आईसीसी के चेयरमैन ने दिया बड़ा बयान, कहा - विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप ने उद्देश्य हासिल नहीं किया

punjabkesari.in Monday, Nov 30, 2020 - 04:51 PM (IST)

नई दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के नव नियुक्त चेयरमैन ग्रेग बार्कले ने सोमवार को स्वीकार किया कि विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप वो लक्ष्य हासिल नहीं कर पाई जिसके लिए इसे बनाया गया था और कोविड-19 के कारण हुए व्यवधान ने इसकी ‘कमियों' को उजागर ही किया। महामारी के कारण विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का कार्यक्रम अस्त व्यस्त हो गया और आईसीसी ने प्रतिशत के हिसाब से अंक देने का फैसला किया क्योंकि 2021 में लार्ड्स में फाइनल से पहले सभी निर्धारित श्रृंखलाएं इतने कम समय में पूरी नहीं की जा सकती। 

PunjabKesari

टेस्ट चैम्पियनशिप ने क्या उद्देश्य के हिसाब से प्रारूप में बदलाव किया है तो उन्होंने वर्चुअल मीडिया कांफ्रेंस के दौरान कहा कि संक्षिप्त में कहूं तो मुझे ऐसा नहीं लगता। कोविड-19 ने शायद चैम्पियनशिप की कमियों को उजागर ही किया है। न्यूजीलैंड के बार्कले को लगता है कि मौजूदा क्रिकेट कैलेंडर में काफी समस्यायें विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के कारण हुई जिसे प्रारूप को लोकप्रिय बनाने के लिए लाया गया और उनके अनुसार ऐसा नहीं हुआ। 

PunjabKesari

उन्होंने कहा कि हमारे पास जो मुद्दे थे, मुझे लगता है कि इनमें से कुछ टेस्ट चैम्पियनशिप को लाने के प्रयास के कारण हुए जिसका उद्देश्य टेस्ट क्रिकेट में लोगों की दिलचस्पी वापस लाने का था। आदर्शवादी नजरिए से देखा जाए तो यह काफी अच्छी थी लेकिन व्यवहारिक रूप से मैं भी इससे सहमत नहीं हूं, मैं भी सुनिश्चित नहीं हूं कि इसने वो सब हासिल किया जिसके लिए इसे बनाया गया था।

PunjabKesari

बार्कले ने संकेत दिया कि शुरूआती डब्ल्यूटीसी अंतिम हो सकती है क्योंकि छोटे सदस्य टेस्ट क्रिकेट चैम्पियनशिप नहीं करा सकते। उन्होंने कहा कि मेरा व्यक्तिगत विचार है कि कोविड-19 में हम इसमें जो कुछ कर सकते हैं, वो अंकों को बांटकर कर सकते हैं और बस इतना ही। उन्होंने कहा कि लेकिन एक बार ऐसा करने हमें फिर से बातचीत करनी चाहिए क्योंकि मैं निश्चित नहीं हूं कि इसने (डब्ल्यूटीसी) ने अपना उद्देश्य हासिल किया जिसके लिये इसे चार- पांच साल पहले विचार के बाद बनाया गया था। मुझे लगता है कि हमें इसे कैलेंडर के हिसाब से देखना चाहिए और क्रिकेटरों को ऐसी स्थिति में नहीं पहुंचाना चाहिए जिसमें यह स्थिति को खराब ही कर दे।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Raj chaurasiya

Recommended News

Related News