वो फेक फील्डिंग थी, आकाश चोपड़ा बोले- अंपायर देखते तो 5 रन की पेनल्टी लगती

punjabkesari.in Friday, Nov 04, 2022 - 06:10 PM (IST)

नई दिल्ली। मौजूदा टी20 वर्ल्ड कप में विराट कोहली के 'फर्जी थ्रो' की घटना को लेकर चल रही सभी बातों पर अभी विराम लगना बाकी है। भले ही बांग्लादेश के खिलाफ मैच में कोहली ने टी20 विश्व कप के इतिहास में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बनने का रिकॉर्ड बनाया, लेकिन वह कुछ गलत कारणों से भी सुर्खियां बटोर रहे हैं। बांग्लादेश के उप-कप्तान नूरुल हसन ने भारत के पूर्व कप्तान पर फेक फील्डिंग का आरोप लगाया, जिससे उन्हें (बांग्लादेश) 5 महत्वपूर्ण रन मिल सकते थे, लेकिन उस समय न तो बांग्लादेश के दो बल्लेबाजों ने बीच में बात की और न ही अंपायरों ने इस पर ध्यान दिया।

अब, भले ही कई विशेषज्ञों ने कोहली के पक्ष में अपनी राय दी हो, लेकिन भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा का मानना ​है कि 33 वर्षीय कोहली ने गलती की और बांग्लादेश की टीम को पेनल्टी रन दिए जाने चाहिए थे। अपने YouTube वीडियो में, पूर्व क्रिकेटर ने यह भी बताया कि अंपायरों ने बांग्ला टाइगर्स के पक्ष में निर्णय क्यों नहीं दिया। चोपड़ा ने कहा, "वो फेक फील्डिंग थी, 100% था, वो जो थ्रो मारने का प्रयास किया वो अगर अंपायर देखते तो 5 रन की पेनल्टी हमको पड़ती और 5 रन से हम मैच भी हारते।

चोपड़ा ने आगे कहा, ''इसलिए हम यहां से बच गए लेकिन अगली बार अगर कोई ऐसा करता है तो अंपायरों को ज्यादा सावधान रहना होगा। तो क्या बांग्लादेश सही है? हां, वे हैं, लेकिन किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया, इसलिए अब कुछ नहीं कर सकते।” चोपड़ा ने आगे कहा, "अब इस मामले में क्या हुआ? मैदानी अंपायर ने नहीं देखा। यहां पूरी तरह से किसी का ध्यान नहीं गया। अगर किसी ने इसे नहीं देखा है तो आप इसे पेनल्टी साबित नहीं कर सकते। कानून कहता है कि अंपायरों को इस पर ध्यान देने और उस पर फैसला करने की जरूरत है। हो सकता है कि थर्ड अंपायर, अगर यह अधिकार रखते हैं, तो भी हस्तक्षेप हो सकता था।''

अपनी बात को आगे बताते हुए आकाश ने बताया कि कानून कैसे काम करता है और कैसे इससे भारत को दो महत्वपूर्ण अंक मिल सकते थे। चोपड़ा ने कहा, “कानून का मूल आधार यह है कि यदि ऑन-फील्ड अंपायर को लगता है कि आपने बल्लेबाजों को धोखा देने की कोशिश की है तो इसके परिणामस्वरूप पांच पेनल्टी रन होंगे। यदि वह पांच पेनल्टी रन दिए जाते, तो बांग्लादेश की जोड़ी ने जो दो अंक गंवाए, वे अभी भी गिने जाते, गेंद डेड हो जाती और बांग्लादेश को यह चुनना होता कि अगली गेंद पर कौन स्ट्राइक लेता है। इसलिए परिणाम बहुत बड़े हैं, फेक फील्डिंग के लिए जुर्माना अविश्वसनीय है।”


 


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News Editor

Rahul Singh

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