भारत का एक ऐसा फैन जो स्टेडियम में मौजूद रहकर देखेगा 635वां मैच
punjabkesari.in Thursday, Nov 10, 2022 - 03:13 PM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क: पूरी दुनिया में क्रिकेट प्रेमियों की संख्या कम नहीं है, लेकिन अगर हम बात करे भारतीय फैंस की तो उनका नाम हमेशा अव्वल नंबर पर आता है। भारतीय टीम दुनिया के किसी भी कोने में मैच खेल रही हो, ऐसे में यह नहीं हो सकता कि भारतीय फैंस वहां न पहुंचे। इन करोड़ो भारतीय फैंस के बीच एक फैन ऐसा भी है, जो स्टेडियम में मौजूद हो रहकर अपना 635वां मैच देखने जा रहा है। भारत के इस 57 वर्षीय क्रिकेट प्रेमी का नाम है भाविशन राय और वह बेडफोर्ड,लंदन में रहते हैं।
भाविशन ने स्टेडियम में मौजूद रहकर भारतीय टीम का 1983 विश्व कप से लेकर 2011 विश्व कप का सफर देख चुके हैं। उन्होंने भारत को 2007 में टी20 विश्व कप विजेता बनते हुए देखा और वह अब टी20 विश्व कप 2022 में भारत और इंग्लैंड के बीच सेमीफाइनल को बतौर स्टेडियम में मौजूद रहकर अपना 635वां मुकाबला बनाने जा रहे हैं।
भाविशन के दादा 1960 के दशक में जालंधर से इंग्लैंड चले गए थे और उन्होंने वहीं अपना जीवन व्यतीत किया है। उन्हें 17 साल की उम्र में क्रिकेट से प्यार हो गया, जब उन्होंने कपिल देव की जिम्बाब्वे के खिलाफ ट्यूनब्रिज वेल्स में 175 रनों की पारी को देखा, लेकिन वह 1986 में इंग्लैंड में भारत की टेस्ट सीरीज़ जीत को एक प्रशंसक के रूप में अपना सबसे गौरवपूर्ण क्षण मानते हैं।
भाविशन का कहना है,“मैं उन हजारों प्रशंसकों में से था जो लॉर्ड्स में भागे थे जब भारत ने वेस्टइंडीज को हराकर अपना पहला विश्व कप जीता था। मैंने कपिल की 175 रनों की पारी को एक सुनसान मैदान में देखा, जहां कुछ ही प्रशंसक थे। मेरे लिए सबसे गर्व का क्षण आया जब भारत ने 1986 में इंग्लैंड को हराया।"
राय एक आईटी पेशेवर हैं, उनका कहना है कि उन्हें खेल का शौक है, क्रिकेटरों का नहीं। वह किसी क्रिकेटर के साथ सेल्फी नहीं लेते हैं, उसने केवल ऑटोग्राफ लिया था, वह मनिंदर सिंह का था। भाविशन का कहना है कि वह केवल भारत का खेल देखने के लिए यात्रा करता है और अपनी कमाई का कुछ हिस्सा इसी उद्देश्य के लिए अलग रखते हैं। वह अपने साथ एकमात्र स्मृति चिन्ह सचिन तेंदुलकर द्वारा दी गई टोपी रखते हैं, जो भारत के जोहान्सबर्ग में 2003 विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हारने के बाद उन्हें मिली थी।
सचिन की टोपी मिलने की घटना पर उन्होंने कहा “सचिन परेशान थे और प्रस्तुति समारोह के बाद वापस जा रहा थे। मैंने उनसे कहा 'हार्ड लक सचिन, आपने अपना सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश की'। थोड़ी देर बाद सचिन वापस आए और अपनी टोपी मुझे दे दी जो मैंने आज तक यह टोपी पहनी है। मुझे लगता है कि वह अब मुझे जानते होंगे।”
क्रिकेट के इस प्रेमी के पास भारतीय टीम के ऐसे कई सारे किस्से हैं और जिस तरह से उन्हें क्रिकेट के प्रति प्रेम है, ऐसे में लगता है कि उनके सामने ऐसे और भी कई किस्से घटने वाले है। भारत का यह क्रिकेट प्रशंसक अपने 635वें मुकाबले से आगे और भी कई मुकाबले देखना चाहता है।