भारतीय ओलिम्पिक पदक विजेताओं का भव्य स्वागत, जानें किसने क्या कहा
punjabkesari.in Monday, Aug 09, 2021 - 09:24 PM (IST)

जालन्धर : टोक्यो ओलिम्पिक में पदक जीतकर आए भारतीय एथलीट्स का दिल्ली के एक होटल में भव्य स्वागत किया गया। खिलाडिय़ों का स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में फैंस एयरपोर्ट पर भी पहुंचे थे। उसके बाद होटल के बाद फैंस का इतना बड़ा जमावड़ा हो गया कि कार्यक्रम को कुछ देर तक के लिए रोक देना पड़ा। इस दौरान कई खिलाडिय़ों को वीआईपी गेट से चुपके से एयरपोर्ट से बाहर निकाला गया। बहरहाल, भव्य कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने सबका स्वागत किया। जानें मौके पर खिलाड़ी क्या-क्या बोले-
मैं मैडल जेब में लेकर घूम रहा हूं : नीरज चोपड़ा
जैवलिन थ्रो में गोल्ड मैडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने कहा कि आपका समर्थन के लिए आप सभी का धन्यवाद। यह स्वर्ण पदक पूरे देश के लिए है। मैं तब से इसे अपनी जेब में लेकर घूम रहा हूं। तब से मैं ठीक से खा या सो भी नहीं पाया हूं। लेकिन मुझे सब कुछ ठीक लगता है जब मैं इसे देखता हूं। प्रतियोगिता की बात करें तो यह वास्तव में बहुत कठिन थी। आपको अपने विरोधियों को देखकर कभी नहीं डरना चाहिए। बस अपना 100 प्रतिशत दें और किसी से डरें नहीं। जब मैंने दूसरी बार भाला फैंका तो मुझे लगा कि यह मेरा सबसे अच्छा प्रयास होगा। उस रात के बाद अगली सुबह जब मैं उठा तो मेरी पीठ और कंधे में दर्द हो रहा था।
सुशील-योगेश्वर दत्त से मिली प्रेरणा : रवि कुमार
सिल्वर मैडल विजेता रवि कुमार दहिया ने कहा कि हमने अपने गांव से शुरूआत की थी और फिर दिल्ली आ गए। जब मैंने देखा कि सुशील कुमार और योगेश्वर दत्त ने कुश्ती में पदक कैसे प्राप्त किए, तो मैं उससे प्रेरित हुआ। मैं अपने देश के लिए भी ऐसा ही कुछ करना चाहता था।
#Tokyo2020 Silver medalist #RaviDahiya is back home! 🥈
— SAIMedia (@Media_SAI) August 9, 2021
🇮🇳 is excited and cheering for him. Send in your best wishes with #Cheer4India#TeamIndia #Olympics@PMOIndia @ianuragthakur @NisithPramanik @FederationWrest @PIB_India @ddsportschannel @AkashvaniAIR @YASMinistry pic.twitter.com/xenjRbkTwW
नजरें स्वर्ण पर थीं, अब पैरिस ओलिम्पिक टारगेट : लवलीना
भारत की एकमात्र बॉक्सिंग जीतने वाली लवलीना बोर्गोहेन ने कहा कि घर वापस आने के बाद मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। हम जानते थे कि घर वापस आने वाले लोग जश्न मना रहे होंगे। हम कोशिश करते रहेंगे और भविष्य में भारत के लिए और पदक हासिल करने की कोशिश करेंगे। अपनी बाऊट से कुछ दिन पहले मैं केवल भारत के लिए स्वर्ण प्राप्त करने के बारे में सोच रही थी। मुझे केवल स्वर्ण चाहिए था और यही मैं पैरिस ओलिम्पिक में जीतने की कोशिश करूंगी।
हमने टोक्यो 2020 में कर दिखाया : मनप्रीत सिंह
हमारी टीम में युवाओं और अनुभव का मिश्रण था और उन्होंने टोक्यो 2020 में कर दिखाया। मैं साई को धन्यवाद देना चाहता हूं क्योंकि उन्होंने हमारे कठिन समय में हमारी मदद की। उन्होंने हमें केवल टूर्नामैंट पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा और हमें खेलों के लिए आवश्यक हर चीज का आश्वासन दिया। मैं प्रत्येक पदक विजेता को भी धन्यवाद देना चाहता हूं, विशेष रूप से नीरज चोपड़ा को।
घुटना टूट भी जाता तो परवाह न होती : बजरंग
कुश्ती में कांस्य पदक बजरंग पूनिया ने कहा कि हमें जो प्यार और सम्मान मिला है, उसके लिए आप सभी का धन्यवाद। ऐसा लग रहा है जैसे मैंने आज फिर पदक जीत लिया। मैं (आखिरी मुकाबले से पहले) चोटिल था। मुझसे कहा गया कि टेप लगाकर खेलो। लेकिन मैं इस फाइट के लिए अपना सब कुछ देना चाहता था। अगर मेरा घुटना टूट जाता तो भी मेरे लिए यह मायने नहीं रखता था।
130 करोड़ भारतीयों की ओर बधाई : खेल मंत्री
केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि आज शाम उन ओलिम्पियनों के लिए है जिन्होंने भारत को गौरवान्वित किया है। मैं चाहूंगा कि आप सभी उनके लिए जयकार करें। 130 करोड़ भारतीयों की ओर से, मैं अपने ओलिम्पियन को बधाई देना चाहता हूं। हमें आप पर बहुत गर्व है।
आपका चूरमा-आईसक्रीम तैयार है
कार्यक्रम के दौरान खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि हम आपका (नीरज चोपड़ा और पी.वी. सिंधु) स्वागत चूरमा और आईस-क्रीम से करना चाहते थे लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। लेकिन यह आपको मिलेगा जब आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 15 अगस्त को मिलेंगे।
ओलिम्पिक से बड़ा कुछ नहीं : पूर्व खेल मंत्री
पूर्व केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजु ने कहा कि ओलिम्पिक से बड़ा कुछ नहीं। पूरे देश की ओर से मैं अपने सभी एथलीटों और पदक विजेताओं को धन्यवाद देना चाहता हूं। ये वो पल होते हैं जिसे आप शब्दों में बयां नहीं कर सकते, आप केवल इसका अनुभव कर सकते हैं।
श्रीजेश ने सविता पूनिया को बताया ‘भारत की महान दीवार’
गोलकीपर श्रीजेश ने कहा कि हम सभी एक परिवार की तरह हैं, जब हम पदक के साथ वापस आते हैं तो यह पूरे देश के लिए होता है। मैं सविता पूनिया को भारत की महान दीवार कहना चाहूंगा। वह नाम कमाने की हकदार थीं। दुर्भाग्य से, वे पदक नहीं जीत पाई लेकिन पूरे देश को गौरवान्वित जरूर किया।
खेल मंत्रालय की ओर से सभी खिलाडिय़ों का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया।
खिलाडिय़ों का स्वागत करने के लिए फैंस में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला।