फीडे कैंडीडेट शतरंज 2020 - 1950 से 2020 तक का सफर , कौन तोड़ेगा कार्लसन का चक्रव्यूह

punjabkesari.in Sunday, Mar 15, 2020 - 10:03 PM (IST)

PunjabKesari

एकातेरिनबुर्ग ,रूस ( निकलेश जैन )में सभी बाधाओ को पार करते हुए 16 मार्च से फीडे कैंडीडेट शतरंज के मुक़ाबले शुरू हो जाएंगे । शतरंज में कैंडीडेट मुक़ाबले 1950 से शुरू हुए । इससे पहले विश्व विजेता खिलाड़ी अपना प्रतिद्वंदी खुद चुन सकता था पर फिर कैंडीडेट  टूर्नामेंट का विजेता मौजूदा विश्व चैम्पियन को चुनौती देगा ऐसा नियम विश्व शतरंज संघ द्वारा बनाया गया । कैंडीडेट में खिलाड़ियों की संख्या अब तो 8 तय कर दी गयी है जो विभिन्न माध्यम से चुनकर आते है पर पूर्व में खिलाड़ियों की संख्या 10 से 15 तक भी रही है  दरअसल बुडापेस्ट 1950 में 10 ,ज्यूरीच 1953 में 15 खिलाड़ी तो अमेस्टर्डम 1956 में 10 खिलाड़ी कैंडीडेट में खेले पर उसके बाद युगोस्लाविया 1959 से खिलाड़ियों की संख्या 8 तय कर दी गयी । 1985 में मोंटेपेजियार में कैंडीडेट के बाद विश्व चैंपियनशिप के विवाद और विश्व चैंपियनशिप के फॉर्मेट के बदलने के बाद 2013 में इसे पुनः शुरू किया गया । 

PunjabKesari
भारत से इतिहास में सिर्फ 5 बार के विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद ही अकेले खिलाड़ी रहे जो इसका हिस्सा रहे और 2014 में उन्होने इसे जीतकर कार्लसन के साथ विश्व चैंपियनशिप भी खेली । 

आइये अब तक कौन कौन इसका विजेता बना नजर डालते है ।

PunjabKesari

1950 में बुडापेस्ट हंगरी में हुई पहली फीडे कैंडीडेट टूर्नामेंट को सोवियत यूनियन के डेविड इओनोविच ब्रोंस्टाइन नें जीता उसके बाद 1953 में ज्यूरीच तो 1956 में एम्स्टर्डम में हुई सोवियत यूनियन के वेसली सिमिस्लोव ,युगोस्लाविया में 1959 में लातविया के मिखाइल ताल ,1962 में कुरकाओ में अर्मेनिया के तिगरान पेट्रोसियन तो 1985 में मोंटपेजियर फ्रांस में कैंडीडेट का खिताब सयुंक्त रूप से रूस के आर्तुर युशुपोव ,इयान सोकोलोव और अर्मेनिया के राफेल वाघेनियन नें जीता ।

PunjabKesari

इसके बाद फीडे कैंडीडेट का उसका अगला विजेता 2013 में लंदन में नॉर्वे के मेगनस कार्लसन के तौर पर मिला और उन्होने भारत के विश्वनाथन आनंद को पराजित कर विश्व खिताब जीत लिया । अगले ही साल में विश्वनाथन आनंद नें 2014 कांति मनसीस्क  में कैंडीडेट जीतकर कार्लसन को चुनौती दी पर वह कार्लसन फिर जीत गए । मॉस्को 2016 में रूस के सेरगी कार्याकिन तो बर्लिन 2018 में अमेरिका के फबियानों करूआना नें कैंडीडेट जीतकर कार्लसन को चुनौती दी पर वह भी असफल रहे और अब देखना है इस बार कौन कार्लसन के ताज को चुनौती देगा ।

इस बार कैंडीडेट में अमेरिका के फबियानों करूआना ,नीदरलैंड के अनीश गिरि ,फ्रांस के मेक्सिम लाग्रेव ,रूस के इयान नेपोंनियची ,अलेक्ज़ेंडर ग्रीसचुक और अलीक्सींकों किरिल , चीन के डिंग लीरेन और हाउ वांग  खेल रहे है ।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Niklesh Jain

Recommended News

Related News