भारत को रोहित-विराट की कमी खलेगी, बुचर ने कहा- इस समय वह टीम में एकमात्र मैच जिताऊ खिलाड़ी

punjabkesari.in Saturday, Sep 06, 2025 - 05:05 PM (IST)

दुबई : इंग्लैंड के पूर्व विकेटकीपर रोलैंड बुचर का मानना ​​है कि मई में शानदार प्रदर्शन करने वाले रोहित शर्मा और विराट कोहली के टेस्ट मैचों से संन्यास लेने के बाद भारत को उनकी कमी खलेगी। उनके अनुसार, भारत के पास इस समय बल्ले से एकमात्र मैच विनर ऋषभ पंत हैं। 

विराट और रोहित के लाल गेंद के प्रारूप में अंतिम प्रदर्शन के बाद भारतीय क्रिकेट में एक नया सवेरा शुरू हुआ। भारतीय प्रबंधन ने शुभमन गिल पर भरोसा जताया और उन्हें रोहित का असली उत्तराधिकारी माना। भारत के सबसे युवा टेस्ट कप्तान को इंग्लैंड में 5 टेस्ट मैचों की कड़ी श्रृंखला के लिए टीम का नेतृत्व करने का काम सौंपा गया था। लीड्स से लेकर लंदन तक भारत के कई यादगार पल आए और यह दौरा ओवल में भारत की छह रनों की नाटकीय जीत के साथ समाप्त हुआ। 

पूरी श्रृंखला के दौरान प्रशंसकों और पूर्व क्रिकेटरों ने अक्सर कुछ ऐसे पलों की ओर इशारा किया जब भारत मैदान पर रोहित और विराट के लिए तरस रहा था। बुचर के अनुसार, भारत ने जिन खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया है, वे 'अच्छे खिलाड़ी' हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत के पास पंत जैसे आक्रामक खिलाड़ी के अलावा कोई 'मैच-विनर' खिलाड़ी नहीं है।

ऋषभ पंत एकमात्र मैच जिताऊ खिलाड़ी 

बुचर ने कहा, 'मुझे लगता है कि भारतीय टीम को इन दोनों खिलाड़ियों की कमी खलेगी क्योंकि रोहित शर्मा और विराट कोहली मैच विनर थे। आप जानते ही हैं कि वे अकेले ही मैच का रुख बदल सकते हैं। मुझे लगता है कि इस समय भारत की टीम बहुत अच्छी है, लेकिन इन दोनों खिलाड़ियों के बिना टीम उतनी अच्छी नहीं होगी। उनकी जगह लेने वाले खिलाड़ी बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं। वे खूब रन बना सकते हैं, लेकिन वे लंबे समय तक रन बनाते हैं, जिसका मतलब है कि वे इतनी जल्दी जीत की स्थिति में नहीं पहुंच पाते।'

उन्होंने कहा, 'इसलिए, मुझे लगता है कि अगले कुछ साल भारत के लिए बदलाव के दौर से गुजरेंगे। उन्हें कुछ मैच जिताऊ बल्लेबाज ढूंढने होंगे। इस समय टीम में एकमात्र मैच जिताऊ खिलाड़ी ऋषभ पंत हैं। इसलिए, शर्मा और कोहली का टीम से बाहर होना टीम के लिए बहुत बड़ा नुकसान होगा। मुझे नहीं लगता कि इस समय उनकी जगह कोई भी खिलाड़ी इन दोनों से बेहतर है, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में उनके ट्रैक रिकॉर्ड ने साबित कर दिया है कि वे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से दो रहे हैं।' 

गिल को कप्तानी करना सीखना होगा

गिल का पहला टेस्ट 2-2 की बराबरी पर समाप्त हुआ था और उनके नेतृत्व में भारत ने जिस जोशपूर्ण प्रदर्शन का प्रदर्शन किया, उसकी उन्होंने खूब सराहना की। 'कभी हार न मानने' की मानसिकता 5 टेस्ट मैचों में भारत के रवैये का प्रतीक बन गई। लेकिन बुचर की राय अलग है। भारतीय कप्तान के रूप में गिल के पहले कार्यकाल का विश्लेषण करते हुए बुचर ने दावा किया कि इंग्लैंड की पिचों की अनुकूल प्रकृति के कारण गिल के लिए यह आसान था। 

उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि शुभमन गिल कप्तानी के लिहाज से युवा हैं। इसलिए उन्हें खेल की कप्तानी करना सीखना होगा। वह एक नई टीम के कप्तान हैं, क्योंकि वह अचानक टीम में शामिल हो गए हैं और दो सबसे सीनियर खिलाड़ी टीम से बाहर हैं। इसलिए, उन्हें खुद को एक कप्तान के रूप में पहचानना होगा। उन्हें नए खिलाड़ियों को टीम में शामिल करना होगा और अपनी पहचान बनानी होगी। यह आसान नहीं होगा।' 

बुचर ने आगे कहा, 'इंग्लैंड में उनके लिए शायद काफी आसान था क्योंकि पिचें बल्लेबाजी के लिए बहुत अच्छी थीं। दोनों टीमें विपक्षी टीम को आउट करने के लिए संघर्ष कर रही थीं। इसलिए, वह काफी रन बनाने में सफल रहे। आगे चलकर उनके सामने और भी कठिन चुनौतियां होंगी। वह इससे कैसे निपटते हैं, यह हमें देखना होगा। लेकिन मुझे लगता है कि अब भारत के लिए जरूरी है कि वह नए खिलाड़ियों को खोजे, उन्हें रोहित और कोहली जैसी क्षमता दिखानी होगी, ताकि कप्तान के रूप में उनका काम आसान हो सके।' 


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Content Writer

Sanjeev

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