गिल ने किया लंबे समय तक अभ्यास, जायसवाल और सुदर्शन ने भी बहाया पसीना
punjabkesari.in Tuesday, Nov 11, 2025 - 06:37 PM (IST)
कोलकाता : भारतीय कप्तान शुभमन गिल इस बात को अच्छी तरह से समझते हैं कि सीमित ओवरों के प्रारूपों से लाल गेंद वाले क्रिकेट में बदलाव में समय लगता है और इसलिए उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुक्रवार से शुरू होने वाले पहले टेस्ट मैच से पूर्व अपनी तकनीक को दुरुस्त करने के लिए मंगलवार को यहां नेट्स पर करीब डेढ़ घंटा बिताया।
दक्षिण अफ्रीका की टीम आत्मविश्वास से भरी हुई है क्योंकि पिछले महीने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में उसने पाकिस्तान के खिलाफ दो मैच की श्रृंखला 1-1 से ड्रॉ कराई थी। गिल ने पिछले महीने वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों में अर्धशतक और नाबाद शतक लगाया था, लेकिन इसके बाद सीमित ओवरों की क्रिकेट में वह रन बनाने के लिए जूझते रहे। वह ऑस्ट्रेलिया में वनडे और टी-20 मैचों की आठ पारियों में एक भी अर्धशतक नहीं लगा पाए और उनका उच्चतम स्कोर 46 रन रहा। लेकिन टेस्ट टीम की कमान संभालने के बाद वह प्रतिबद्ध दिखे और उन्होंने अपनी फॉर्म हासिल करने के लिए अभ्यास सत्र में कड़ी मेहनत की।
नेट अभ्यास से पहले मुख्य कोच गौतम गंभीर और सहायक कोच सीतांशु कोटक को उनके साथ लंबी बातचीत करते हुए देखा गया, जिसमें संभवतः उनके खेलने के तरीके पर चर्चा की गई। गिल बाद में स्लिप में फील्डिंग के अभ्यास के लिए अपने साथियों के साथ शामिल हुए और फिर यशस्वी जायसवाल के साथ नेट पर अभ्यास करने के लिए चले गए। स्पिन से शुरुआत करते हुए उन्होंने रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर का सामना किया। तेज गेंदबाजी की नेट पर गिल ने पहले जसप्रीत बुमराह का कुछ ओवरों तक सामना किया।
इसके बाद उन्होंने नीतीश कुमार रेड्डी और कुछ स्थानीय क्लब गेंदबाजों का सामना भी किया। इसके बाद सहयोगी स्टाफ के एक सदस्य ने उनके लिए ऊंचाई से थ्रोडाउन करने के लिए साइडआर्म का इस्तेमाल किया, जिससे गिल को अतिरिक्त उछाल और तेज रफ्तार वाली गेंदों पर अभ्यास करने का मौका मिला। गिल नेट पर एक घंटे से अधिक समय बिताने के बाद गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्केल की निगरानी में 30 मिनट तक थ्रोडाउन पर अभ्यास करने के लिए पिच पर चले गए। गेंदबाजी कोच ने यहां पर उनके लिए करीब से खुद गेंदबाजी की।
रणजी ट्रॉफी में राजस्थान के लिए 67 और 156 रन की पारी खेलने वाले जायसवाल ने भी लंबे समय तक विकेट पर मोर्केल और थ्रोडाउन का सामना किया। बाएं हाथ का यह बल्लेबाज़ सहज लय में दिख रहा था तथा आत्मविश्वास के साथ ड्राइव और पुल कर रहा था। नेट पर महत्वपूर्ण समय बिताने वाले एक अन्य बल्लेबाज तमिलनाडु के युवा साई सुदर्शन थे, जिन्होंने दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ भारत ए की ओर से दो अनधिकृत टेस्ट मैचों में केवल 84 रन बनाए थे। टीम प्रबंधन उन्हें तीसरे नंबर के बल्लेबाज के रूप में तैयार कर रहा है लेकिन वह अभी तक अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतरे हैं।
ध्रुव जुरेल ने दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ दूसरे मैच में दोनों पारियों में शतक लगाकर भारतीय बल्लेबाजी क्रम में एक स्थान के लिए अपना दावा मजबूत कर दिया है और इसमें तीसरा नंबर भी शामिल है। भारत ए टीम के सुदर्शन के साथी केएल राहुल, जुरेल, कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज ने इस वैकल्पिक अभ्यास सत्र में भाग नहीं लिया लेकिन सुदर्शन के लिए किसी तरह का ब्रेक नहीं था।
तेज गेंदबाजों में केवल बुमराह ही अभ्यास के लिए आए और उन्होंने लगभग 15 मिनट तक ऑफ स्टंप को निशाना बनाते हुए दो स्टंप पर हल्की गेंदबाजी की। बुमराह के दाहिने घुटने पर हल्की पट्टी बंधी थी लेकिन उन्होंने गंभीर और मोर्केल की देखरेख में गेंदबाजी की। लगभग तीन घंटे के अभ्यास के बाद टीम के थिंक टैंक गंभीर, कोटक, मोर्केल और गिल ने मुख्य पिच का निरीक्षण किया और वहां पर लंबे समय तक चर्चा की।
मोर्केल और गिल ने क्यूरेटर सुजन मुखर्जी के साथ भी 15 मिनट तक चर्चा की। उनके हाव-भाव देखकर लग रहा था कि प्रबंधन पूरी तरह से संतुष्ट नहीं है। पिच भूरे रंग की दिखाई दे रही थी और उस पर हल्की घास के धब्बे थे। इस मैदान पर अभी तक जो दो रणजी मैच खेले गए हैं उनमें भारतीय तेज गेंदबाज आकाशदीप और मोहम्मद शमी को पहले दिन शुरू में संघर्ष करना पड़ा था।
बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष सौरव गांगुली पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि टीम प्रबंधन ने टर्न लेने वाली पिच तैयार करने के लिए कोई अनुरोध नहीं किया है। दक्षिण अफ्रीका के पास तेज और स्पिन दोनों में संतुलित आक्रमण है। यदि कागिसो रबाडा और मार्को यानसन तेज गेंदबाजी विभाग की जिम्मेदारी संभालेंगे तो केशव महाराज, साइमन हार्मर और सेनुरन मुथुसामी की स्पिन तिकड़ी ने पाकिस्तान में शानदार प्रदर्शन किया था।

