मैं एक फौजी हूं और हम आत्मसमर्पण नहीं करते : बॉक्सर सतीश कुमार
punjabkesari.in Wednesday, Aug 18, 2021 - 05:29 PM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क : सतीश कुमार सुपर हैवीवेट मुक्केबाजी वर्ग में उज्बेकिस्तान के विश्व चैंपियन बखोदिर जलोलोव से क्वार्टर फाइनल में हारने के बावजूद टोक्यो ओलंपिक में भारत के हीरो रहे। प्री-क्वार्टर फाइनल के दौरान भारतीय के माथे और ठुड्डी पर दो गहरे कट लगे थे और उज़्बेक हैवीवेट के खिलाफ पदक को लेकर संदेह में थे। हालांकि सतीश ने जलोलोव के खिलाफ अपनी अगली लड़ाई लड़ने का फैसला किया और उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी सहित कई दिल जीत लिए।
सतीश ने कहा, जलोलोव ने मुझे गले लगाया और कहा, 'आप एक सच्चे योद्धा हैं। मुक्केबाजी में बहुत उतार-चढ़ाव होंगे। मुझे पता था कि यह मेरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण लड़ाई थी। मैं भारत को एक और पदक दे सकता था। मेरे पिता ने भी मुझे प्रेरित किया कि मुझे लड़ना चाहिए चाहे परिणाम कुछ भी हो। सूबेदार मेजर ने कहा, मैं एक सेना का आदमी हूं और हम आत्मसमर्पण नहीं करते। एक जुनून था लड़ने का बस (लड़ाई करने का जुनून था)।
उन्होंने कहा, मुझे खुशी है कि मेरे हारने के बावजूद वे मुझसे प्यार कर रहे हैं और मुझे बधाई दे रहे हैं जैसे कि मैं मुकाबला जीत गया। लेकिन मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैं अगली बार पदक जीतने के लिए कड़ी मेहनत करूंगा। यूपी के मुक्केबाज ने एथलीटों के लिए सरकार के समर्थन की सराहना की।
सरकार से हमें जिस तरह की पहचान मिल रही है उससे मैं अभिभूत हूं। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हमसे व्यक्तिगत रूप से बात की और टोक्यो में हमारे प्रदर्शन के लिए हमारा समर्थन किया। कल हमारा लखनऊ में सीएम योगी जी द्वारा एक सम्मान समारोह है और मैं हम सभी के समर्थन के लिए उन्हें धन्यवाद देना चाहते हैं। सतीश अब अक्टूबर में होने वाली वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए ट्रेनिंग शुरू करने की योजना बना रहे हैं।