ध्रुव जुरेल ने भारत ए के लिए लगातार दूसरा शतक ठोका, टेस्ट एकादश के लिए मजबूत किया दावा

punjabkesari.in Saturday, Nov 08, 2025 - 06:06 PM (IST)

बेंगलुरु : विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल ने शनिवार को यहां चार दिवसीय मैच के तीसरे दिन दक्षिण अफ्रीका ‘ए' के खिलाफ दूसरी पारी में लगातार दूसरा शतक जड़कर भारतीय टेस्ट एकादश में अपनी जगह पक्की करने की तरफ कदम बढ़ाने के साथ भारत ‘ए' की स्थिति मजबूत कर दी। जुरेल (नाबाद 127) ने छठे विकेट के लिए हर्ष दुबे (84) के साथ 184 रनों की साझेदारी की जिससे भारत ए ने अपनी दूसरी पारी सात विकेट पर 382 रन बनाकर घोषित कर दी जिससे टीम की कुल बढ़त 416 रन की गई। 

दक्षिण अफ्रीका ए ने स्टंप्स के समय बिना किसी नुकसान के 25 रन बना लिए थे। उसे जीत के लिए और 392 रनों की और जरूरत है। स्टंप्स के समय लेसेगो सेनोक्वेन (9) और जॉर्डन हरमन (15) क्रीज पर थे। वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत की पिछली टेस्ट श्रृंखला में नियमित विकेटकीपर ऋषभ पंत के चोटिल होने के कारण जुरेल ने टीम में इस भूमिका को निभाते हुए दूसरे टेस्ट में शतक जड़ा था। 

पंत के चोट से उबरने के बाद राष्ट्रीय टीम में वापसी के बावजूद इस बात की काफी संभावना है कि दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ दो शतक जड़ने वाले जुरेल अंतिम एकादश में अपनी जगह बरकरार रखे। उन्होंने पहली पारी में नाबाद 132 रन बनाये थे। जुरेल ने पहली पारी की तरह दूसरी पारी में भी दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया। जुरेल ने दमदार रक्षात्मक खेल के दम पर एक बार फिर दक्षिण अफ्रीका ए के गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया। उन्होंने अपनी पारी में कोई भी जोखम भरा हवाई शॉट खेले बिना शानदार मैदानी शॉट लगाकर रन बटोरे। 

उन्होंने इस पारी के दौरान कट, ड्राइव और फ्लिक का शानदार इस्तेमाल कर 83 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया, जबकि दुबे ने 76 गेंदों में पचासा पूरा किया। जुरेल ने तेज गेंदबाज तियान वान वुरेन की गेंद पर फ्लिक शॉट के साथ 159 गेंद में प्रथम श्रेणी का अपना 14वां शतक पूरा किया। दुबे को शून्य के स्कोर पर कैच टपकाकर जीवनदान देने वाले काइल सिमोंड्स ने शेपो मोरेकी की गेंद पर शानदार कैच लपककर उनकी पारी का अंत किया। 

इसके बाद क्रीज पर दूसरे बार आए कप्तान पंत ने आक्रामक बल्लेबाजी की। वह दिन के शुरुआती सत्र में तीन बार चोट लगने के कारण ‘रिटायर्ड हर्ट' हो गये थे। उन्होंने 54 गेंद की पारी में पांच चौके और चार छक्के की मदद से 65 रन बनाये। उनके आउट होते ही भारत ए ने पारी घोषित कर दी। दक्षिण अफ्रीका ए के तेज गेंदबाज मोराकी की गेंद पर तीन बार चोट लगने के बाद पंत को एहतियात के तौर पर मैदान से बाहर ले जाया गया। 

पंत जब ‘रिटायर्ड हर्ट' हुए तब वह 22 गेंद में 17 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे। पंत को रिवर्स पुल खेलने के प्रयास में मोराकी की गेंद हेलमेट पर लगी। इसके बाद सामान्य तरीके से पुल शॉट खेलते समय उनकी कोहनी पर चोट लगी। भारतीय विकेटकीपर को फिर पेट के हिस्से पर गेंद लगी जिससे वह दर्द से कराह उठे। तीनों ही मौकों पर उन्हें चिकित्सकीय सहायता लेनी पड़ी। 

इंडिया ‘ए' के कोच ऋषिकेश कानिटकर ने आखिरकार पंत को वापस लौटने को कहा जबकि वह बल्लेबाजी जारी रखना चाहते थे। दक्षिण अफ्रीका ए ने इससे पहले दिन की शुरुआती सत्र में सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल (27) और रात्रि प्रहरी कुलदीप यादव (16) को चलता कर 116 रन तक आधी टीम को पवेलियन भेज दिया था लेकिन जुरेल, दुबे और पंत ने टीम की कुल बढ़त को 400 रन के पार पहुंचा दिया। दक्षिण अफ्रीका ए के लिए तेज गेंदबाज ओकुहले सेले तीन विकेट के साथ सबसे सफल गेंदबाज रहे। 


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Content Writer

Sanjeev

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