महिला ग्रैंड प्रिक्स में खराब प्रबंधों के कारण भारत की साख को लगा बट्टा

punjabkesari.in Sunday, Apr 02, 2023 - 12:32 PM (IST)

कई खिलाड़ी नाराज, टूर्नामैंट से हटीं कजाकिस्तान और जर्मनी की ग्रैंड मास्टर

स्पोर्ट्स डेस्क : भारत में पहली बार आयोजित की जा रही महिला ग्रैंड प्रिक्स चैस प्रतियोगिता के आयोजन के दौरान हुई लापरवाहियों के चलते पूरी दुनिया के चैस प्रेमियों में भारत की फजीहत हो रही है और आयोजन समिति के खराब प्रबंधों के कारण 2 ग्रैंड मास्टर्स खिलाड़ियों द्वारा टूर्नामैंट से खुद को अलग किए जाने के बाद विदेशों में भारत की साख को बट्टा लगा है। 

ये टूर्नामैंट 24 मार्च से दिल्ली में शुरू होना था लेकिन अधूरी तैयारियों के चलते इसमें 24 घंटे की देरी हुई, ये टूर्नामैंट 6 अप्रैल तक चलना है और इसमें दुनिया की 16 महिला खिलाड़ियों ने हिस्सा लेना था। आयोजन समिति के निदेशक भरत सिंह चौहान के खराब प्रबंधों के कारण जर्मनी की ग्रैंड मास्टर एलिजाबेथ पेटज्स और कजाकिस्तान ग्रैंड मास्टर जनसाया अब्दुमलिक ने टूर्नामैंट से खुद को अलग कर लिया। 

गौरतलब है कि भरत सिंह चौहान दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा ऑल इंडिया चैस फेडरेशन के सचिव पद से हटाए जा चुके हैं इसके बावजूद वह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली इतनी बड़ी प्रतियोगिता के निदेशक बनाए गए जिस कारण भारत की साख खराब हो रही है और देश के चैस खिलाड़ी इस अवव्यवस्था के कारण काफी परेशान भी हैं। 

एयरपोर्ट पर रिसीविंग नहीं, होटल में कमरा नहीं 

कजाकिस्तान की ग्रैंड मास्टर जनसाया अब्दुमलिक जब टूर्नामैंट में भाग लेने के लिए दिल्ली पहुंची तो उन्हें एयरपोर्ट पर रिसीव करने के लिए आयोजकों की तरफ से कोई नहीं था। इसके बाद वह सीधा आयोजकों द्वारा बताए गए होटल में पहुंच गईं और वहां पर खिलाड़ियों के कमरे तैयार नहीं थे। लिहाजा कई खिलाड़ियों को होटल की लॉबी में ही सुबह तक इंतजार करना पड़ा। इस अवव्यवस्था से कजाक ग्रैंड मास्टर इतनी खफा हुईं। उन्होंने टूर्नामैंट से खुद को अलग कर लिया। 

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जर्मनी की चैस फेडरेशन ने भी प्रबंधों पर जताई नाराजगी 

अपनी खिलाड़ी एलिजाबेथ पेटज्स द्वारा टूर्नामैंट से हटने का समर्थन करते हुए जर्मन की चैस फेडरेशन ने एक बयान जारी कर कहा कि टूर्नामैंट के दौरान खिलाड़ियों का ग्रुप पारदर्शी तरीके से नहीं तैयार किए गए। जिस कारण खिलाड़ी मानसिक तौर पर टूर्नामैंट के लिए तैयार नहीं हैं। इसके अलावा आयोजन की तैयारियों में भी कई प्रकार की खामियां हैं, जिन्हें देखते हुए ग्रैंड मास्टर एलिजाबेथ पेटज्स ने टूर्नामेंट से अपना नाम वापस ले लिया है। इसका एसोशिएशन समर्थन करती है। 

फिडे ने पत्र लिखकर प्रतियोगी चैस खिलाड़ियों से मांगी माफी

2 ग्रैंड मास्टर्स द्वारा टूर्नामैंट से खुद को अलग किए जाने के बाद विवाद इतना बढ़ा कि इंटरनैशनल चैस फेडरेशन (फिडे) के अध्यक्ष आरकाडे ड्वॉर्कोविच को पत्र जारी करके माफी मांगनी पड़ी और भविष्य में महिलाओं को होने वाली प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रबंधन करने का वादा करना पड़ा। फिडे अध्यक्ष द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया कि दिल्ली में हो रहे टूर्नामैंट के दौरान आयोजकों से गंभीर गलतियां हुई हैं और इसके लिए फिडे टूर्नामैंट भाग लेने वाले खिलाड़ियों से माफी मांगता है। 

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भविष्य में महिलाओं के लिए होने वाले टूर्नामैंट्स के दौरान इनकी सुरक्षा का खास ध्यान रखा जाएगा और टूर्नामैंट के आयोजन के लिए शहरों के चयन से लेकर खिलाड़ियों के रहने सहने की व्यवस्था उनकी ट्रांसपोटेशन के साथ-साथ अन्य प्रबंधों की देखरेख पर भी फिडे खास ध्यान रखेगा। दरअसल, भरत सिंह चौहान इस टूर्नामैंट के डायरैक्टर हैं और उनकी देखरेख में ही यह टूर्नामैंट हो रहा है। 


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Content Writer

Sanjeev

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