर्ग में उन्होंने सुशील को रहाया था। सुशील ने बयान देते हुए कहा था कि वह उनके छोटे भाई हैं। सुशील चोट के कारण ओलंपिक क्वालीफ़ायर में हिस्सा नहीं ले पाए थे।
- 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए क्वालीफ़ाई करने पर सुशील का मुक़ाबला दिल्ली में प्रवीण राणा से हुआ था। इस मुकाबले में सुशील की जीत के बाद उनके और प्रवीण के समर्थकों में मारपीट हुई थी और मामला पुलिस स्टेशन तक भी पहुंचा था।
- साल 2019 में हुए एक उग्र मुकाबले में सुशील ने खेल के दौरान पहलवान जितेंद्र की बाईं आंख को निशाना बनाया था जिसके बाद विवाद भी हुआ। जितेंद्र काफी दर्द में थे और सुशील ने इसके लिए माफी भी मांगी थी। लेकिन कुछ लोगों का कहना था कि उन्होंने ये जानबूझ कर किया। इस मुकाबले में उन्होंने पहलवान की उंगलियां भी मरोड़ी थी जिसे रैफरी ने नजर अंदाज कर दिया था।
- नैशनल स्तर की रैसलिंग चैम्पियनशिप में सुशील कुमार को तीन पहलवानों ने वॉकओवर (विरोधी पहलवान का लडऩे से इंकार) दे दिया था। तब सुशील पर विरोधी खिलाडियों को मैच ना लडऩे के लिए धमकाने का आरोप लगा था। हालांकि ऐसा बाद में कुछ साबित नहीं हो पाया।
- खेल मंत्री विजय गोयल ने जब सुशील को आने वाले तीन ओलिम्पिक के लिए ऑब्र्जवर लगाया तो यह बात भी विवादों में आ गई। दरअसल कोई भी एक्टिव स्पोर्ट्समैन इस पद पर रह नहीं सकता था। ऊपर से पहलवान नरसिंह ने खेल मंत्रालय को पत्र लिखकर इस बात पर आपत्ति जताई थी कि सुशील का मामला हितों के टकराव का है। वह सिर्फ अपने ससुर सतपाल के अखाड़े के पहलवानों को ही प्राथमिकता देगा।