भारत में वनडे विश्व कप करवाकर मालामाल हुआ ICC, 1.39 अरब डॉलर कमाए
punjabkesari.in Wednesday, Sep 11, 2024 - 09:47 PM (IST)
दुबई : अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) द्वारा बुधवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में 2023 में हुए एकदिवसीय विश्व कप (ODI World Cup) से 1.39 अरब डॉलर का ‘आर्थिक प्रभाव' पैदा हुआ जिसमें सबसे अधिक लाभ पर्यटन क्षेत्र को हुआ। नीलसन द्वारा आईसीसी के लिए किए गए आर्थिक प्रभाव आकलन में दावा किया गया है कि पिछले साल अक्टूबर-नवंबर में आयोजित यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता अब तक का सबसे बड़ा एकदिवसीय विश्व कप था।
आईसीसी के मुख्य कार्यकारी ज्योफ अलार्डिस ने एक बयान में कहा कि आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप 2023 ने क्रिकेट की महत्वपूर्ण आर्थिक शक्ति का प्रदर्शन किया है जिससे भारत को 1.39 अरब डॉलर (11,637 करोड़ रुपए) का आर्थिक लाभ हुआ है। ऑस्ट्रेलिया ने टूर्नामेंट के फाइनल में भारत के विजयी अभियान पर विराम लगाते हुए रिकॉर्ड छठी बार खिताब जीता। आईसीसी के बयान में कहा गया है- मेजबान शहरों में पर्यटन के क्षेत्र में 86 करोड़ 14 लाख डॉलर का राजस्व सृजन हुआ जिसमें आवास, यात्रा, परिवहन और खाद्य एवं पेय पदार्थ शामिल हैं क्योंकि मैचों के लिए बड़ी संख्या में घरेलू और विदेशी पर्यटक पहुंचे।
आईसीसी ने हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया कि रिपोर्ट में जिन आंकड़ों का जिक्र किया गया वह वास्तविक राजस्व है या नहीं। रिपोर्ट में दावा किया गया कि एकदिवसीय विश्व कप को रिकॉर्ड 12 लाख 50 हजार दर्शकों ने स्टेडियम में देखा और इनमें से लगभग 75 प्रतिशत लोग पहली बार आईसीसी का 50 ओवर का मुकाबला देखने पहुंचे। आईसीसी के बयान के अनुसार- जिन अंतरराष्ट्रीय प्रशंसकों से बात की गई उनमें से 55 प्रतिशत पहले भी नियमित रूप से भारत का दौरा कर चुके थे जबकि विश्व कप के कारण 19 प्रतिशत अंतरराष्ट्रीय प्रशंसकों ने पहली बार भारत का दौरा किया।
बयान में कहा गया कि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों ने अपने प्रवास के दौरान कई पर्यटन स्थलों का दौरा किया जिससे 28 करोड़ 12 लाख डॉलर का आर्थिक प्रभाव पड़ा और लगभग 68 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे भविष्य में अपने मित्रों और परिवार के सदस्यों को पर्यटन स्थल के रूप में भारत की सिफारिश करेंगे जिससे भारत की वैश्विक छवि और बेहतर होगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि टूर्नामेंट के आयोजन में प्रत्यक्ष भागीदारी के साथ-साथ आतिथ्य क्षेत्र के अन्य संगठनों द्वारा 48,000 से अधिक पूर्ण और अंशकालिक नौकरियां सृजित की गईं।