मैं बच्चों की तरह रोया जब इस बल्लेबाज ने मुझे 1 ओवर में 30 रन मारे : ईशांत शर्मा

punjabkesari.in Wednesday, Aug 05, 2020 - 12:22 PM (IST)

नई दिल्ली : भारतीय तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने खुलासा किया है कि वह क्रिकेट करियर से खुश हैं लेकिन एक मौका ऐसा भी आया था जब ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज जेम्स फॉकनर ने उनकी एक ओवर में 30 रन बनाकर अपनी टीम को जीत दिला दी। ईशांत ने कहा- वह घटनाक्रम मेरी जिंदगी बदलने वाला रहा। मैं उसे याद कर बच्चों की तरह रोता रहता था। ईशांत ने एक शो के दौरान  इसका खुलासा किया। उन्होंने 2011, 2015 और 2019 विश्व कप में नहीं खेलने पर भी दुख जताया।

I cried like children Ishant, Ishant Sharma, team india, Indian Fast Bowler Ishant sharma, cricket news in hindi, sports news, Ishant Sharma interview, BCCI, IND vs AUS

ईशांत ने कहा- 2011 में मैं एकदिवसीय टीम में नियमित था, लेकिन उसी साल मैं टीम से बाहर हो गया। गैरी कस्र्टन उस समय भारतीय कोच थे। मैंने उनसे कहा कि मैं ठीक था, लेकिन उन्होंने मुझ पर विश्वास करने से इनकार कर दिया क्योंकि वह मेरे चेहरे पर मुस्कान नहीं देख रहे थे। मैंने हमेशा क्रिकेट को अपना जीवन माना है। अगर मैंने अच्छा प्रदर्शन किया, तो मुझे खुशी होगी यदि नहीं तो मुझे दुख होगा। तब गैरी कस्र्टन सहित सभी ने मुझे समझाया कि क्रिकेट मेरी पूरी जिंदगी नहीं है, यह केवल एक हिस्सा है।

I cried like children Ishant, Ishant Sharma, team india, Indian Fast Bowler Ishant sharma, cricket news in hindi, sports news, Ishant Sharma interview, BCCI, IND vs AUS

ईशांत ने इस दौरान अपने जिंदगी के निर्णायक मोड़ पर भी बात की। उन्होंने कहा कि 2013 में मोहाली में वनडे मैच था। जेम्स फॉकनर ने मेरी एक ओवर में 30 रन मारकर अपनी टीम को जीत दिला दी। मुझे लगा कि मैंने अपने और अपने देश के साथ विश्वासघात किया है। मैं दो-तीन सप्ताह तरह ठीक महसूस नहीं कर पाया। हालांकि मैं एक कठोर आदमी हूं, पर मैं रोया। मैंने अपनी प्रेमिका को फोन किया और एक बच्चे की तरह फोन पर रोया। मैंने खाना बंद कर दिया, मैं सो नहीं सका।

I cried like children Ishant, Ishant Sharma, team india, Indian Fast Bowler Ishant sharma, cricket news in hindi, sports news, Ishant Sharma interview, BCCI, IND vs AUS

हालांकि ईशांत इस घटना को अपने लिए आशीर्वाद की तरह भी मानते हैं- उन्होंने कहा- यह घटना एक आशीर्वाद की तरह थी। कभी-कभी आपको अपने जुनून को समझने के लिए इस तरह के झटके की आवश्यकता होती है। फॉकनर प्रकरण से पहले, अगर मेरा प्रदर्शन खराब होता, तो लोग आते और मुझे कहते कि यह ठीक है। यह होता है। लेकिन बाद में 2013, मैंने अपने कार्यों की जिम्मेदारी लेनी शुरू की। और जब आप अपने कार्यों की जिम्मेदारी लेना शुरू करते हैं, तो आप इसे टीम के लिए जीतने के लिए हर मैच खेलते हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Jasmeet

Recommended News

Related News