प्रज्ञानन्दा बने उजचैस कप शतरंज 2025 के विजेता, रैंकिंग में पहुंचे विश्व नंबर 4 और भारत नंबर 1
punjabkesari.in Saturday, Jun 28, 2025 - 06:01 PM (IST)

भारत के आर प्रज्ञानन्दा नें एक और बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए उजचैस कप 2025 का खिताब अपने नाम कर लिया है। प्रज्ञानन्दा हमेशा से शानदार खिलाड़ी रहे हैं और यह बात उन्होंने अपने खेल जीवन में कई बार साबित की है, पर अब वह वहाँ पहुँच रहे हैं जहां शायद उनके कदम विश्व चैंपियनशिप की तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं। 2024 को अगर गुकेश का वर्ष कहा जाता है तो शतरंज की दुनिया में भारत के आर प्रज्ञानन्दा नें निश्चित तौर पर 2025 का वर्ष अभी से ही अपने नाम कर लिया है। टाटा स्टील, सुपरबेट क्लासिक और अब उजचैस कप का खिताब अपने नाम करते हुए उन्होंने फीडे कैंडिडैट 2026 में फीडे सर्किट के रास्ते अपनी दावेदारी को बेहद मजबूत कर लिया है।
उजचैस कप के आखिरी दिन प्रज्ञानन्दा नें कमाल का खेल दिखाया। पहले क्लासिकल मुक़ाबले में उन्होंने मेजबान देश के सबसे प्रबल दावेदार नोदिरबेक अब्दुसत्तारोव को काले मोहरों से मात दी और फिर टाईब्रेक में सिंदारोव और अब्दुसत्तारोव दोनों को पीछे छोड़ते हुए खिताब हासिल कर लिया।
प्रभावशाली वापसी
जब टूर्नामेंट का अंतिम राउंड शुरू हुआ तो खिताब के कई दावेदार थे, लेकिन सबसे मुश्किल स्थिति में थे प्रज्ञानन्दा, जिन्होंने लगातार दो राउंड (6 और 7) में हार का सामना किया था। हालांकि उन्होंने आठवें राउंड में अर्जुन एरिगासी को हराकर जोरदार वापसी की।
नवम राउंड में उनका सामना सबसे आगे चल रहे अब्दुसत्तारोव से था, जो अपने ही देश में यह खिताब जीतने के बेहद करीब थे और उन्हें सिर्फ एक ड्रॉ चाहिए था। वहीं प्रज्ञानन्दा के सामने दोहरी चुनौती थी – उन्हें काले मोहरों से जीतना था और वह भी दुनिया के शीर्ष 5 खिलाड़ियों में से एक के खिलाफ।
लेकिन प्रज्ञानन्दा ने कमाल का धैर्य और आक्रामकता दिखाते हुए सिसिलियन ओपनिंग में अब्दुसत्तारोव की बड़ी किलेबंदी पर दबाव बनाया और 49 चालों में जीत दर्ज की। इसके साथ ही वह न केवल संयुक्त पहले स्थान पर पहुँचे बल्कि लाइव रेटिंग में भारत के नंबर 1 और दुनिया के नंबर 4 खिलाड़ी भी बन गए।
टाईब्रेक में उठा रोमांच
अंतिम राउंड के बाद प्रज्ञानन्दा, अब्दुसत्तारोव और सिंदारोव तीनों के 5.5 अंक हो गए और खिताब का फैसला टाईब्रेक से हुआ।
पहले डबल राउंड रॉबिन फॉर्मेट में तीनों के बीच ब्लीट्ज मुकाबले हुए, जहां प्रज्ञानन्दा नें पहले अब्दुसत्तारोव को हराया, फिर एक बाजी हारे और सिंदारोव से भी एक जीत और एक हार दर्ज की। टाईब्रेक के पहले चरण के बाद तीनों खिलाड़ी 2-2 अंक पर बराबरी पर थे।
इसके बाद एक और टाईब्रेक रखा गया — इस बार 1-1 राउंड का राउंड रॉबिन। पहले ही मुकाबले में प्रज्ञानन्दा ने अब्दुसत्तारोव को पराजित कर बढ़त बना ली। इसके बाद सिंदारोव के खिलाफ निर्णायक मुकाबले में उन्होंने शानदार एंडगेम खेलते हुए सेंटर काउंटर गेंबिट में जीत हासिल की और खिताब पक्का कर लिया।
अन्य परिणाम
इस दौरान अर्जुन एरिगासी जो सयुंक्त पहले स्थान पर पहुँच सकते थे, वे अरविंद चितांबरम से जीती बाजी ड्रॉ खेल बैठे और खिताबी दौड़ से बाहर हो गए।
उधर, वोखिदोव से हार के बाद इयान नेपोमनिशी विश्व लाइव रेटिंग टॉप 10 से बाहर हो गए।
खिताबी तस्वीर
प्रज्ञानन्दा की यह जीत उन्हें न सिर्फ फीडे कैंडिडेट्स के लिए बेहद मजबूत स्थिति में ले जाती है, बल्कि भारत में शतरंज के युवा युग की कहानी को और ऊंचाइयों तक ले जाती है।
तस्वीरें: शाहिद अहमद / चैसबेस इंडिया