बॉलीवुड अभिनेता विद्युत जामवाल फिल्म के लिए पहुंचे चंदगीराम के अखाड़े, दिखाए दांव

punjabkesari.in Thursday, Nov 21, 2019 - 10:45 PM (IST)

नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली के मशहूर चंदगीराम अखाड़े में एक अनोखी लड़ाई हुई जिसमें एक तरफ पहलवान जगदीश कालीरमन के दमदार प_े थे तो दूसरी तरफ हिंदी सिनेमा में बिजली से चमकते कमांडो विद्युत जामवाल। दरअसल, विद्युत जामवाल की फिल्म कमांडो 3 आगामी 29 नवंबर को सिनेमाघरों में दिखाई देगी। उसी फिल्म के प्रमोशन के लिए विद्युत जामवाल यमुना नदी किनारे बने इस अखाड़े में आए थे जिसे भारत के मशहूर पहलवान रहे मास्टर चंदगीराम ने बनवाया था।

 Bollywood actor Vidyut Jamwal arrives in Chandgiram's arena, shows bets

विद्युत जामवाल ने इस मौके पर अपनी फिल्म कमांडो 3 के बारे में बताया और मैट और मिट्टी के अखाड़े पर कुछ उभरते पहलवानों के साथ कुश्ती के दांव भी आजमाए। उत्तर प्रदेश पुलिस में डीएसपी पद पर कार्यरत और भारत केसरी पहलवान जगदीश कालीरमन ने विद्युत जामवाल का स्वागत किया और उन्हें नई फिल्म के लिए शुभकामनाएं दीं। जगदीश ने साथ ही कुश्ती और मार्शल आट्र्स में समानता बताते हुए कहा कि कोई भी खेल शरीर को तो फिट रखता ही है, देश को भी मजबूत बनाता है। अब तो बहुत सी फिल्मों में खेल और खिलाड़ी की जिंदगी के बारे में बता कर लोगों का सार्थक मनोरंजन किया जा रहा है।

 Bollywood actor Vidyut Jamwal arrives in Chandgiram's arena, shows bets

विद्युत् जामवाल तो आते ही छा गए थे। फिल्मी हीरो पर उन का खिलाड़ी मन पूरी तरह हावी था। अखाड़े में उन्होंने मिट्टी को समतल बनाने के लिए फावड़ा उठा लिया और अपने सफेद कपड़ों के खराब होने की भी परवाह नहीं की। एक पहलवान को तो उन्होंने किसी पेशेवर पहलवान की तरह पटक दिया था। इसके बाद विद्युत जामवाल ने मैट पर असली पहलवानों की असली कुश्ती देखी जबकि जगदीश कालीरमन ने लाइव कमेंट्री की।

 Bollywood actor Vidyut Jamwal arrives in Chandgiram's arena, shows bets

अपनी फिल्म से ज्यादा विद्युत जामवाल ने नई पीढ़ी को मजबूत बनने की सलाह दी और महिला पहलवानों की हिम्मत और जज्बे की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा कि सिर्फ जिम में जाने और बॉडी बनाने से देश मजबूत नहीं बनता है, बल्कि वह देश आगे बढ़ता जिसमें पुरुष वहां की महिलाओं का सम्मान करते हैं और उन पर आई मुसीबत में उनका साथ देने के लिए खड़े होते हैं। पहलवान इस जज्बे में बाजी मार जाते हैं। हर गुरु अपने शिष्य को खेल के साथ साथ महिलाओं की इज्जत करना भी सिखाता है।


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Jasmeet

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