BCCI इस साल नहीं करवाएगा ईरानी कप और दलीप ट्राफी नहीं, यह है वजह

punjabkesari.in Saturday, Apr 17, 2021 - 06:15 PM (IST)

नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की योजना 2021-22 घरेलू सत्र की शुरूआत इस साल सितंबर से सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट से करने की है और उसने रणजी ट्राफी के लिये दिसंबर से तीन महीने की विंडो भी तय कर दी है जिसे पिछले सत्र में कोविड-19 महामारी के चलते रद्द करना पड़ा था। क्रिकेट परिचालन टीम द्वारा तैयार किए गए अस्थायी कैलेंडर में हालांकि दलीप ट्राफी, देवधर ट्राफी और ईरानी कप को हिस्सा नहीं बनाया गया है। इसके अलावा कैलेंडर से महिलाओं की पांच प्रतियोगितायें भी हटा दी गई हैं।

महामारी के चलते 2020-21 सत्र काफी छोटा हो गया था, जिसमें केवल राष्ट्रीय टी20 (मुश्ताक अली) और वनडे (विजय हजारे ट्राफी) चैम्पियनशिप ही आयोजित की गयी थी। महिलाओं के लिए केवल राष्ट्रीय वनडे प्रतियोगिता ही करायी गयी थी। भारत में कोविड-19 मामलों की दूसरी लहर के बीच बीसीसीआई को अब भी पुरूष और महिला वर्गों के उम्र संबंधित ग्रुप में घरेलू सत्र आयोजित करने की उम्मीद है। भारत को अक्टूबर में टी20 विश्व कप में खेलना है और अगले साल आईपीएल की बड़ी नीलामी होगी तो सभी शेयरधारक सत्र की शुरूआत दो सफेद गेंद के टूर्नामेंट - मुश्ताक अली टी20 (सितंबर के मध्य से अक्टूबर तक) के बाद नवंबर में विजय हजारे ट्राफी से कराना चाहते हैं। 

भारत की मुख्य घरेलू प्रतियोगिता रणजी ट्राफी 87 वर्षों में पहली बार 2020 में रद्द की गई थी। लेकिन आगामी सत्र के दिसंबर से मार्च के बीच आयोजित करने की योजना है। बीसीसीआई ने पुरूष और महिलाओं के लिए अंडर-23 टूर्नामेंट के साथ अंडर-19 टूर्नामेंट को भी जगह दी है जो पिछले सत्र में नहीं कराये गये थे। अंडर-19 वनडे चैलेंजर टूर्नामेंट के साथ कूच बेहार ट्राफी (दिन का प्रारूप) और वीनू मांकड ट्राफी (वनडे) से चयनकर्ताओं को अगले साल आईसीसी अंडर-19 विश्व कप के लिए भारतीय टीम चुनने में मदद मिलेगी। महिलाओं की टी20 और वनडे चैलेंजर ट्राफी के साथ अंडर-23 प्रतियोगिताएं भी नहीं खेली जाएंगी। इनके अलावा अंडर-19 महिला टी20 चैलेंजर ट्राफी भी नहीं होगी। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Raj chaurasiya

Recommended News

Related News